सासाराम: IPL में चयन के बाद होम ग्राउंड पर तेज़ गेंदबाज़ आकाशदीप बहा रहे पसीना, बिहार के इस क्रिकेटर पर KKR ने लगाई 1 करोड़ की बोली UPSC Engineering Services 2025: बिहार के उम्मीदवारों ने UPSC ESE में मचाया धमाल, पटना के राजन कुमार और उत्कर्ष पाठक बने टॉपर Free Electricity Scheme: बिहार में 125 यूनिट फ्री बिजली योजना से लोग गदगद, पीएम सूर्य घर योजना की लोकप्रियता घटी Free Electricity Scheme: बिहार में 125 यूनिट फ्री बिजली योजना से लोग गदगद, पीएम सूर्य घर योजना की लोकप्रियता घटी थावे दुर्गा मंदिर चोरी मामले में पुलिस के हाथ अबतक खाली, अपराधियों को पकड़ने के लिए इनाम की घोषणा की थावे दुर्गा मंदिर चोरी मामले में पुलिस के हाथ अबतक खाली, अपराधियों को पकड़ने के लिए इनाम की घोषणा की Bihar News: बड़का साहब ने 'ठेकेदार' को धर लिया…फिर 'सचिवालय' में ही करनी पड़ी उठक-बैठक, विश्वेश्वरैया भवन के दफ्तर में चक्कर लगाना पड़ गया महंगा Cyber Fraud: बिहार में साइबर ठगी का भाड़ाफोड़, डिजिटल अरेस्ट से बनाए 7 करोड़ रुपये; 3 गिरफ्तार Bihar Bhumi: सरकारी जमीन की लूट पर अब जाकर नीतीश सरकार हुई सख्त ! 'मुख्य सचिव' ने कमिश्नर-डीएम-एसडीओ-सीओ को दी सख्त हिदायत, पांच तरह के काम करने को कहा... Bihar News: तुरंत कर लें यह काम, वरना रुक सकती है LPG सब्सिडी; जानिए पूरी डिटेल्स
08-Oct-2020 03:05 PM
PATNA : बिहार विधानसभा चुनाव में बक्सर सीट को हॉट सीट माना जा रहा है. इस सीट से चुनाव लड़ने का सपना संजोकर पूर्व डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे ने वीआरएस ले लिया था. वीआरएस लेने के तुरंत बाद गुप्तेश्वर पांडे ने जेडीयू की सदस्यता ले ली थी और बक्सर सीट को लेकर सियासी पिच तैयार करने में जुट गए थे.
लेकिन उनका ये प्लान पूरी तरह से फ्लॉप हो गया. टिकट की रेस में बिहार के पूर्व डीजीपी बिहार के ही एक पूर्व सिपाही से हार गए. एक समय में सिपाही रह चुके परशुराम चतुर्वेदी ने ऐसा समीकरण सेट किया कि गुप्तेश्वर पांडे का पूरा सपना ही अधूरा रह गया. डीजीपी का पद छोड़कर विधानसभा पहुंचने के उनके अरमानों पर पानी फिर गया.
बीजेपी की सीट पर बक्सर सीट से चुनाव लड़ रहे परशुराम चतुर्वेदी की कहानी भी बड़ी रोचक है. परशुराम चतुर्वेदी भी बिहार पुलिस से वीआरएस ले चुके हैं. 1994 में परशुराम चतुर्वेदी बिहार पुलिस में मुजफ्फरपुर में सिपाही के पद पर तैनात थे. लेकिन शुरू से ही उनकी रुची राजनीति में थी और उन्हें पुलिस विभाग की नौकरी रास नहीं आ रही थी. इसी दौरान वे बीजेपी से जुड़ गए और नौकरी से वीआरएस ले लिया. बक्सर के महदह के रहने वाले परशुराम चतुर्वेदी 1991 से बक्सर से बीजेपी के वरिष्ठ कार्यकर्ता हैं और इनकी पहचान स्वंयसेवी के तौर पर होती है.परशुराम चतुर्वेदी कई जिलों में पार्टी के चुनाव का भी काम देख चुके हैं.गुरुवार को उन्होंने बक्सर सीट से नामांकन दाखिल किया. इसके साथ ही नौकरी से वीआरएस ले चुके गुप्तेश्वर पांडे का विधायक बनने का सपना अधूरा रह गया.