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23-Feb-2025 06:37 AM
Vijaya Ekadashi 2025: वैदिक पंचांग के अनुसार, 24 फरवरी को विजया एकादशी मनाई जाती है। यह पावन पर्व भगवान विष्णु और लक्ष्मी नारायण जी को समर्पित है, जिसमें भक्तजन उनके चरणों में अर्पित श्रद्धा के साथ व्रत रखते हैं। ऐसा माना जाता है कि विजया एकादशी का व्रत रखने से साधक की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं और भगवान विष्णु की अनंत कृपा प्राप्त होती है।
विजया एकादशी का महत्व
विजया एकादशी का पर्व हिन्दू धर्म में अत्यंत शुभ माना जाता है। भक्तजन इस दिन व्रत रखते हैं, पूजा-अर्चना करते हैं और भगवान विष्णु के विशेष मंत्रों का जाप करते हैं। इस व्रत के दौरान किए गए उपवास और अनुष्ठान से व्यक्ति के जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और सभी प्रकार की बाधाएं दूर होती हैं। इस दिन की पूजा से आध्यात्मिक शुद्धता प्राप्त होती है और व्यक्ति को जीवन में सफलता, समृद्धि और खुशहाली की प्राप्ति होती है।
चंद्र देव द्वारा राशि परिवर्तन का प्रभाव
ज्योतिषियों का मानना है कि विजया एकादशी से दो दिन पूर्व चंद्र देव (चंद्रमा) द्वारा राशि परिवर्तन किया जाता है। इस परिवर्तन का प्रभाव विभिन्न राशियों पर अलग-अलग रूप में देखने को मिलता है। विशेष रूप से वृश्चिक और कुंभ राशि के जातकों को इससे अत्यधिक लाभ की प्राप्ति होती है।
वृश्चिक राशि के जातकों के लिए लाभ
चंद्र देव के राशि परिवर्तन से वृश्चिक राशि के जातकों को जीवन में कई सकारात्मक बदलाव देखने को मिल सकते हैं:
खुशखबरी और प्रसन्नता: अचानक कोई बड़ी खुशखबरी मिलने की संभावना रहती है, जिससे मन प्रसन्न रहता है।
पारिवारिक प्रेम: मां का आशीर्वाद और परिवार का स्नेह प्राप्त होगा।
सामाजिक आयोजन: घर पर मेहमानों का आगमन, धार्मिक यात्रा की योजना और शुभ आयोजन किए जा सकते हैं।
व्यक्तिगत उन्नति: रुके हुए काम में गति आएगी और दान-पुण्य करने के अवसर मिलेंगे, जिससे शुभ कार्यों में सफलता मिलेगी।
सुझाव:
वृश्चिक राशि के जातक चावल, आटा, चीनी, नमक तथा सफेद रंग के कपड़ों का दान करने का विचार कर सकते हैं, जिससे सकारात्मक ऊर्जा का संचार हो।
कुंभ राशि के जातकों के लिए लाभ
कुंभ राशि के स्वामी कर्मफल दाता शनिदेव हैं। चंद्र देव के राशि परिवर्तन के प्रभाव से कुंभ राशि के जातकों को निम्न लाभ प्राप्त हो सकते हैं:
कारोबार में सुधार: शनिदेव की कृपा से व्यापारिक मामलों में उन्नति और बेहतर प्रदर्शन की संभावना रहती है।
मानसिक शांति: मानसिक चिंताओं और परेशानियों में कमी आएगी।
आर्थिक मजबूती: धन लाभ के योग बनते हैं, आर्थिक स्थिति में सुधार होता है, और संपत्ति में वृद्धि की संभावना रहती है।
पारिवारिक सुख: अपनों का स्नेह, घर में खुशियों का माहौल और बड़े भाई का प्यार प्राप्त हो सकता है।
विशेष कामों में सफलता: कोई बड़ी मनोकामना पूरी होने की संभावना रहती है।
सुझाव:
कुंभ राशि के जातक हर सोमवार को महादेव का अभिषेक करें तथा सफेद चीजों का दान करें, जिससे उनकी शुभता और समृद्धि में वृद्धि हो।
विजया एकादशी 2025 एक ऐसा पावन अवसर है, जिसमें भगवान विष्णु की कृपा से साधक की मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। साथ ही, चंद्र देव द्वारा होने वाला राशि परिवर्तन विशेष रूप से वृश्चिक और कुंभ राशि के जातकों के लिए अत्यधिक लाभकारी सिद्ध होता है। इस शुभ पर्व के अवसर पर उपवास, पूजा और दान-पुण्य के माध्यम से अपने जीवन में सकारात्मक बदलाव लाएं और भगवान के आशीर्वाद का अनुभव करें।