मुजफ्फरपुर: पशु व्यवसायी से लूट का आरोपी 24 घंटे में गिरफ्तार, कैश भी बरामद सरैया बाजार से अयोध्या के लिए 17वां जत्था रवाना, अजय सिंह का हुआ जोरदार स्वागत Bihar News: ‘परिवार बचाओ, संपत्ति बचाओ यात्रा पर निकले हैं तेजस्वी’ रोहित कुमार सिंह का बड़ा हमला Bihar News: ‘परिवार बचाओ, संपत्ति बचाओ यात्रा पर निकले हैं तेजस्वी’ रोहित कुमार सिंह का बड़ा हमला बड़हरा में माई-बहन सम्मान योजना को मिला जबरदस्त समर्थन, 50 हज़ार से अधिक फॉर्म जमा Traffic Challan: माफ होंगे 12.93 लाख गाड़ियों के चालान, वाहन मालिकों को मिली बड़ी राहत Traffic Challan: माफ होंगे 12.93 लाख गाड़ियों के चालान, वाहन मालिकों को मिली बड़ी राहत Bihar Politics: बिहार में विधायकों की कथित खरीद-फरोख्त का मामला, BJP एमएलए से EOU ने तीन घंटे तक की पूछताछ; अब JDU विधायक की बारी Bihar Politics: बिहार में विधायकों की कथित खरीद-फरोख्त का मामला, BJP एमएलए से EOU ने तीन घंटे तक की पूछताछ; अब JDU विधायक की बारी मोतिहारी के इन सरकारी स्कूलों में 'चवन्नी' का काम नहीं और BSEIDC से करोड़ों की अवैध निकासी ! खुलासे के बाद भी भुगतान को लेकर 'पटना' भेजी जा रही सैकड़ों फाइल
13-Mar-2021 08:41 PM
PATNA: पूर्व राज्यसभा सांसद आर.के.सिन्हा ने कांग्रेस पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पूरी तरह से कन्फ्यूज पार्टी है। अब पूरे देश में सत्याग्रह करके कांग्रेस किसानों का सहयोग करने की बात कर रही है। कांग्रेस ने किसान आंदोलन को योजनाबद्ध तरीके से फाइनेंस किया। किसानों का आंदोलन पूरी तरह उनके कब्जे में आ जाये इसकी भरपुर कोशिश कांग्रेस ने की। लेकिन सारे तिकड़म लगाने के बावजूद किसान उनके झांसे में नहीं आए। कांग्रेस एक बार फिर किसानों को झांसा में देने की कोशिश कर रही है जिसके लिए अब वे सत्याग्रह का रास्ता अपनाने वाले हैं।
पूर्व सांसद आर.के.सिन्हा ने कहा कि आजादी के 75वें वर्षगांठ के शुरुआत के रुप में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमृत महोत्सव की शुरुआत कर रहे हैं। सावरमती आश्रम से डांडी मार्च की भी शुरुआत उन्होंने की। यह सब देख अब कांग्रेस को समझ में नहीं आ रही है कि वे क्या करे।
R.K.SINHA ने कहा कि कांग्रेस अब बिलकुल फेसबुकिया पार्टी बन चुकी है। अब ट्विटर और फेसबुक ही इनका आधार रह गया है। जनता से अब इनको कोई सरोकार नहीं रह गया है। अब ये प्रजातंत्र की बात करते हैं। लेकिन इनकी पार्टी के अंदर देख लिजिए प्रजातंत्र कितना है। प्रजातंत्र की हत्यारिन कौन थी? देश में एक ही बार तो प्रजातंत्र की हत्या हुई है। उन्हीं के नेताओं द्वारा प्रजातंत्र का गला घोंटने की असफल कोशिश की गई।