ब्रेकिंग न्यूज़

दरभंगा में 22 दिसंबर तक स्कूल बंद, कपकपाती ठंड को देखते हुए डीएम ने लिया फैसला बिहार में नहीं थम रहा भूमि विवाद का मामला: बेगूसराय में जमीन के लिए किसान को मारी गोली, हालत गंभीर सारण की अंजली कुशवाहा ने रचा इतिहास, प्रथम प्रयास में BSPHCL परीक्षा में बालिका वर्ग में सर्वोच्च स्थान सारण में आपसी विवाद में महिला पर हमला, इलाज के दौरान मौत, पति ने पट्टीदारों पर हत्या का लगाया आरोप BIHAR: चर्चित सजल अपहरण कांड का खुलासा, मास्टरमाइंड निकला साथ रहने वाला डॉक्टर बिहार की छात्राओं के लिए ‘साथी’ कार्यक्रम की शुरुआत, IIT जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए कोचिंग की व्यवस्था BIHAR: छापेमारी करने गई पुलिस टीम पर शराब तस्करों ने किया हमला, सब इंस्पेक्टर समेत 4 जवान घायल NMSRC-2025 सम्मेलन: शोध, अनुकूलनशीलता और दूरदर्शी सोच पर विशेषज्ञों का जोर बढ़ती ठंड के कारण 21 दिसंबर तक सभी स्कूल बंद, डीएम ने जारी किया आदेश Rajniti Prasad: पूर्व आरजेडी सांसद राजनीति प्रसाद का निधन, 79 वर्ष की आयु में ली आखिरी सांस

रंगीन मछलियों का हब बनेगा बिहार, पालन के लिए सरकार देगी 60 प्रतिशत तक अनुदान

रंगीन मछलियों का हब बनेगा बिहार, पालन के लिए सरकार देगी 60 प्रतिशत तक अनुदान

15-Jul-2020 11:30 AM

PATNA : अगर आप भी रंगीन मछली पालन करने की सोच रहे हैं तो आपके लिए अच्छी खबर है.अब जल्द ही बिहार में भी रंगीन मछलियों का उत्पादन शुरू होगा और सरकार इसके लिए आपको अनुदान भी देगी.  जिसके लिए सरकार की तरफ से तैयारी की गई है. 

इसके पीछे रंगीन मछली उत्पादन, बिक्री और एक्वेरियम निर्माण के माध्यम से अधिक से अधिक युवाओं और महिलाओं को रोजगार दिलाने का लक्ष्य रखा गया है. जानकारी के अनुसार समान्य वर्ग को 40 प्रतिशत और एससी-एसटी, ओबीसी समेत सभी वर्ग की महिलाओं को 60 प्रतिशत अनुदान मिलेगा.

राज्य सरकार ने पीएम मत्स्य संपदा योजना के तरह इसका प्रस्ताव केंद्र को भेजा है. इसी साल यह योजना शुरू करने का लक्ष्य रखा गया है. शुरू में यह योजना पटना, मुजफ्फरपुर सहित 8 जिलों में लागू होगी. इसके बाद बाकि के जिलों में लागू किया जाएगा. 

 उत्पादन के लिए मत्स्य निदेशालय इस योजना के तहत किसानों, युवाओं व महिलाओं को कोलकाता में प्रशिक्षण दिलाएगा. अभी कोलकाता से ही रंगीन मछलियों की आपूर्ति होती है.गोल्डफिश, कोइकर्प, जेब्रा डामियो, ब्लैक बिडो, एंजल चिचलेट, ब्रूडल एंजल, टेट्रा, नियोन टेट्रा, सर्पा टेट्रा, बबल्स, एंजलफिश, रेडलाइन, तारपीडो, लोचेज, लिफफिश, गप्पीज, मौली, स्वार्डटेल और प्लेटी मछलियों का उत्पादन किया जाएगा. 

मछली पालन के लिए तीन तरह की योजना है. 


इटीग्रेटेड: रंगीन मछली फार्मिंग के लिए 500 वर्गमीटर हैचरी की लागत 25 लाख प्रति इकाई है. जिसमें साल में एक लाख रंगीन मछली का उत्पादन होगा.
मीडियम: 150 वर्गमीटर की लागत इकाई 8 लाख रुपए है. इसमें एक साल में  30 से 32 हजार रंगीन मछली का उत्पादन होगा.
छोटा: 300 फीट की लागत 3 लाख रुपए है. इसमें साल में  लगभग 10 हजार मछली का उत्पादन होगा.