DGMO level Talk: भारत-पाकिस्तान DGMO की आज दोपहर 12 बजे बातचीत, एयरफोर्स ने कहा – ऑपरेशन सिंदूर जारी Bihar News: STET एग्जाम लेने की उल्टी गिनती शुरू, इन विषयों में होगी परीक्षा, जानें... Bihar Bhumi Dakhil Kharij: अपार्टमेंट फ्लैटधारकों के लिए काम की खबर....राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग ने दी बड़ी जानकारी Patna Junction: अब नही लगेगा पटना जंक्शन के पास जाम ,जानिए क्या है नगर निगम का स्मार्ट प्लान? Bihar News: बिहार में गर्मी के दिनों में नहीं होगी बिजली की किल्लत, जानिए क्या है सरकार का प्लान ? India Pakistan: पाकिस्तान के परमाणु हथियारों को भारत ने बनाया था निशाना? सामने आई सीजफायर की असली कहानी Bihar vidhansabha election 2025: बिहार में बड़े स्तर पर चुनावी तैयारियां, जून तक पूरी होंगी सभी EVM की जांच, 25% अतिरिक्त ईवीएम रिजर्व Bihar News: हाईकोर्ट फर्जी नियुक्ति घोटाले का मास्टरमाइंड गिरफ्तार, फर्जी दस्तावेजों का जखीरा बरामद Bihar News: बिहार के 2 जिलों में बम की अफवाह के बाद हरकत में आई ATS, जांच के बाद 3 गिरफ्तार Bihar Crime News: पशु चोरी को लेकर हुई हिंसा में एक की मौत, पुलिस पर पथराव के बाद स्थिति तनावपूर्ण
04-Dec-2023 07:01 PM
By First Bihar
PATNA: बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम और राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने चार राज्यों के विधानसभा चुनावों में भाजपा की शानदार जीत और कांग्रेस की करारी हार पर कहा है कि यदि इंडी गठबंधन के सभी दल मिल कर चुनाव लड़ते, तब भी यही परिणाम आते।
सुशील मोदी ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद मोदी की नीति, नीयत और गारंटी पर देश की जनता का इतना मजबूत भरोसा है कि 2024 में प्रचंड बहुमत के साथ तीसरी बार मोदी सरकार तय है। जदयू,राजद, सपा इस भ्रम में बिल्कुल न रहें कि वे मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान के चुनाव परिणाम पर कोई असर डाल पाते। कांग्रेस अगर इनको साथ लेती तो उसकी स्थिति और खराब होती। कांग्रेस ने तीन हिंदी प्रदेशों में बोझ बनने वाले दलों से दूरी बना कर बुद्धिमानी ही की है।
उन्होंने कहा कि जदयू ने मध्य प्रदेश में 10 उम्मीदवार खड़े कर और उन सबकी जमानत जब्त करा कर देख लिया कि बिहार के बाहर उनकी हैसियत एक सीट जीतने की भी नहीं है, लेकिन किसी को बड़बोले दावे करने और दिन में सपने देखने से तो कोई रोक नहीं सकता। उन्होंने कहा कि 28 में से 12 राज्यों में अब अकेले भाजपा की सरकार है। देश की 41 फीसद आबादी पर पार्टी का शासन है।
वहीं कांग्रेस हिमाचल, कर्नाटक और तेलंगाना बस तीन राज्यों में सिमट गई है। देश पर 55 साल तक एकछत्र राज करने वाली कांग्रेस का शासन केवल 8.51 फीसद आबादी पर बचा है। तेलंगाना में भाजपा की सीट एक से बढ कर आठ हो गई। वहां 14 फीसद वोट शेयर के साथ सीटों में 8 गुना वृद्धि कोई छोटी सफलता नहीं है।