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09-Oct-2020 08:14 AM
By Ganesh Samrat
PATNA : लोक जनशक्ति पार्टी के अंदर 'बड़े साहब' के संबोधन के जरिए रामविलास पासवान को याद किया जाता है। पार्टी के नेता हो या फिर परिवार के सदस्य या फिर अन्य समर्थक के अगर स्वर्गीय रामविलास पासवान को कोई याद करता है तो इसके लिए वह बड़े साहब का ही संबोधन करता है. दिल्ली से पटना पहुंचने के बाद स्वर्गीय रामविलास पासवान सबसे पहले एयरपोर्ट के पास स्थित अपनी पार्टी के प्रदेश कार्यालय पहुंचे थे. कुछ वक्त वहां गुजारने के बाद ही वह एसके पुरी स्थित अपने आवास जाते थे या फिर हाजीपुर थे. आज रामविलास पासवान का पार्थिव शरीर एलजीपी कार्यालय लाया जाएगा इसे लेकर वहां तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है.
रामविलास पासवान का पार्थिव शरीर बाद में उनके श्रीकृष्णापुरी स्थित आवास ले जाया जाएगा और लोग यहां भी उनका अंतिम दर्शन कर पाएंगे. दीघा घाट पर राम विलास पासवान के अंतिम संस्कार के लिए तैयारियां शुरू कर दी गई हैं. एलजेपी कार्यालय में तमाम तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है लेकिन यहां हर कोई बिलखते हुए अपने बड़े साहब को याद कर रहा है.
उधर पटना के श्रीकृष्णापुरी आवास पर भी सन्नाटा पसरा हुआ है. परिवार का कोई सदस्य वहां मौजूद नहीं हैं, लेकिन उनके स्टाफ से लेकर सिक्योरिटी के लोग भी गमगीन है. सबों का रो रो कर बुरा हाल है. रामविलास पासवान ना केवल अपनी पार्टी परिवार और समर्थकों के लिए बल्कि अपने साथ रहने वाले सुरक्षाकर्मियों से लेकर स्टाफ तक के लिए बेहद खास थे. सबके साथ व्यक्तिगत संबंधों को उन्होंने निभाया और यही वजह है कि उनके चले जाने के बाद सभी गम में डूबे हुए हैं.