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11-Mar-2020 03:50 PM
PATNA : कांग्रेस को अलविदा कह कर बीजेपी का दामन थामने वाले ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव का भी काम आसान कर दिया. दरअसल बिहार में राज्यसभा की 5 सीटों के लिए चुनाव होने हैं और आरजेडी के कोटे से 2 उम्मीदवारों को राज्यसभा जाना है. कांग्रेस ने एक सीट पर अपने उम्मीदवार को भेजने का दावा ठोका था. लेकिन मध्यप्रदेश में सिंधिया ने ऐसा फसाद खड़ा किया कि कांग्रेस घर के अंदरूनी झगड़े में उलझ कर रह गई.
भूल गई दावेदारी
मध्य प्रदेश में सियासी संकट शुरू होने से पहले बिहार कांग्रेस प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल ने तेजस्वी यादव के सामने राज्यसभा चुनाव को लेकर दावेदारी ठोकी थी. गोहिल ने तेजस्वी को याद दिलाया था कि उपचुनाव के पहले कांग्रेस के 1 उम्मीदवार को राज्यसभा भेजने का वादा आरजेडी ने किया था .गोहिल के इस दावे के पहले ही आरजेडी ने अपने 2 उम्मीदवारों को तय कर रखा था. लेकिन कांग्रेस की दावेदारी से तेजस्वी परेशानी में घिर सकते थे. इसी बीच मध्य प्रदेश में ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बगावत का बिगुल बजा दिया और कांग्रेस अपने घर के झगड़े में उलझ कर रह गई.
तेजस्वी को मिली राहत
सिंधिया के मध्य प्रदेश की कमलनाथ सरकार को ऐसे संकट में डाला है कि फिलहाल कांग्रेस आलाकमान से लेकर बिहार के प्रभारी तक सभी का ध्यान वही अटका हुआ है. बिहार में राज्यसभा के सीट पर दावेदारी को कांग्रेस भूल चुकी है. 13 मार्च तक राज्यसभा उम्मीदवारों को नामांकन करना है और आरजेडी ने अपने 2 उम्मीदवारों का नाम तय कर लिया है. ऐसे में कहना गलत नहीं होगा कि ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अनजाने में ही सही तेजस्वी यादव को बड़ी राहत दे दी है.