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11-Feb-2023 04:37 PM
By BADAL ROHAN
PATNA CIY: पटना सिटी में पुलिस बर्बरता के खिलाफ वीआईपी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने शनिवार को बाईपास थाने का घेराव किया और जमकर नारेबाजी की। इस दौरान बाईपास इलाके में घंटों अफरा-तफरी का माहौल बना रहा। कार्यकर्ताओं ने बाईपास थाना प्रभारी को सस्पेंड करने की मांग की।
बता दें कि करीब 20 दिन पहले बाईपास थाने की पुलिस ने एक चाय दुकानदार को गिरफ्तार करने गई थी। इसी क्रम में वहां के लोगों ने जब इसका विरोध किया तो बाईपास थाने की पुलिस ने महिलाओं और बच्चों की जमकर पिटाई कर दी। इस घटना में पुलिस ने काफी बर्बरता दिखाते हुए महिलाओं और बच्चों को खदेड़-खदेड़ कर पीटा था। इस घटना में कई महिलाएं भी बुरी तरह से घायल हो गई थी और कई महिलाओं का सिर भी फूट गया था। पुलिस की इस बर्बरता के बाद लोगों का आक्रोश बढ़ गया।
इस बीच कई बार पुलिस ने शांति समिति की बैठक कर लोगों को समझाने की कोशिश की। स्थानीय लोगों ने वरीय पुलिस अधिकारियों से मिलकर बाईपास थाना प्रभारी के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की। इसके बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की गयी। जिसके बाद शनिवार को वीआईपी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने बाईपास थाने का घेराव कर दिया। इसे लेकर बाईपास इलाके में घंटों अफरा-तफरी का माहौल बना रहा।
वीआईपी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने एक सूर में कहा कि बाईपास थाना के पदाधिकारी आमलोगों की बात नहीं सुनते और बेकसूर लोगों पर अपना पुलिसिया दबाव बनाते रहते हैं। प्रदर्शन कर रहे लोगों का यह मानना है कि जब तक बाईपास थाना प्रभारी के खिलाफ पुलिस के आला अधिकारी कार्रवाई नहीं करेंगे तब तक उनका विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा।
हंगामे की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचे पटनासिटी DSP ने कार्रवाई का आश्वासन देकर आक्रोशित लोगों को शांत कराया। विकासशील इंसान पार्टी (VIP) के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुकेश सहनी ने कहा कि पुलिस ने वापर का दुरुपयोग किया है ऐसे पुलिस कर्मियों को दंडित किया जाना चाहिए। वीआईपी कार्यकर्ताओं के हंगामें पर मुकेश सहनी ने कहा कि 24 जनवरी की घटना पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़ा करने वाला है। जहां छह पीढ़ी से एक चाय दुकानदार चाय बेच रहा था जिससे बाइपास थाने की पुलिस हफ्ता वसूलने गयी थी। जब चाय दुकानदार ने हफ्त देने से मना कर दिया तब पुलिस ने चाय दुकानदार की पिटाई कर दी। पुलिस की पिटाई को देख जब स्थानीय लोगों ने इसका विरोध किया तब पुलिस पीछे हटी। लेकिन अगले ही दिन पुलिस की टीम पूरी प्लानिंग के साथ फिर चाय की दुकान पर पहुंची। जहां चाय दुकान पर मौजूद दुकानदार और मां को अरेस्ट किया और उनके साथ मारपीट की।
पिटाई के बाद चाय दुकानदार को पुलिस ने बेऊर जेल में भेज दिया। इस मामले पर मुकेश सहनी का कहना है कि एक आतंकवादी पर जो धारा लगाया जाता है वही धारा चाय दुकानदार पर लगाया गया जिससे की उसे कभी बेल ना मिले। एक हफ्ते से पीड़ित परिवार न्याय की मांग के लिए दर-दर भटक रहा है। मुकेश सहनी ने कहा कि गरीब इंसान के साथ नाइंसाफी किया गया है। डीएसपी से बात की गयी कि जिसने गलत किया है उसे सजा मिले। पुलिस ने पावर का दुरुपयोग किया है। ऐसे पुलिस कर्मियों को दंडित किया जाए।
बिहार की राजधानी पटना के बाईपास थाना क्षेत्र में पिछले महीने एक चाय दुकानदार के पुलिस को हफ्ता नहीं दिए जाने पर प्रताड़ित कर जेल भेज देने के विरोध में शनिवार को विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के कार्यकर्ता सड़कों पर उतरे और पुलिस पर जमकर आरोप लगाए। वीआईपी के प्रमुख मुकेश सहनी के नेतृत्व में सड़क पर उतरे वीआईपी के कार्यकर्ता ने हंगामा किया। इस दौरान वीआईपी के प्रमुख मुकेश सहनी ने कहा कि पिछले महीने पिंटू के चाय दुकान पर हफ्ता मांगने आई।
दुकानदार परिवार द्वारा इनकार किए जाने के कुछ दिन बाद पुलिस के लोग फिर से चाय दुकान पर पहुंचे और दुकानदार परिवार के साथ मारपीट की और थाना में ले आए। इसके बाद सभी को जेल भेज दिया गया। सहनी ने बताया कि इसके बाद तत्काल मैने पुलिस उपाधीक्षक से बात की थी। उन्होंने आश्वासन दिया था कि एक सप्ताह में मामले की जांच कर सबको रिहा करने का मार्ग प्रशस्त किया जाएगा और दोषियों पर कारवाई की जाएगी।
अब एक सप्ताह गुजर जाने के बाद भी कोई कारवाई नहीं की गई। विवश होकर आज सड़कों पर उतरना पड़ा। उन्होंने आगे कहा कि आज भी डीएसपी से बात हुई है, उन्होंने दो दिन का समय लिया है। उन्होंने कहा कि इन चाय दुकानदार परिवार का कोई अपराधिक इतिहास नहीं है उसके बावजूद ऐसी धाराओं में जेल भेजना पुलिस के अधिकार का दुरुपयोग है। उन्होंने हालांकि यह भी कहा कि गलतियां हो जाती है, उसे सुधार किया जाना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि वीआईपी गरीबों की आवाज उठाते रही है और आगे भी उठाएगी।वीआईपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता देव ज्योति ने कहा कि गरीब परिवार को बिना अपराध के जेल भेजना कोई भी उचित नहीं ठहरा सकता। उन्होंने कहा कि इस परिवार को वीआईपी न्याय दिलाने के लिए कृतस्ंकल्प है।