New Roads: ₹43 करोड़ की लागत से यहाँ कई सड़कों का निर्माण, बिहार के लोगों को बड़ी राहत Bihar News: बिहार के स्कूल से अपहृत बच्चा इस राज्य से बरामद, अपहरणकर्ता चढ़ा पुलिस के हत्थे Bihar News: बिहार के अस्पतालों में नहीं होगा इलाज, हड़ताल पर गए डॉक्टर; क्या नीतीश सरकार पूरी करेगी मांग Bihar News: 'मंत्री का प्रचार किया तो छह इंच छोटा कर देंगे', बिहार विधानसभा चुनाव से पहले नक्सली पर्चा और धमकी मिलने से दहशत Bihar News: महापर्व छठ को यूनेस्को टैग दिलाने में जुटी भारत सरकार, कई देशों ने दिया साथ का आश्वासन Bihar Teacher News: त्योहारी सीजन में तनख्वाह से क्यों वंचित हैं शिक्षक? जानिए... वजह Bihar Weather: बिहार में अगले 3 दिन भारी बारिश, IMD का अलर्ट जारी मुजफ्फरपुर: पशु व्यवसायी से लूट का आरोपी 24 घंटे में गिरफ्तार, कैश भी बरामद सरैया बाजार से अयोध्या के लिए 17वां जत्था रवाना, अजय सिंह का हुआ जोरदार स्वागत Bihar News: ‘परिवार बचाओ, संपत्ति बचाओ यात्रा पर निकले हैं तेजस्वी’ रोहित कुमार सिंह का बड़ा हमला
11-Sep-2020 01:44 PM
PATNA : बिहार विधानसभा चुनाव में जनता दल यूनाइटेड ने अपने दलित कार्ड को मजबूत बनाने के लिए रणनीति पर काम करना शुरू कर दिया है. जनता दल यूनाइटेड की रणनीति में विरोधियों के साथ-साथ सहयोगी दल एलजेपी को भी जवाब देना शामिल है. लोक जनशक्ति पार्टी के रुख को देखते हुए जनता दल यूनाइटेड ने अपने दलित नेताओं को रणनीति बनाने का है. संतोष निराला के आवास पर आज पार्टी के दलित विधायकों और मंत्रियों की बैठक हो रही हैं.
इस बैठक में मंत्री संतोष निराला के साथ-साथ मंत्री अशोक चौधरी मंत्री महेश्वर हजारी भी मौजूद हैं. इसके अलावा एससी एसटी वर्ग से आने वाले पार्टी के अन्य विधायक भी बैठक में शामिल हुए हैं. बैठक में इस बात पर चर्चा हो रही है कि विधानसभा चुनाव में एससी एसटी वर्ग के हितों का सवाल उठाते हुए एक कैसे इससे तबके का वोट जेडीयू में ट्रांसफर कराया जाए.
सीएम को किया जाएगा सम्मानित
बैठक में जेडीयू के मंत्री संतोष निराला, अशोक चौधरी, महेश्वर हजारी, रमेश ऋषिदेश समेत कई विधायक और नेता मौजूद हैं. सभी ने बैठक में बैठक में फैसला लिया हैं कि सीएम नीतीश कुमार को सम्मानित किया जाएगा. सीएम ने दलितों के बेहतरी को लेकर कई बड़े फैसले लिए हैं. इसकी भी चर्चा हुई. इस बात पर फोकस किया गया है कि सरकार ने जो काम किया है उसको दलितों के बीच बताया जाए. दलितों को लेकर श्याम रजक भी बैठक करते थे, हालांकि वह नाराज होकर जेडीयू का साथ छोड़कर आरजेडी के पास पहुंच गए है.