PATNA: पटना हाईस्कूल शताब्दी समारोह के दौरान उप राष्ट्रपति ने मौजूद छात्रों को जिंदगी के पांच मंत्र दिए. उप राष्ट्रपति ने कहा कि जीवन में इन पांच मंत्रों को छात्रों को कभी नहीं भूलना चाहिए. तालियों की गड़गड़ाहाट के बीच वेंकैया नायडू ने स्टूडेंट को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि जिंदगी में आगे बढ़ने के लिए कड़ी मेहनत, अनुशासन और स्किल डेवलेपमेंट बेहद जरुरी है. अपने भाषण के दौरान उप राष्ट्रपति ने कहा कि कोई जरूरी नहीं है कि आपने कॉन्वेंट स्कूल में पढ़ाई की है या नहीं जिंदगी में आगे बढ़ने के लिए अच्छी पढ़ाई की जरुरत होती है न कि कॉन्वेंट स्कूलों में पढ़ाई की.
उप राष्ट्रपति ने स्टूडेंट को जिंदगी के दिए पांच मंत्र
उप राष्ट्रपति ने कहा कि इस देश में कई विभूतियां हुईं जिन्होंने कॉन्वेंट स्कूलों का मुंह नहीं देखा. लेकिन वो देश के उच्च पदों पर पहुंचे और देश का नाम रोशन किया. उन्होंने कहा कि वो खुद एक किसान के बेटे हैं और कभी उन्होंने प्राइवेट स्कूल में पढ़ाई नहीं के लेकिन जीवन में अनुशासन और कड़ी मेहनत के दम पर वो आज देश के उप राष्ट्रपति बन गए. वेंकैया नायडू ने पटना हाईस्कूल के बारे में बोलते हुए कहा कि यह आपका सौभाग्य है कि आप इतने बड़े और इतने समृद्ध स्कूल में पढ़ाई कर रहे हैं.
गणितज्ञ आनंद कुमार का लिया नाम
उप राष्ट्रपति ने अपने भाषण के दौरान बिहार के मशहूर गणितज्ञ आनंद कुमार का नाम लिया और कहा कि उच्च शिक्षा की बेहतरी के लिए जाने माने शिक्षाविदों की राय ली जानी चाहिए जिससे उच्च शिक्षा ज्यादा मजबूत हो सके और जिससे स्टूडेंट को ज्यादा लाभ मिल सके.
पटना हाईस्कूल की प्रशंसा
इस दौरान उप राष्ट्रपति ने पटना हाईस्कूल की शताब्दी साल पर खुशी जाहिर की और कहा कि इस कार्यक्रम में शामिल होना उनके लिए बेहद खुशी की बात है. उन्होंने स्कूल की उपलब्धियों की भी जमकर सराहना की और कहा कि राजीव गौबा इसी स्कूल के छात्र हैं जो वर्तमान में देश के गृह सचिव के पद पर काम कर रहे हैं.
सीएम ने दिया लड़कियों की शिक्षा पर जोर
वहीं पटना हाई स्कूल की शताब्दी समारोह के दौरान सीएम नीतीश कुमार ने लड़कियों की शिक्षा पर खासा जोर दिया. पटना हाईस्कूल में छात्र और छात्राओं की तादाद पर चिंता जाहिर करते हुए सीएम नीतीश कुमार ने अधिकारियों को स्कूल में छात्र और छात्राओं की संख्या को बराबर करने का टास्क दिया. इस दौरान सीएम ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि स्कूल में छात्र और छात्राओं की तादाद बराबर होने के बाद ही वो उनकी कोई मांग मानेंगे.
पटना से राहुल सिंह की रिपोर्ट