पटना में नगर निगम की लापरवाही से खुला मेनहोल बना जानलेवा, नाले में गिरा बच्चा पहली उड़ान बनी आखिरी सफर, सऊदी नौकरी पर निकले युवक ने फ्लाइट में दम तोड़ा, विदेश में नौकरी का सपना रह गया अधूरा जमुई में नक्सलियों की बड़ी साजिश नाकाम, जंगल से 24 सिलेंडर बम बरामद भागलपुर-हंसडीहा मुख्य मार्ग पर भीषण सड़क हादसा, महिला की मौत, 6 की हालत गंभीर Patna News: पटना एयरपोर्ट के लिए जारी हुआ नया आदेश, उल्लंघन किया तो होगी कड़ी कार्रवाई बेगूसराय में टला बड़ा हादसा: चलती ट्रेन के इंजन में लगी आग, यात्रियों ने कूदकर बचायी अपनी जान गांधी सेतु पर ट्रक और पिलर के बीच फंसा बाइक सवार, ट्रैफिक पुलिस ने किया रेस्क्यू AI in election: AI की चालबाज़ी से उलझे बिहार के वोटर! फर्जी कॉल्स-Deepfake से फैला भ्रम, अब चुनाव आयोग कसेगा शिकंजा! प्यार के लिए लड़का बना लड़की, अब पति किन्नर से शादी की जिद पर अड़ा Bihar politics : तेजस्वी ने किया 'महिला संवाद' पर हमला, जदयू का पलटवार...क्या महिलाओं की तरक्की से डरते हैं नेता प्रतिपक्ष?
26-Sep-2022 07:09 AM
PATNA : शक्ति उपासना के महापर्व शारदीय नवरात्र का आज से शुभारंभ हो गया। नौ दिनों तक चलने वाले इस अनुष्ठान के दौरान भक्त मां दुर्गा के विभिन्न स्वरूपों की अराधना करेंगे। आज कलश स्थापना के साथ ही इस अनुष्ठान की शुरूआत हो जाएगी। आज मां के पहले स्वरूप माता शैलपुत्री की पूजा अर्चना होगी। ऐसी मान्यता है कि मां शैलपुत्री की जो भी श्रद्धालु सच्चे मन से पूजा-अर्चना करते हैं, मां उनकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण करती हैं और उन्हें मनवांछित फल देती हैं।
इस बार नवरात्रि का पर्व पूरे 9 दिनों का होगा, जो आज से से शुरू होकर 4 अक्टूबर तक चलेगा, जबकि 5 अक्टूबर को विजयादशमी का त्योहार मनाया जाएगा। इस बार माता का आगमन और प्रस्थान दोनों ही हाथी पर हो रहा है, जो शुभ फलदायी है। कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त आज सुबह 06 बजकर 11 मिनट से शुरू होकर सुबह 07 बजकर 51 मिनट तक ही रहेगा। लेकिन जो भक्त इस मुहूर्त में कलश की स्थापना नहीं कर पाएंगे वे अभिजीत मुहूर्त में सुबह 11:49 से 12:37 बजे के बीच कलश स्थापना कर सकते हैं।
आज नवरात्रि के पहले दिन माता शैलपुत्री, 27 सितंबर को माता ब्रह्मचारिणी, 28 सितंबर को माता चंद्रघंटा, 29 सितंबर को माता कूष्माण्डा, 30 सितंबर को स्कंदमाता, 01 अक्टूबर को षष्ठी के दिन मां कात्यायनी, 02 अक्टूबर को सप्तमी के दिन मां कालरात्रि, 03 अक्टूबर को अष्टमी के दिन महागौरी, 04 अक्टूबर को नवमी के दिन मां सिद्धिदात्री की अराधना करेंगे। सनातन धर्म में नवरात्रि का विशेष महत्व है।