ब्रेकिंग न्यूज़

Bihar Election 2025: मात्र एक घंटे बचा मतदान का समय, घर से निकलकर करें मतदान; जानिए कैसा रहा है अबतक का मतदान? Bihar Election 2025: बेलागंज विधानसभा क्षेत्र में प्रशासनिक पक्षपात का आरोप, आरजेडी ने बताया चुनाव को प्रभावित करने की साजिश Bihar Election 2025: बेलागंज विधानसभा क्षेत्र में प्रशासनिक पक्षपात का आरोप, आरजेडी ने बताया चुनाव को प्रभावित करने की साजिश Bihar News: वोट डालने गई महिला ट्रेन हादसे में घायल, पैर कटने के बाद अस्पताल में इलाज जारी मोतिहारी में अखिलेश यादव और मुकेश सहनी की सभा: दोनों नेताओं ने एक सूर में कहा..अब NDA की विदाई तय Lakhisarai elections : लखीसराय में चुनावी गर्माहट: राजद एमएलसी अजय सिंह और भाजपा प्रत्याशी विजय कुमार सिन्हा के बीच सड़क पर हुई भिड़ंत; जमकर हुई तू -तू मैं -मैं; राजद नेता ने उपमुख्यमंत्री के साथ किया गाली-गलौज Harish Rai Death: KGF के ‘चाचा’ हरीश राय ने हमेशा के लिए कहा अलविदा, सिनेमा जगत में शोक की लहर Bihar Election 2025: VIP के राष्ट्रीय प्रवक्ता देव ज्योति ने किया मतदान, लोगों से की वोट करने की अपील Bihar Election 2025: VIP के राष्ट्रीय प्रवक्ता देव ज्योति ने किया मतदान, लोगों से की वोट करने की अपील BIHAR ELECTION : विजय सिन्हा के काफिले पर हमला के बाद अब लखीसराय में राजद MLC को ग्रामीणों ने घेरा,विरोध में लगाए नारे; बाहर निकालने के लिए सुरक्षा कर्मी को करनी पड़ीं मस्कत

तेजस्वी के क्षेत्र में एक गांव में 30 दिनों में 17 मौत, घर छोड़ कर भाग रहे हैं लोग, मुखिया ने कहा- फोन किया पर नेता प्रतिपक्ष देखने तक नहीं आय़े

तेजस्वी के क्षेत्र में एक गांव में 30 दिनों में 17 मौत, घर छोड़ कर भाग रहे हैं लोग, मुखिया ने कहा- फोन किया पर नेता प्रतिपक्ष देखने तक नहीं आय़े

27-May-2021 09:15 PM

HAJIPUR : नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के विधानसभा क्षेत्र में पड़ने वाले एक गांव में कोरोना ने कहर बरपा रखा है. पिछले एक महीने में इस गांव के 17 लोगों की मौत हो गयी है. सरकार ना तो गांव में लोगों की जांच करा रही है और ना ही इलाज की कोई व्यवस्था है. लिहाजा लोग गांव से पलायन करने लगे हैं. गांव के मुखिया मुजाहिद अनवर बता रहे हैं कि उन्होंने तेजस्वी यादव को फोन कर मदद की गुहार लगायी लेकिन कोई देखने तक नहीं आय़ा. मुखिया कह रहे हैं कि अगर तेजस्वी यादव चाहते तो उनका गांव कब्रिस्तान में तब्दील होने से बच जाता.


मंसूरपुर गांव में कोरोना का कहर
वैशाली जिले का मंसूरपुर गांव तेजस्वी यादव के विधानसभा क्षेत्र में पड़ता है. इस गांव में एक महीने में 17 लोगों की मौत होने के बाद त्राहिमाम की स्थिति है. बाहरी लोगों ने गांव में आना जाना छोड़ दिया है. गांव के लोग खुद ही भाग रहे हैं ताकि जान बच जाये. गांव के लोग बता रहे हैं कि मरने वाले लोगों में ज्यादातर जवान लोग हैं. हालांकि कोरोना के मामले अब कम हो रहे हैं लेकिन ये पूरा गांव अभी भी दहशत के साये में जी रहा है. गांव के लोग अपने विधायक तेजस्वी यादव से काफी खफा दिख रहे हैं.


तेजस्वी ने कोई मदद नहीं की
ये गांव चकसिकंदर पंचायत में आता है. चक सिकंदर पंचायत के मुखिया मुजाहिद अनवर बताते हैं कि 12 अप्रैल से 12 मई के बीच गांव में 17 लोगों की मौत हुई. जब लोगों की मौत हो रही थी तो उन्होंने जिले के सभी अधिकारियों को फोन कर मदद की गुहार लगायी. अधिकारियों ने जब उनकी गुहार पर कोई ध्यान नहीं दिया तो मुखिया ने स्थानीय विधायक औऱ बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को फोन कर मदद मांगी. मुखिया मुजाहिद अनवर कहते हैं कि उन्हें अफसोस है कि तेजस्वी यादव ने भी कोई मदद नही की. तेजस्वी अगर चाहते तो गांव के लोगों की जांच हो जाती. गांव में सेनेटाइजेशन हो जाता. इससे कई लोगों की जान बच सकती थी.


गांव छोड़ भाग रहे हैं लोग
मंसूरपुर गांव के कई घरों पर ताला लटक गया है. दहशत में पड़े लोग गांव छोड़ कर भाग खड़े हुए हैं. गांव के रहने वाले मो. मंजूर अपने परिवार समेत गांव छोड़ कर चले गये हैं. उनकी पत्नी जूही औऱ सास की मौत कोरोना से हो गयी थी. दोनों की रिपोर्ट पॉजिटिव आयी थी. उनके घऱ में जब दो लोगों की मौत हुई तो गांव के ही दूसरे लोगों ने उनके परिवार से दूरी बना ली थी. मजबूर होकर मो. मंजूर पूरे परिवार के साथ गांव छोड़ कर चले गये हैं.


मुखिया मुजाहिद अनवर बताते हैं कि उनके घऱ के ठीक बगल में रहने वाले 32 साल के साजिद की मौत सांस में परेशानी होने के बाद हो गयी. साजिद की शादी पांच महीने पहले ही हुई. साजिद के घर वाले बताते हैं कि उनका टेस्ट नहीं कराया गया था लेकिन खांसी-सर्दी से लेकर बुखार जैसे सारे लक्षण कोरोना के ही थे. मंसूरपुर गांव के अताउल्लाह की मौत भी कोरोना जैसी बीमारी से हुई. 


मंसूरपुर गांव के कुद्दुश की पत्नी गुलनाज बेगम की मौत भी कोरोना से हो गयी. कुद्दुश गुजरात की फैक्ट्री में काम करते हैं. वे गुजरात में ही थे जब पता चला की पत्नी की तबीयत खराब है. वे भागे भागे अपने गांव पहुंचे, पत्नी का इलाज कराने की कोशिश की. लेकिन उन्हें बचा नहीं सके. कुद्दुश कह रहे हैं उनकी पांच बेटी औऱ एक बेटा है. उनकी देखभाल करने वाला कोई नहीं बचा.


गांव को अछूत बना दिया गया
मंसुरपूर गांव के रफाकत हुसैने के भाई की मौत कोरोना से हो गयी. रफाकत बताते हैं कि उन लोगों को इलाके में अछूत बना दिया गया है. कोरोना से हुई मौत की वजह से उनके गांव में बाहरी कोई आदमी नहीं आता. मंसुरूपूर के किसी आदमी को दूसरे गांव में घुसने नहीं दिया जा रहा है. कोई उनसे बात करने को तैयार नहीं है. बाजार में जाने पर दुकानदार सामान देना तो दूर शक्ल देखने से भी परहेज करते हैं. 


तेजस्वी यादव के विधानसभा क्षेत्र के इस गांव में 17 मौत के बावजूद प्रशासन ने यहां न तो टेस्ट का इंतजाम किया है औऱ ना ही इलाज का. गांव में अब तक सेनेटाइजेशन भी नहीं कराया गया है. हालांकि लोगों ने अब वैक्सीन लेने की कोशिशें शुरू की है. गांव के कुछ लोगों ने वैक्सीन ले लिया है.