ब्रेकिंग न्यूज़

बेगूसराय में संदिग्ध हालात में बीटेक छात्र की मौत, परिजनों ने लगाया हत्या का आरोप BIHAR: 25 हजार का इनामी अपराधी सुदर्शन खां गिरफ्तार, 10 से अधिक मामलों में था वांछित महाराष्ट्र में हिंदी भाषियों पर हमले के खिलाफ समाजसेवी अजय सिंह ने भोजपुर में दर्ज कराई शिकायत, कार्रवाई की मांग बिहार में अपराधी बेलगाम: बेतिया में नाबालिग से गैंगरेप, भागलपुर में महिला से दुष्कर्म की कोशिश ISM पटना में “अंतरराष्ट्रीय शोध और उच्च अध्ययन” पर सेमिनार,भारत-यूरोप शिक्षा सहयोग पर हुई चर्चा Bihar News: CM नीतीश ने संविदा-आउटसोर्स वाली नियुक्ति को लेकर की बड़ी घोषणा...इन्हें मिलेगा बड़ा लाभ, जानें... बिहार के उद्योग मंत्री नीतीश मिश्रा का जन्मदिन आज, भारत प्लस ग्रुप के CMD अजय सिंह ने दी बधाई Bihar Crime News: बिहार में उत्पाद विभाग की टीम पर फिर से हमला, दारोगा समेत चार जवान घायल; स्कॉर्पियो में तोड़फोड़ Bihar Crime News: बिहार में उत्पाद विभाग की टीम पर फिर से हमला, दारोगा समेत चार जवान घायल; स्कॉर्पियो में तोड़फोड़ Bihar Election 2025: बिहार में वोटर लिस्ट वेरिफिकेशन विवाद के बीच चुनाव आयोग का X पर पोस्ट, दिया अनुच्छेद 326 का हवाला

गया में स्कूली बच्चों का बड़ा आरोप, कहा- टीचर करती है भेदभाव, आयुक्त ने दिए जांच के आदेश

गया में स्कूली बच्चों का बड़ा आरोप, कहा- टीचर करती है भेदभाव, आयुक्त ने दिए जांच के आदेश

10-Jul-2019 06:05 PM

By 9

GAYA: गया शहर के महादलित टोले के बच्चों ने स्कूल की टीचर पर भेदभाव करने का आरोप लगाया है. बच्चों ने आरोप लगाया है कि टीचर उन्हें क्लासरुम के बाहर बिठा देती हैं. बच्चों के आरोप के बाद आयुक्त ने इस मामले के जांच के आदेश दिए हैं. https://www.youtube.com/watch?v=Jzc4498DyHk महादलित टोले में रहने वाले बच्चों का आरोप बेहद गंभीर है. कारण है कि एक तरफ राज्य सरकार पिछड़ों के उत्थान के लिए इतने सारे उपाय कर रही है. पिछड़े वर्ग के बच्चों के शिक्षा के लिए तमाम कोशिशें कर रही है लेकिन दूसरी तरफ स्कूल के शिक्षक ही उन्हें शिक्षा देने को तैयार नहीं हैं. शहर के पुलिस लाइन स्थित महादलित टोले के दर्जनों बच्चों के माता-पिता ने स्कूल के शिक्षकों पर गंभीर आरोप लगाया है. इनका कहना है कि स्कूल की महिला प्रभारी शिक्षिका उनके साथ भेदभाव करती हैं. कभी उन्हें स्कूल से वापस लौटा दिया जाता है तो कभी क्लासरुम से बाहर बैठा दिया जाता है. बता दें कि इस बस्ती के बच्चों को पढ़ाने के लिए कुछ महीने पहले एक अस्थायी स्कूल भी खोला गया था. जहां शिक्षक आते थे और बच्चों को शिक्षा मिलती थी लेकिन वो स्कूल भी पिछले कई दिनों से बंद है.