Railway News: बिहार के इन तीन रेलवे स्टेशनों पर यात्रियों को मिलेगी नई सुविधा; जानिए क्या है खास Bihar Election 2025 : दूसरे चरण में 122 सीटों पर मतदान, राजद की साख और एनडीए की परीक्षा; सबसे ज्यादा इस पार्टी के उम्मीदवार मैदान में Bihar Election 2025: महिलाओं और युवाओं की ‘दोहरी क्रांति’, रिकॉर्ड वोटिंग से बदला चुनावी समीकरण; कौन बनेगा 'X फैक्टर' Bihar Election 2025: दूसरे चरण की वोटिंग से पहले नीतीश ने लालू-तेजस्वी की बढ़ा दी टेंशन, अब कैसे किला फतह? Bihar News: हमेशा के लिए ख़त्म हुई पोस्ट ऑफिस जाने की झंझट, बिहार के लोगों को अब एक क्लिक में मिलेगी डाक सेवाएं Bihar Politics : बिहार की 4 सीटों पर NDA और महागठबंधन का नया प्रयोग, देखिए नीतीश-तेजस्वी और मोदी किसे होगा फायदा Sonpur Fair: एशिया के सबसे बड़े मेले का आज होगा उद्घाटन, थियेटर से लेकर नए ब्रीड के पशु-पक्षियों को लेकर रहा है खूब चर्चित; जानिए इस बार क्या है ख़ास Bihar Election 2025 : सम्राट चौधरी बोले – जनता ने आधा आशीर्वाद दे दिया है, बाकी लेने जा रहे हैं, तेजस्वी यादव पर साधा निशाना Bihar Election 2025 : दूसरे चरण में जातीय समीकरणों की जंग, 122 सीटों पर ‘जाति बनाम जाति’ का दिलचस्प मुकाबला Bihar Crime News: 'सुनो न भाई जरा मेरी एक हेल्प कर दो...', गर्लफ्रेंड के भाई को दोस्त बना बॉयफ्रेंड करवा रहा था यह काम; अब हो गया बड़ा कांड
30-Aug-2020 12:04 PM
PATNA: कोरोना संकट की वजह से देश के कई राजनीतिक दल वर्चुअल तरीके से अपने नेताओं-कार्यकर्ताओं और आमलोंगो से जुड़ते रहे हैं। बीजेपी वर्चुअल रैली और संवाद करती रही है। 6 सितम्बर को बिहार के सीएम नीतीश कुमार भी वर्चुअल रैली करने वाले हैं। कुल मिलाकर कोरोना काल में डिजिटल प्लेटफार्म के जरिए रैली और संवाद राजनीतिक दलों की मजबूरी बन गयी है क्योंकि इसी साल बिहार में विधानसभा के चुनाव भी होने हैं।
दिलचस्प है कि विपक्षी पार्टियां प्रचार और संवाद के वर्चुअल तरीकों का विरोध करती रही हैं और यह मांग करती रही हैं कि चुनाव आयोग को इस पर रोक लगानी चाहिए लेकिन अब उन राजनीतिक दलों ने वर्चुअल प्रचार की तैयारी शुरू कर दी है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने घोषणा की है कि वे डिजिटल प्लेटफार्म के जरिए चुनाव प्रचार करेंगे। राहुल गांधी के इस एलान पर बिहार सरकार में पथ निर्माण मंत्री और बीजेपी नेता नंद किशोर यादव ने तंज कसा है।
उन्होंने कहा है कि राहुल गांधी के इस फैसले का हम स्वागत करते हैं। आपको बता दें कि डिजिटल रैली को लंबे वक्त से विवाद चला आता रहा है। जब केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने डिजिटल रैली के जरिए बिहार चुनाव का शंखनाद किया था तो उन पर कई तरीके के आरोप लगे थे लेकिन अब जब चुनाव आयोग ने साफ कर दिया है कि बिहार में विधानसभा के चुनाव तय समय पर हीं होंगे तो डिजिटल प्लेटफार्म के जरिए प्रचार हर राजनीतिक दल की मजबूरी बन गयी है।