ब्रेकिंग न्यूज़

मुजफ्फरपुर में शिक्षक को पॉक्सो के तहत 3 साल की सजा, 6 वर्षीय बच्ची से बैड टच करने का था आरोप किशनगंज आवासीय विद्यालय में फूड पॉइजनिंग: 16 छात्राएं बीमार, एक की हालत नाज़ुक पटना में साइबर ठग गिरोह का भंडाफोड़: 25 मोबाइल-लैपटॉप के साथ 4 अपराधी गिरफ्तार बिहार के गृह मंत्री ने कर दिया बड़ा ऐलान, कहा..लालू की प्रॉपर्टी सीज कर गरीब बच्चों के लिए खोलेंगे स्कूल मुजफ्फरपुर में बड़ी कार्रवाई: पोखरेरा टोल प्लाजा से 11 कार्टन अवैध शराब बरामद, दो तस्कर गिरफ्तार पटना में धूमधाम के साथ मनाया गया TCH EDUSERV का स्थापना दिवस, स्कॉलरशिप योजना की हुई घोषणा पटना में पुलिस विभाग में बड़ा फेरबदल: कदमकुआं–कोतवाली–गांधी मैदान सहित कई थानों के थानाध्यक्ष बदले, देखिये पूरी लिस्ट भाई वीरेंद्र के खिलाफ पटना सिविल कोर्ट में चार्जशीट दायर, राजद विधायक को हो सकती है 7 साल की सजा! 7 जिलों को जोड़ेगा आमस-दरभंगा एक्सप्रेस-वे, 40 फीसदी पूरा हुआ बिहार के पहले हाई-स्पीड रोड नेटवर्क का काम Bihar Ias Transfer: बिहार में बड़े पैमाने पर IAS अफसरों का ट्रांसफर-पोस्टिंग, पूरी लिस्ट देखें...

Land For Job Case: लैंड फॉर जॉब केस में चार्ज फ्रेमिंग पर आज सुनवाई, किसी भी वक्त आ सकता है कोर्ट का फैसला; लालू फैमिली की बढ़ सकती हैं मुश्किलें

Land For Job Case: लैंड फॉर जॉब केस में आज राउज एवेन्यू कोर्ट में चार्ज फ्रेमिंग पर अहम सुनवाई होगी। किसी भी वक्त फैसला आ सकता है, जिससे लालू यादव और उनके परिवार की मुश्किलें बढ़ सकती हैं।

Land For Job Case

11-Dec-2025 11:49 AM

By FIRST BIHAR

Land For Job Case: रेलवे में नौकरी देने के बदले जमीन और फ्लैट रजिस्ट्री कराने के मामले में लालू प्रसाद और उनके परिवार के लोगों की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। राउज एवेन्यू कोर्ट में लैंड फॉर जॉब केस में चार्ज फ्रेमिंग पर आज अहम सुनवाई है। किसी भी वक्त कोर्ट का फैसला आ सकता है। 


दरअसल, चर्चित लैंड फॉर जॉब मामले में बुधवार को एक बार फिर सुनवाई टल गई थी। राष्ट्रीय जनता दल के सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव, उनके परिवार और अन्य आरोपियों के खिलाफ आरोप तय करने पर निर्णय आज होगा। बुधवार को सीबीआई 103 आरोपियों से जुड़े दस्तावेज अदालत में पेश नहीं कर सकी, जिसके कारण सुनवाई आगे बढ़ा दी गई थी।


इससे पहले 8 दिसंबर को सुनवाई के दौरान सीबीआई ने विभिन्न आरोपियों की स्थिति की पुष्टि करने के लिए अतिरिक्त समय मांगा था। जिसके बाद कोर्ट ने 10 दिसंबर की तारीख निर्धारित की थी लेकिन सीबीआई कोर्ट में सबूत पेश नहीं कर सकी, जिसके बाद कोर्ट ने गुरुवार को सुनवाई का समय दिया था।


सीबीआई ने इस मामले में लालू प्रसाद, उनकी पत्नी और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी, बेटे और पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव सहित कई अन्य के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल किया है। एजेंसी का आरोप है कि 2004–2009 में रेल मंत्री रहते हुए, ग्रुप-डी में रेलवे नियुक्तियों के बदले लालू परिवार से जुड़े लोगों के नाम जमीन उपहार में या स्थानांतरित की गई।


सीबीआई के अनुसार, ये नियुक्तियां नियमों के विरुद्ध थीं और लेन-देन में बेनामी संपत्तियों का उपयोग किया गया, जो आपराधिक साजिश का हिस्सा है। हालांकि, सभी आरोपी आरोपों से इंकार करते हुए इसे राजनीति से प्रेरित कार्रवाई बताते हैं।