मुजफ्फरपुर: ट्रेन में चोरी का खुलासा, 6 आरोपी गिरफ्तार; जेवरात बरामद मुंगेर में साइबर ठगों का खेल जारी, दो लोगों से 13 लाख रुपये की ठगी, साइबर थाने में केस दर्ज मुंगेर में शराब माफिया ने किया पुलिस टीम पर हमला, QRT के 3 जवान घायल, सरकारी राइफल छीने जाने की खबर मुंगेर में चलती कार में लगी भीषण आग, कूदकर दो भाईयों ने बचाई अपनी जान Bihar में शिक्षकों की नियुक्ति में हुआ बड़ा फर्जीवाड़ा: जाली दस्तावेज के सहारे नौकरी करने वाले 2912 टीचर पकड़े गये, अभी और मामले सामने आयेंगे छपरा में फ्लिपकार्ट के गोदाम से 2.36 लाख की चोरी, खिड़की का ग्रिल काटकर चोरों ने दिया घटना को अंजाम Success Story: कई बार असफल होने के बावजूद नहीं टूटे हौसले, जुनून ने बना दिया अधिकारी, दिलचस्प है IAS प्रियंका गोयल की सक्सेस स्टोरी Success Story: कई बार असफल होने के बावजूद नहीं टूटे हौसले, जुनून ने बना दिया अधिकारी, दिलचस्प है IAS प्रियंका गोयल की सक्सेस स्टोरी अरवल DM ने मधुश्रवां क्षेत्र का किया निरीक्षण, पर्यटन के विकास की संभावनाओं का किया आकलन CBSE KVS NVS Recruitment Exam 2026: CBSE ने जारी किया KVS–NVS भर्ती टियर-1 परीक्षा शेड्यूल, जानिए.. एग्जाम का डेट और टाइम
12-Apr-2024 03:31 PM
By First Bihar
GOPALGANJ : छत्तीसगढ़ में हुए 776 करोड़ के घोटाले के मामले में गोपालगंज की पुलिस ने पूर्व आईएएस और छत्तीसगढ़ अबकारी विभाग के पूर्व विशेष सचिव अरुणपति त्रिपाठी को आज गिरफ्तार कर लिया है। उनकी गिरफ्तारी बिहार के गोपालगंज जिला के भोरे थानाक्षेत्र के सिसई गांव से हुई है। पुलिस कप्तान स्वर्ण प्रभात ने इस गिरफ्तारी की पुष्टि की है। एसपी ने बताया कि आईएएस कैडर के पदाधिकारी और छत्तीसगढ़ में आबकारी विभाग के पूर्व विशेष सचिव अरुणपति त्रिपाठी पर घोटाले का मामला दर्ज है।
वहीं, छत्तीसगढ़ के भिलाई के रहने वाले प्रकाश पति त्रिपाठी के पुत्र अरुणपति त्रिपाठी 9 माह तक जेल में रहने के बाद बाहर निकले थे और बीते जनवरी माह से ही मोबाइल बंद कर फरार चल रहे थे। छत्तीसगढ़ पुलिस की इनपुट पर गोपालगंज के भोरे थानाक्षेत्र की पुलिस ने सिसई गांव से अरुणपति त्रिपाठी को गिरफ्तार कर लिया और इन्हें छत्तीसगढ़ की एसीबी पुलिस को सौंप दिया है।
वहीं, गिरफ्तारी के बाद पूर्व विशेष सचिव अरुणपति त्रिपाठी का एक वीडियो भी सामने आया है। जिसमें वह छतीसगढ़ में नई सरकार के गठन होने के बाद साजिश के तहत फंसाने का आरोप लगा रहे हैं। जबकि छत्तीसगढ़ में 776 करोड़ रुपये के शराब घोटाले का मामला प्रकाश में आया था। जिसमें सरकार ने नए सिरे से जांच के लिए एसीबी और ईओडब्ल्यू में एफआईआर दर्ज कराई थी।
एफआईआर में गोपालगंज के भोरे थानाक्षेत्र के सिसई निवासी और छत्तीसगढ़ के आबकारी विभाग के पूर्व विशेष सचिव और छत्तीसगढ़ राज्य विपणन निगम लिमिटेड (सीएसएमसीएल) के एमडी अरुणपति त्रिपाठी समेत कुल 70 लोगों को अभियुक्त बनाया है। उधर, इसी मामले में अरुणपति त्रिपाठी फरार चल रहे थे और गोपालगंज की पुलिस ने भोरे थानाक्षेत्र के सिसई गांव से उन्हें गिरफ्तार कर छत्तीसगढ़ की एसीबी को सौप दिया है।