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जानिए कैसा है राबड़ी देवी को आवंटित हुआ नया बंगला, लेकिन शिफ्टिंग से इंकार क्यों? राजनीतिक हलचल के बीच बड़ा सवाल

राबड़ी देवी को 20 साल पुराने सरकारी आवास 10 सर्कुलर रोड को खाली करने का आदेश जारी होने के बाद नया बंगला आवंटित कर दिया गया है, लेकिन लालू परिवार ने शिफ्ट होने से साफ इनकार कर दिया है।

जानिए कैसा है राबड़ी देवी को आवंटित हुआ नया बंगला, लेकिन शिफ्टिंग से इंकार क्यों? राजनीतिक हलचल के बीच बड़ा सवाल

27-Nov-2025 02:52 PM

By First Bihar

बिहार की पूर्व सीएम और विधान परिषद में नेता विरोधी दल रबड़ी देवी के नाम पर नए आवास पर का आवंटन हो गया है। करीब 20 सालों से वे 10 सर्कुलर रोड स्थित बंगले में परिवार के साथ रह रही हैं जिसे खाली करने का आदेश जारी हो गया है। उन्हें 39 हार्डिंग रोड स्थित बंगले में शिफ्ट करने के लिए भवन निर्माण विभाग का पत्र जारी हो गया है लेकिन लालू परिवार और राजद ने बंगला खाली करने से इनकार कर दिया है। आइए जानते हैं कि कैसा रबड़ी देवी के नाम पर आवंटित नया बंगला और क्यों वह अपने पुराने बंगले को नहीं छोड़ना चाहती हैं।


राबड़ी देवी को विधान परिषद में विरोधी दल के नेता के तौर पर 39 हार्डिंग रोड स्थित जो नया बंगला दिया गया है वह कई सुविधाओं से लैस है। यह बिहार के मंत्रियों को मिलने वाले आवासों में दूसरा सबसे बड़ा है। नेता विरोधी दल के लिए चिह्नित सरकारी आवास में छह बेडरूम हैं। इसके अलावे एक बड़ा सा ड्रॉइंग रूम, डाइनिंग रूम और एक बड़ा सा हॉल भी है। भवन के अंदर प्रवेश द्वार के पास ही एक मेहमानखाना भी है। इस बंगले का इंटीरियर काफी मॉडर्न है। कुछ साल पहले ही इंटीरियर डेकोरेशन को रेनोवेट किया गया है। सुरक्षा के लिहाज से कैंपस सीसीटीवी कैमरे से लैस है।


इस बंगले के परिसर में बड़े गार्डन और लॉन भी उपलब्ध है। गार्डन को खास लाइट से भी इक्वीप किया गया है। इसके अलावे अन्य स्टाफ और सुरक्षा गार्ड के लिए अलग से कमरे बने हैं। मुख्य प्रवेश द्वार के पास भी गार्ड रूम बनाया गया है जहां 24 घंटे अलग अलग शिफ्ट में सुरक्षा कर्मी तैनात रहते हैं। इसके बाद भी रबड़ी देवी का पूरा परिवार और कुनबा नये बंगले में शिफ्ट करने से साफ-साफ इनकार कर रहा है इसके पीछे कोई-ना-कोई बड़ी वजह है।


दरअसल राजद नीतीश सरकार10.0 के इस फैसले को बीजेपी की साजिश बता रहा है। इसे रबड़ी देवी को आवास की सुविधा से बेदखल करने के प्रयास के तौर पर देखा जा रहा है। रबड़ी देवी 10 सर्कुलर रोड आवास में पूर्व सीएम के तौर पर रहती हैं जो व्यवस्था नीतीश कुमार ने बनाई थी। लेकिन तेजस्वी यादव ने 2017 में डिप्टी सीएम रहते सरकार के इस फैसले को न्यायालय में चुनौती दी और कोर्ट के आदेश पर सुविधा समाप्त हो गई। तेजस्वी का एक कदम राबड़ी देवी के सामने नासूर बनकर खड़ी हो गई है।


विधानसभा चुनाव 2025 के परिणाम ने बिहार के राजनैतिक सीन को बदल दिया है। विधानसभा में राजद के 25 सदस्य होने से दो तीन सालों में राबड़ी देवी का नेता विरोधी दल का पद जा सकता है। वे 2030 तक विधान पार्षद रहेंगी लेकिन तब तक नेता बने रहना मुश्किल है। अभी विधान परिषद में उनके 13 मेंबर हैं। नेता विरोधी दल बने रहने के लिए कम से कम 9 पार्षद जरूरी है। 2028 तक राजद एमएलसी की संख्या घट सकती है क्योंकि पूरा विपक्ष मिलकर मात्र एक एमएलसी(विधानसभा से) बना सकता है। शिक्षक, स्नातक और स्थानीय निकाय कोटे के विधान पार्षदों का चुनाव होगा। अगर उनमें सफलता नहीं मिली तो रबड़ी देवी से ना सिर्फ नेता की पदवी छिन जाएगी बल्कि बंगला भी हाथ से निकल जाएगा