पुलिस की चौकसी पर उठा सवाल: मुजफ्फरपुर में लग्जरी कार सवार बदमाशों का दुस्साहस देखिये, गैस कटर से SBI ATM काटकर 25 लाख उड़ाए तेजस राजधानी एक्सप्रेस में परोसा गया खराब खाना, यात्रियों का आरोप—शिकायत पर बोला स्टाफ “कंप्लेन कही भी कर लो कुछ नहीं होगा” अच्छी नौकरी करने वाली पत्नी को नहीं मिलेगा गुजारा भत्ता, इलाहाबाद हाईकोर्ट का बड़ा फैसला जानिये कौन है प्रमोद निषाद?..जिसने 19 हजार फर्जी आधार कार्ड का पूरा नेटवर्क खड़ा कर दिया जमुई में महादलित युवक को नंगा करके पीटा, वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर किया वायरल IndiGo Flight News: इंडिगो की उड़ानों का रद्द होने का सिलसिला जारी, पटना से 8 फ्लाइट कल कैंसिल आय से अधिक संपत्ति मामला: AIG प्रशांत कुमार के खिलाफ दर्ज FIR रद्द, हाई कोर्ट के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जाएगी SVU आय से अधिक संपत्ति मामला: AIG प्रशांत कुमार के खिलाफ दर्ज FIR रद्द, हाई कोर्ट के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जाएगी SVU अगुवानी–सुल्तानगंज पुल का मुख्य सचिव ने किया निरीक्षण, मई 2027 तक पूरा करने का लक्ष्य Pawan Singh Threat Case: ‘हम जो करते हैं खुलेआम करते हैं, पवन सिंह को धमकी नहीं दी’, लॉरेंस बिश्नोई गैंग का ऑडियो आया सामने
26-Nov-2020 01:08 PM
By AKASH KUMAR
AURANGABAD : औरंगाबाद जिले के ओबरा प्रखंड के बीसीओ अंकेश पासवान को निगरानी टीम में 35 हजार रुपये घुस लेते गिरफ्तार कर लिया है. दरअसल, व्यापार मंडल अध्यक्ष गिरीश कुमार ने निगरानी में बीसीओ के खिलाफ पैसे के भुगतान के लिए अवैध राशि मांगे जाने की शिकायत दर्ज कराई थी जिसके बाद निगरानी टीम ने कार्रवाई करते हुए बीसीओ को रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया है.
बताया जा रहा है कि जब मंडल अध्यक्ष गिरीश कुमार 35 हजार रुपये लेकर प्रखंड सहकारिता कार्यालय पहुंचे तो यहां पैसे देने के साथ ही बीसीओ को गिरफ्तार कर लिया गया. पूछताछ के बाद निगरानी विभाग की टीम प्रखंड बीसीओ को अपने साथ गिरफ्तार कर लेकर चली गई.
मंडल अध्यक्ष गिरीश कुमार ने बताया कि उनका करीब 10 लाख रुपए का भुगतान काफी समय से लंबित था. ट्रांसपोर्टिंग और अन्य भुगतान के बदले प्रखंड सहकारिता पदाधिकारी के द्वारा पैसों की मांग की जा रही थी. इधर जिला प्रशासन ने बयान जारी करते हुए कहा है कि सरकार द्वारा जिला स्तरीय एवं राज्यस्तरीय निगरानी समिति एवं धावा दल का गठन करते हुए नियंत्रण कक्ष नंबर जारी किए गए थे जिन पर प्राप्त शिकायतों पर अग्रतर कार्रवाई की जा रही है.
गिरीश कुमार के शिकायत के बाद निगरानी टीम ने मामले के सत्यापन के लिए टीम बनाई और जब घतान्स्थल पर पहुंचे तो बीसीओ अंकेश कुमार को 35 हजार रुपये घुस लेते हुए रंगेहाथ पकड़ लिया. फिलहाल गिरफ्तार प्रखंड सहकारिता पदाधिकारी को आगे की कार्रवाई के लिए पटना ले जाया गया है और उनके खिलाफ सबूत इकठ्ठा कर विभागीय कार्रवाई भी शुरू की जा रही है.