ब्रेकिंग न्यूज़

दरभंगा में 22 दिसंबर तक स्कूल बंद, कपकपाती ठंड को देखते हुए डीएम ने लिया फैसला बिहार में नहीं थम रहा भूमि विवाद का मामला: बेगूसराय में जमीन के लिए किसान को मारी गोली, हालत गंभीर सारण की अंजली कुशवाहा ने रचा इतिहास, प्रथम प्रयास में BSPHCL परीक्षा में बालिका वर्ग में सर्वोच्च स्थान सारण में आपसी विवाद में महिला पर हमला, इलाज के दौरान मौत, पति ने पट्टीदारों पर हत्या का लगाया आरोप BIHAR: चर्चित सजल अपहरण कांड का खुलासा, मास्टरमाइंड निकला साथ रहने वाला डॉक्टर बिहार की छात्राओं के लिए ‘साथी’ कार्यक्रम की शुरुआत, IIT जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए कोचिंग की व्यवस्था BIHAR: छापेमारी करने गई पुलिस टीम पर शराब तस्करों ने किया हमला, सब इंस्पेक्टर समेत 4 जवान घायल NMSRC-2025 सम्मेलन: शोध, अनुकूलनशीलता और दूरदर्शी सोच पर विशेषज्ञों का जोर बढ़ती ठंड के कारण 21 दिसंबर तक सभी स्कूल बंद, डीएम ने जारी किया आदेश Rajniti Prasad: पूर्व आरजेडी सांसद राजनीति प्रसाद का निधन, 79 वर्ष की आयु में ली आखिरी सांस

पिता को दुकान में हाथ बंटाने वाली अंजलि को मिले 95.4%, ऐसे मिली सफलता

पिता को दुकान में हाथ बंटाने वाली अंजलि को मिले 95.4%, ऐसे मिली सफलता

14-Jul-2020 02:29 PM

DESK : प्रतिभा किसी की मोहताज नहीं होती. समर्पण, मेहनत और लगन से किसी भी मंजिल को पाया जा सकता है. ऐसा ही कर दिखाया है  पटना की बेटी अंजलि गुप्ता ने. सीबीएसई बोर्ड के 12वीं की परीक्षा में राजधानी पटना से टॉप करने वाली अंजलि गुप्ता ने 95.4 प्रतिशत अंक हासिल की है.


पिता के साथ मिलकर किराने की दुकान में हाथ बंटाने वाली अंजलि गुप्ता ने दसवीं बोर्ड में भी 98.4 प्रतिशत अंक हासिल की थी और वह  हमेशा से अपने स्कूल की टॉपर रही हैं. अंजलि ने अपने कठिन परिश्रम से विपरीत परिस्थितियों को भी अपने अनुकूल साबित कर दिया और मेहनत के दम पर 95.4 प्रतिशत अंक हासिल की है. दो बहनों में छोटी अंजलि हमेशा से पढाई और खेल दोनों में अव्वल रहीं है. दसवीं बोर्ड में भी उन्होंने 98.4 प्रतिशत अंक हासिल की थी. नर्सरी से 11वीं तक स्कूल टॉपर रहने वाली अंजिल कहती हैं कि वो हमेशा अपने रुचि के हिसाब से पढाई की है. लेकिन जितना भी समय वो अपने पढ़ाई को देती थी पूरा ध्यान पढ़ाई पर ही देती है. अंजलि आगे आईआईटी में जाना चाहती है.


अंजिल के पिता एक किराने की दुकान चलते है. अंजलि के पिता संतोष कुमार गुप्ता ने बताया कि अंजलि पढ़ाई के साथ ही साथ दुकान में भी उनका हेल्प करती है.  बेटी की सफलता की खुशी माता-पिता के चेहरे पर साफ़ झलकती है.