Bihar News: बिहार के सरकारी तालाबों को मिलेगी विशिष्ट पहचान, जलनिकायों को मिलेगा नया आयाम Bihar News: बिहार के सरकारी तालाबों को मिलेगी विशिष्ट पहचान, जलनिकायों को मिलेगा नया आयाम New Bypass in Bihar: बिहार में यहां बनने जा रहा है नया बाइपास, मालामाल होंगे इन जिलों के जमीन मालिक! New Bypass in Bihar: बिहार में यहां बनने जा रहा है नया बाइपास, मालामाल होंगे इन जिलों के जमीन मालिक! Bihar Land Survey: बिहार में जमीन के ‘बदलैन’ को सरकार ने दी कानूनी मान्यता, जल्द शुरू होगा सर्वे Bihar News: बिहार में इस रेलखंड पर बिछेगी 53 किलोमीटर रेलवे लाइन, सर्वे का काम हुआ पूरा Bihar Politics: ‘पूरा विश्व देख रहा भारत के 56 इंच का सीना’ ऑपरेशन सिंदूर पर बोले युवा चेतना प्रमुख रोहित सिंह Bihar Politics: पूर्णिया में होने वाली VIP की बैठक की तैयारियां तेज, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष संजीव मिश्रा ने की समीक्षा Bihar Politics: पूर्णिया में होने वाली VIP की बैठक की तैयारियां तेज, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष संजीव मिश्रा ने की समीक्षा Mock Drill: कुछ ही घंटों में बजने वाला है सायरन, मॉक ड्रिल के लिए पटना समेत बिहार के 6 जिलों में बड़ी तैयारी, जान लीजिए..
15-Aug-2023 03:33 PM
By First Bihar
PATNA: दुखद खबर दिल्ली से निकल कर सामने आ रही है, जहां सुलभ इंटरनेशनल के संस्थापक बिंदेश्वर पाठक का निधन हो गया है। सुलभ इंटरनेशनल के दिल्ली स्थित केंद्रीय कार्यालय में मंगलवार को झंडोत्तोलन के बाद उनकी तबीयत बिगड़ गई थी।
बिंदेश्वर पाठक की पहचान एक बड़े समाज सुधारक के तौर पर है। साल 1970 में उन्होंने सुलभ इंटरनेशनल की स्थापना की थी। स्वच्छता के क्षेत्र में उनके काम की वजह से उनकी खास पहचान थी। इसके लिए उन्हें कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पुरस्कारों से सम्मानित भी किया गया था।
77वें स्वतंत्रता दिवस पर दिल्ली स्थित सुलभ इंटरनेशनल के केंद्रीय कार्यालय में कार्यक्रम का आयोजन किया गया था, जहां झंडोत्तोलन के बाद उनकी तबीयत बिगड़ गई थी। आनन फानन में उन्हें दिल्ली एम्स में इलाज के लिए भर्ती कराया गया, जहां उनका निधन हो गया।
बिंदेश्वर पाठक ने राष्ट्रव्यापी स्वच्छता आंदोलन के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया। उनकी पहल से सभी शहरों में सुलभ शौचालयों का निर्माण संभव हो सका। उन्होंने शौचालयों को साफ करने वाले और मैला ढोने वालों के मानवाधिकारों के लिए काफी प्रयास किया है। बिंदेश्वर पाठक के प्रयास से लाखों वंचित और गरीबों के जीवन में महत्वपूर्ण बदलाव आए।