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14-Aug-2025 01:19 PM
By FIRST BIHAR
Bihar Election 2025: बिहार की राजनीति में डबल वोटर विवाद ने जोर पकड़ लिया है। अब इस मामले में वैशाली से लोजपा (रामविलास) की सांसद वीणा देवी और जदयू के विधान परिषद सदस्य दिनेश सिंह फंसते नजर आ रहे हैं। चुनाव आयोग ने दोनों नेताओं को नोटिस जारी कर जवाब तलब किया है। वीणा देवी और दिनेश सिंह पति-पत्नी हैं और उन पर आरोप है कि उनके नाम दो अलग-अलग विधानसभा क्षेत्रों की वोटर लिस्ट में दर्ज हैं, साथ ही दो अलग-अलग मतदाता पहचान पत्र भी जारी हुए हैं, जो चुनावी नियमों का उल्लंघन है।
पैत्रिक और शहरी पते से दर्ज हैं नाम
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, दोनों नेताओं का नाम साहेबगंज विधानसभा क्षेत्र के बड़ा दाउद गांव की वोटर लिस्ट में दर्ज है, जो उनका पैतृक निवास है। वहीं, मुजफ्फरपुर-94 विधानसभा क्षेत्र में उनके शहरी पते से भी उनका नाम दर्ज है। चुनाव आयोग के नियमों के मुताबिक, एक मतदाता का नाम एक ही विधानसभा क्षेत्र की सूची में होना चाहिए। दो जगह नाम दर्ज होना अपराध की श्रेणी में आता है।
तेजस्वी यादव ने उठाया मुद्दा
राजद नेता तेजस्वी यादव ने इस मुद्दे को गुरुवार को सोशल मीडिया पर उठाया और इसे लेकर एनडीए सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि जब विपक्ष के नेताओं पर आरोप लगता है तो तुरंत कार्रवाई होती है, लेकिन सत्तारूढ़ दल के नेताओं को बचाया जा रहा है।
वीणा देवी ने दी सफाई
इस विवाद पर प्रतिक्रिया देते हुए सांसद वीणा देवी ने कहा कि शादी के बाद मेरा नाम शहरी क्षेत्र की वोटर लिस्ट में दर्ज हुआ था। बाद में जिला परिषद चुनाव लड़ने के दौरान गांव में नाम जोड़ा गया। तब से हम यहीं से मतदान करते हैं। उन्होंने बताया कि शहरी सूची से नाम हटाने के लिए बीएलओ को आवेदन दिया गया था, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। अब वे दोबारा नाम हटवाने की प्रक्रिया शुरू करेंगी।
डबल वोटर का मुद्दा बना सियासी हथियार
बिहार में इन दिनों डबल वोटर का मुद्दा गंभीर चुनावी और राजनीतिक बहस का विषय बना हुआ है। सबसे पहले इसका जिक्र तेजस्वी यादव के नाम को लेकर हुआ था। इसके बाद डिप्टी सीएम विजय कुमार सिन्हा और मुजफ्फरपुर की मेयर निर्मला साहू का नाम भी डबल वोटर लिस्ट में आने से विवाद और गहराता गया। चुनाव आयोग ने साफ कर दिया है कि नियमों का उल्लंघन करने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।