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20-May-2023 02:09 PM
By First Bihar
DESK : कर्नाटक में शनिवार को कांग्रेस की सरकार बन गई। सिद्धारमैया ने दूसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। राज्यपाल थावरचंद गहलोत ने आज दोपहर उन्हें पद की शपथ दिलाई। इनके बाद, डीके शिवकुमार ने डिप्टी सीएम के तौर पर शपथ ग्रहण किया। इसके आलावा मल्लिकार्जुन खड़गे के बेटे प्रियांक खड़गे, डॉ जी परमेश्वर, केएच मुनियप्पा, केजे जॉर्ज, सतीश जारकीहोली, रामालिंगा रेड्डी और जमीर अहमद खान को कैबिनेट में मंत्री बनाया गया है।
दरअसल, 13 मई को कर्नाटक विधानसभा चुनाव के नतीजे आए थे। जिसमें यहां के कुल 224 विधानसभा सीटों में से कांग्रेस 135 सीटों पर अपना कब्ज़ा जमाया था। इसके अलावा बीजेपी ने 66 और जेडीएस ने 19 सीटों पर जीत हासिल की थी। लेकिन, इसके बाद कांग्रेस में सीएम पद को लेकर पांच दिन तक मंथन चलता रहा और सिद्धारमैया को मुख्यमंत्री और डीके शिवकुमार को उपमुख्यमंत्री तय किया गया। अब आज दोनों ने अपने पद की शपथ लिया। ऐसी चर्चा है कि बाद में कैबिनेट का विस्तार होगा, जिसमें सिद्धारमैया और डीके शिवकुमार के खेमे के विधायकों को बराबर की संख्या में तरजीह दी जाएगी।
मालूम हो कि, इस शपथ ग्रहण समारोह में कुल 9 विपक्षी दलों के नेता मौजूद रहे। जिसमें नीतीश कुमार(जेडीयू ), तेजस्वी यादव(राजद ), डी राजा और सीताराम येचुरी (लेफ्ट), एमके स्टालिन (डीएमके), शरद पवार (एनसीपी), फारूख अब्दुल्ला (नेशनल कांग्रेस), कमल हासन (मक्कल नीधि माईम) महबूबा मुफ्ती (पीडीपी का नाम शामिल रहा।
आपको बताते चलें कि, सिद्धारमैया कैबिनेट में भी अहिन्दा फॉर्मूला लागू किया गया है। 8 में से 6 विधायक इसी समीकरण के सहारे मंत्री बने हैं। कैबिनेट में 3 दलित, 2 अल्पसंख्यक को शामिल किया गया है। इसके अलावा एक लिंगायत और एक वोक्कलिगा कैटेगरी से भी मंत्री बनाए गए हैं। अगर बात करें अहिन्दा फोर्मुले तो इसमेंअल्पसंख्यातारु (अल्पसंख्यक), हिंदूलिद्वारु (पिछड़ा वर्ग) और दलितारु (दलित वर्ग) को शामिल किया गया है। इस फॉर्मूले को धरम सिंह और एसएम कृष्णा की सरकार जाने के बाद तय किया गया था।