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22-Jan-2020 03:04 PM
DESK : जो लोग अपनी छोटी से असफलता से घबरा जाते हैं उन्हे एक बार UPSC IES-2018 के टॉपर वैभव छाबड़ा की कहानी जरुर पढ़नी चाहिए. मात्र 56 फिसदी नंबर लाकर इंजीनियरिंग में किसी तरह से पास करने वाले वैभव आठ बार UPSC IES की परीक्षा में फेल हो गए. पर उसने हिम्मत नहीं हारी और अपनी तैयारी जारी रखी. वैभव के हिम्मत का ही नतीजा है कि उन्होंने UPSC IES-2018 के परीक्षा में 32 वां रैंक लाकर ऑफिसर बन गए.
वैभव छाबड़ा दिल्ली के रहने वाले हैं और उन्होंने नेताजी सुभाष इंस्टीट्यूट से बीटेक की परीक्षा 56% नंबरों से पास की थी. एक वीडियो इंटरव्यू में वैभव बताते हैं कि उनका मन पढ़ने में बिल्कुल नहीं लगता था और वे बस जैसे-तैसे पास होने के लिए पढ़ाई करते थे. कॉलेज के बाद वह एक कोचिंग इंस्टीट्यूट में पढ़ाने लगे, जहां उन्हें लगा कि उन्हें कुछ बड़ा करना है. ऐसा सोचकर उन्होंने नौकरी छोड़ दी और UPSC IES की परीक्षा में जुट गए. आठ से दस घंटे पढ़ाई करने लगे पर उन्हें सफलता हाथ नहीं लगी. वैभव UPSC IES की परीक्षा में आठ बार फेल हुए पर उन्होंने हिम्मत नहीं हारी.
वैभव बताते हैं कि उन्होंने पढ़ाई में अपना इंटरेस्ट बढ़ाने का एक तरीका निकाला. वे लाइब्रेरी में जाने लगे. कुछ समय बाद उनका मन वहां लग गया और 12- 12 घंटे वहीं बीत जाने लगे. दोस्तों, टीचरों और पहले टारगेट पूरा कर चुके लोगों से बातचीत की. इसके बाद डायरी बनाकर तैयारी की, पहले छह महीने कोचिंग फिर सेल्फ स्टडी उसके बाद वैभव 9 वीं बार में परीक्षा में सफल हो गए और UPSC IES-2018 की परीक्षा में 32वां रैंक लाकर टॉपर की लिस्ट में शामिल हो गए.