ब्रेकिंग न्यूज़

समाजसेवी अजय सिंह ने मदद के बढ़ाए हाथ, पुलिस और आर्मी भर्ती की तैयारी कर रहे युवाओं को सौंपा जंपिंग गद्दा Success Story: पुलिस ने मांगी रिश्वत तो लड़की ने शुरू कर दी UPSC की तैयारी, पहले IPS बनीं; फिर IAS बनकर पिता का सपना किया साकार JEE Main 2025: जेईई मेन में VVCP के छात्र-छात्राओं ने फिर लहराया परचम, जिले के टॉप थ्री पर कब्जा BIHAR NEWS: बिहार के गरीबों के लिए 2102 करोड़ रू की मंजूरी, जल्द ही खाते में जायेगी राशि, डिप्टी CM ने PM मोदी को कहा 'धन्यवाद' Chanakya Niti: दौलत, औरत और औलाद ...चाणक्य ने इन्हें क्यों बताया अनमोल? नीतीश कुमार को बड़ा झटका, जेडीयू के पूर्व विधायक मास्टर मुजाहिद आलम ने दिया इस्तीफा Namami Gange Yojana: बिहार के इस जिले को केंद्र सरकार की सौगात, नमामी गंगे और अटल मिशन के तहत मिलेगा साढ़े पांच सौ करोड़ का विकास पैकेज जनेऊ नहीं उतारा तो परीक्षा से किया बाहर, FIR के बाद बढ़ी सियासत Parenting Tips: पढ़ाई के दौरान क्यों आती है बच्चों को नींद? ये काम करें; दूर हो जाएगी परेशानी Bihar politics: बहुमत है, पर नैतिकता नहीं', बीजेपी पर बरसे मनोज झा, वक्फ कानून की वापसी की उठाई मांग!

सिवान में नहर पर बना बांध टूटने से मचा हड़कंप, इंजीनियर ने चूहों पर मढ़ दिया सारा दोष

सिवान में नहर पर बना बांध टूटने से मचा हड़कंप, इंजीनियर ने चूहों पर मढ़ दिया सारा दोष

22-Jun-2024 04:47 PM

SIWAN: बिहार के सिवान में नहर पर बना बांध टूट गया। जिसके कारण पुल गिरने से अचानक आई तेज आवाज से इलाके में हड़कंप मच गया। पिलर धंसते ही कुछ ही मिनट में पुल धड़ाम से गिर गया। इस हादसे में फिलहाल किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। पुल ध्वस्त होने का लाइव वीडियो भी सामने आया है। घटना दरौंदा प्रखंड के रामगढ़ा पंचायत की है। 


बांध टूटने के कारण करीब पांच एकड़ में लगी फसल बर्बाद हो गई। वही पूरे इलाके में पानी भर गया है। 60 किसानों की फसले पूरी तरह बर्बाद हो गयी। मामला जिले के मैरवा के नवादा गांव का है। लोगों ने विभाग को इसकी जानकारी दी। सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंचे जूनियर इंजीनियर मदन मोहन ने सारा दोष चूहों पर मढ़ दिया। कहने लगे कि चूहों ने बांध में छेद कर दिया था जिस वजह से वह कमजोर होकर गिर गया। 


बताया जा रहा है कि यह पुल काफी पुराना था। पिछले वर्ष नहर का निर्माण कराया गया था, लेकिन नहर बनाने में लापरवाही बरती गई। जिसके कारण पानी के तेज बहाव से पुल के पिलर से मिट्टी का कटाव होने लगा। जिसके बाद पुल का पिलर धंसने लगा और कुछ ही मिनटों में पुल ताश के पत्तों की तरह ध्वस्त हो गया। पुल ध्वस्त होने से आवागमन पूरी तरह से बंद हो गया है।


गंडक नहर पर बना यह पुल महाराजगंज प्रखंड के पटेढी बाजार और दरौंदा प्रखंड के रामगढ़ पंचायत को जोड़ता था। इस पुल के सहारे हजारों लोग इस पार से उस पार आते-जाते थे। लेकिन अब लोगों को पास के गांव में जाने के लिए भी काफी लंबी दूरी तय करनी पड़ेगी। जिसको लेकर ग्रामीणों में आक्रोश भी बना हुआ है। आक्रोशित लोगों ने मांग की है कि पुल गिरने की जांच की जाए और जल्द से जल्द दोषियों पर कानूनी कार्रवाई की जाए।


वहीं स्थानीय लोगों ने पेयजल विभाग पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि विभागीय अधिकारी इस बांध पर ध्यान नहीं देते थे। इसकी कभी देखरेख भी नहीं की गई। जिस वजह से ये बांध कमजोर होता गया और एक दिन टूट गया. वहीं विभाग ने जल्द इस बांध को जल्द बना लेने का दावा किया है. जबकि JE मदन मोहन ने कहा कि नहर के आउटलेट के लिए जगह छोड़ी जाती है. जिसमें हर जगह चूहे ने छेद कर दिया था. पानी भरने की वजह से रिसाव ज्यादा हुआ और इस तरह से बांध टूट गया