ब्रेकिंग न्यूज़

IPL 2025: लीग से बाहर हुआ RCB का यह चैंपियन खिलाड़ी, प्लेऑफ्स से ठीक पहले मुश्किल में पड़ी टीम SAHARSA: 50 हजार का इनामी कुख्यात अपराधी प्रिंस गिरफ्तार, STF और जिला पुलिस की बड़ी कार्रवाई बेगूसराय में अपराधी बेलगाम: घर में घुसकर 2 साल की बच्ची की गोली मारकर हत्या ऑपरेशन सिंदूर पर बोले प्रशांत किशोर, कहा..भारतीय सेना को मेरा सलाम..विशेषज्ञों को अपना काम करने दीजिए ARRAH: जिले के प्रभारी मंत्री केदार प्रसाद से मिले अजय सिंह, भोजपुर के विकास को लेकर हुई चर्चा BIHAR: ऑपरेशन सिंदूर की सफलता को लेकर जमुई में भव्य कार्यक्रम, विधायक श्रेयसी सिंह ने कहा..पीएम मोदी के वादे को सेना ने किया पूरा पटना में बिना नंबर की थार से विदेशी हथियार बरामद, अपराधियों की साजिश नाकाम Bihar News: बिहार के सरकारी तालाबों को मिलेगी विशिष्ट पहचान, जलनिकायों को मिलेगा नया आयाम Bihar News: बिहार के सरकारी तालाबों को मिलेगी विशिष्ट पहचान, जलनिकायों को मिलेगा नया आयाम New Bypass in Bihar: बिहार में यहां बनने जा रहा है नया बाइपास, मालामाल होंगे इन जिलों के जमीन मालिक!

पटना एम्स में इमरजेंसी सेवा बंद, अब सिर्फ कोरोना मरीजों का ही इलाज होगा

पटना एम्स में इमरजेंसी सेवा बंद, अब सिर्फ कोरोना मरीजों का ही इलाज होगा

14-Jul-2020 06:41 PM

PATNA :  बिहार में कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए एक बड़ा फैसला लिया गया है. पटना एम्स में इमरजेंसी सेवा को तत्काल प्रभाव से बंद कर दिया गया है. पटना एम्स में कोविड समíपत अस्पताल का बैनर लगाया गया है. अब यहां सिर्फ और सिर्फ कोरोना संक्रमित मरीजों का ही इलाज किया जायेगा.


पटना एम्स को कोरोना डेडिकेटेड अस्पताल में तब्दील कर दिया गया है. इमरजेंसी सेवा को अब ठप कर दिया गया है. एम्स निदेशक डॉ. प्रभात कुमार सिंह ने बताया कि एम्स में सामान्य इमरजेंसी और कोरोना संक्रमित दोनों प्रकार के मरीज बड़ी संख्या में पहुंच रहे हैं. ऐसे में दोनों मरीजों के साथ पूरी तरह से न्याय नहीं हो पा रहा है. ऐसे में यह यदि कोविड अस्पताल होगा तो उनके लिए बेहतर होगा.


यही कारण है कि कोरोना डेडिकेटेड हॉस्पिटल होने के कारण ही एम्स में अब इमरजेंसी सेवा को  बंद कर दिया गया है. दूसरे अस्पताल से रेफर किये गए कोविड मरीज का ही एम्स में अब इलाज किया जायेगा. एम्स में बने फ्लू सेंटर को भी अब बंद कर दिया गया है. परिजनों के प्रवेश पर भी अब रोक लगा दी गई है. एम्स का इमरजेंसी बंद हो जाने के बाद ऐसे मरीजों का सारा दबाव पीएमसीएच और आईजीआईएमएस जैसे संस्थानों पर आ सकता है.


राज्य सरकार के मंत्री से लेकर कई बड़े अफसर इसकी चपेट में आ चुके हैं. प्रतिदिन भारी संख्या में कोरोना पॉजिटिव मरीज सामने आ रहे हैं. आशंका जताई जा रही है कि इस जुलाई महीने के अंत तक कोरोना अपने चरम पर होगा. लिहाजा सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए पटना एम्स को कोरोना डेडिकेटेड होपितल के रूप में चिन्हित किया है.


राज्य सरकार ने एक बड़ा फैसला लेते हुए एम्स को को कोरोना डेडिकेटेड होपितल के रूप में चिन्हित किया है. यहां सिर्फ कोरोना संक्रमित मरीजों की जांच और इलाज होगा. अस्पताल में कोरोना मरीजों के लिए अब 50 की बजाय 500 बेड उपलब्ध कराने की बात सामने आ रही है. फिलहाल एम्स में कोरोना आइसोलेशन वार्ड में संक्रमितों के लिए 50 बेड उपलब्ध हैं.