Bihar Crime News: पुलिस की गिरफ्त में आया इनामी विनोद राठौड़, सांसद को दी थी बम से उड़ाने की धमकी Bihar Crime News: पुलिस की गिरफ्त में आया इनामी विनोद राठौड़, सांसद को दी थी बम से उड़ाने की धमकी Bihar News: बिहार में वोटर लिस्ट पुनरीक्षण बनी बड़ी मुसीबत, परेशान BDO ने DM को भेजा इस्तीफा, वरीय अधिकारी पर लगाए गंभीर आरोप Bihar Politics: 'बिहार में महागठबंधन की सरकार बनी तो मैं बनूंगा डिप्टी सीएम' VIP चीफ मुकेश सहनी का बड़ा दावा Bihar Politics: 'बिहार में महागठबंधन की सरकार बनी तो मैं बनूंगा डिप्टी सीएम' VIP चीफ मुकेश सहनी का बड़ा दावा Bihar Crime News: घर जा रहे छात्र को बाइक सवार बदमाशों ने मारी गोली, आपसी रंजिश में वारदात को अंजाम देने की आशंका Bihar Crime News: घर जा रहे छात्र को बाइक सवार बदमाशों ने मारी गोली, आपसी रंजिश में वारदात को अंजाम देने की आशंका Pm Modi Bihar Visit: प्रधानमंत्री मोदी के बिहार दौरे की तैयारियां तेज, DIG और DM-SP ने कार्यक्रम स्थल का लिया जायजा Pm Modi Bihar Visit: प्रधानमंत्री मोदी के बिहार दौरे की तैयारियां तेज, DIG और DM-SP ने कार्यक्रम स्थल का लिया जायजा Bihar News: बिहार में इन 8 विश्वविद्यालयों में भारी वित्तीय गड़बड़ी का खुलासा, 269 करोड़ रुपये का हिसाब नहीं; राजभवन की चेतावनी भी बेअसर
07-May-2022 11:37 AM
PATNA: बेउर जेल के 15 मीटर की परिधि में 40 मकान ऐसे बने हुए हैं, जिससे जेल की सुरक्षा को खतरा है। जिला प्रशासन और जेल प्रशासन ने इन मकानों को ध्वस्त करने की तैयारी शुरू कर दी है। दरअसल, हाल के दिनों में बेउर जेल में मोबाइल, नशीले पदार्थ समेत अन्य आपत्तिजनक चीजों को बाहर से फेंके जाने का मामला सामने सामने आने के बाद यह फैसला लिया गया है।
इसको लेकर राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के सदस्य डॉ. डीएम मूले ने बताया कि कानून के हिसाब से 50 मीटर की परिधि में कोई मकान होना संभव नहीं है, लेकिन सरकार ने 15 मीटर की परिधि में ही बने मकानों को तोड़ने का फैसला किया है। ऐसे कई मामले सामने आए हैं जब जेल के 15 मीटर की परिधि में बने इन मकानों से मोबाइल व नशीला पदार्थ जेल के अंदर फेंक दिया जाता है। ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कानून में 50 मीटर की परिधि में निजी मकानों को बनाने पर रोक लगाया गया है।
डॉ. डीएम मूले का कहना है कि पिछले दिनों चंदन साह की छपरा जेल में मौत हुई थी। इस घटना के बाद जेल के बंदियों के मानवाधिकार की सुरक्षा के लिए जांच की गई। साथ ही केंद्रीय कारा बेउर का निरीक्षण किया गया है। बेउर जेल के एक वार्ड में 35 कैदियों को रखने की क्षमता है लेकिन वहां 100 से अधिक कैदी को शिफ्ट किया जाता है। इससे अक्सर उनकी स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ता है।