Bihar corruption news : लाखों का रिश्वत लेते हुए धराया कार्यपालक अभियंता योजना एवं विकास विभाग का अधिकारी, मचा हडकंप Bihar Assembly Election 2025 : बिहार विधानसभा चुनाव में होगा इस स्पेशल EVM का इस्तेमाल, जानिए क्या है खासियत BIHAR POLICE : सर्विस रिवॉल्वर से गोली चलाना DSP को पड़ा महंगा, अब जाना होगा जेल; DGP को मिला आदेश Bihar Bhumi: अब नहीं लगाना होगा ब्लॉक या रेवन्यू ऑफिस का चक्कर, घर बैठे 72 घंटे में उपलब्ध होगा गांव व वार्ड का राजस्व नक्शा; जानिए तरीका Bihar Police Encounter: बिहार के इस जिले में सुबह-सुबह कुख्यात अपराधियों का पुलिस ने किया एनकाउंटर,पैर में लगी गोली Bihar weather : बिहार के इन 15 जिलों में वज्रपात और मेघगर्जन की चेतावनी, IMD ने जारी किया अलर्ट; जानिए आपके जिले का हाल शारदा सिन्हा को पद्म विभूषण, सुशील मोदी और पंकज उधास को पद्म भूषण अवार्ड, मरणोपरांत मिला सम्मान Sanjeev Mukhiya: EOU के सामने संजीव मुखिया कई राज उगले, कहा..पटना-रांची-दरभंगा-धनबाद के कई डॉक्टर सॉल्वर गैंग में थे शामिल बेटी की शादी से पहले होने वाले दामाद के साथ सास फरार, मोबाइल फोन बना इस अनोखे प्रेम कहानी का सूत्रधार Paresh Rawal: क्यों वीरू देवगन की सलाह पर 15 दिनों तक खुद का ही पेशाब पीते रहे परेश रावल, बाद में डॉक्टर्स भी रह गए थे हैरान
17-Jun-2020 05:21 PM
PATNA :पटना के पारस एचएमआरआई हॉस्पिटल ने मानव जीवन में हॉर्मोन के महत्ता की चर्चा की गयी है। बताया गया कि हार्मोन्स जीवन में संतुलन देते हैं और जब खुद हार्मोन्स का संतुलन बिगड़ जाए तो जीवन में गतिरोध उत्पन्न होते हैं और विभिन्न प्रकार के रोगों से जूझना पड़ता है।
हॉस्पिटल के कंसल्टेंट इंडोक्रिनोलोजिस्ट डॉ. नीरज सिन्हा ने जीवन में हार्मोन की महत्ता बताते हुए कहा कि हार्मोन शब्द की उत्पत्ति ग्रीक भाषा से हुई और इसका अर्थ है गति देना। हमारे जीवन के प्रत्येक अवस्था मे शरीर की अंदरूनी कार्यप्रणाली सुचारू रूप से चले, उसकी सही गति हो, इसकी व्यवस्था हार्मोन करते हैं।
आइए हार्मोन्स के असंतुलन से होने वाली प्रमुख बीमारियों पर एक नजर डालते हैं ...
1. मधुमेह :- रक्त में शर्करा की मात्रा निरंतर अधिक होने की अवस्था को मधुमेह कहते हैं। यह बीमारी इन्सुलिन हार्मोन की कमी अथवा इन्सुलिन प्रतिरोध से होता है। बच्चों में इन्सुलिन हार्मोन पैनक्रियाज नामक ग्रंथी से निकलता है। बच्चों मे होने वाले मधुमेह की चिकित्सा इन्सुलिन से की जाती है। व्यस्कों मे होने वाले मधुमेह में दवाइयां एवं इन्सुलिन दोनों उपयोगी है।
2. थायरॉयड :- थायरॉयड हार्मोन का जीवन मे व्यापक असर है। थायरॉयड की कमी से गर्भ में पल रहे शिशु पर असर पड़ता है, बच्चो का शारीरिक एवं मानसिक विकास रूक सा जाता है। महिलाओं मे मासिक धर्म की समस्या उत्पन्न होते हैं। थायरॉयड हार्मोन की कमी के अन्य लक्षण हैं आलस्य भाव आना, अधिक ठंडा लगना, वजन बढ़ना। थायरॉयड हार्मोन की अधिकता से गर्मी अधिक लगती है, देह में कंपन होती है और दिल की धड़कने तेज हो जाती है।
3. लम्बाई न बढ़ना :- ग्रोथ हार्मोन की कमी अथवा अन्य कारणों से बच्चों का उम्र के साथ कद नहीं बढ़ता है।
4. मोटा होना :- मोटा होने के पीछे भी हार्मोन की अनियमितता हो सकती है। कुछ खास कारणों से मोटापा हो तो उसका निदान संभव है अथवा उचित खान पान एवं व्यायाम से मोटापा कम किया जा सकता है।
5. माहवारी की समस्या :- नवयुवतियों एवं महिलाओं में होने वाली माहवारी समस्या पी.सी.ओ.डी. भी हो सकती है। यदि माहवारी की समस्या के साथ चेहरे पे बाल आ जाऐ या अधिक मुंहासे आए तो इंडोक्रिनोलोजिस्ट से संपर्क कर आवश्यक जांच कराएं।
6. सेक्सुअल समस्या एवं निःसंतानता :- महिलाओं एवं पुरूषों में होने वाले सेक्सुअल समस्याएं हार्मोन की अनियमितता से हो सकती है। यह अनेक बार निःसंतानता का प्रमुख कारण बन जाते हैं। उचित चिकित्सा से इसका समाधान संभव है।
7. हड्डी का कमजोर होना :- बुजुर्गों में, खासकर महिलाओं मे, हड्डी के कमजोर होने का खतरा होता है। इसे ओस्टियोपोरोसिस कहते हैं। विशिष्ट हार्मोनल इलाज से हड्डी को और कमजोर होने एवं टूटने से बचाया जा सकता है।
मधुमेह, थायरॉयड एवं हार्मोन रोग विशेषज्ञ डॉ. नीरज सिन्हा ने इस तरह बताया कि हार्मोन जीवन के प्रत्येक अवस्था में अपना प्रभाव छोड़ते हैं। हार्मोन के असंतुलन को ठीक करके हम अपने जीवन को वापस सुंदर एवं सुखद गति प्रदान कर सकते हैं।