ब्रेकिंग न्यूज़

Police Encounter: सिवान में पुलिस और अपराधियों के बीच मुठभेड़, गिरफ्त में आया कुख्यात Bihar Crime News: 26 वर्षीय को बदमाशों ने मारी गोली, मामा पर लगा आरोप Bihar Traffic Police: ट्रैफिक पुलिसकर्मियों के लिए राहत भरी खबर, पटना की तर्ज पर अब बाकी शहरों में भी मिलेगी यह सुविधा Bihar Crime News: बेगूसराय में युवक की हत्या, गंगा किनारे नाव पर मिला शव Patna News: बिहार ट्रैफिक पुलिस के लिए बड़ी राहत, पटना की तरह अन्य शहरों में भी शुरु होगी यह व्यवस्था; जानें... Bihar Police: युवाओं को सरकार का तोहफा, 35 हजार से ज्यादा पुलिसकर्मियों की बहाली जल्द Bihar News: कोसी नदी पर 1600 करोड़ की परियोजना में हादसा, पुल की 40 मीटर टूटी रेलिंग Bihar News: बिहार के इन जिलों में शुरू होगा पत्थर खनन, बढ़ेगा राजस्व और रोजगार Bihar News: बिहार में मतदाता सूची का विशेष गहन पुनरीक्षण शुरू, जानिए... क्या-क्या है नया दिशा-निर्देश? Bihar Weather: राज्य के 24 जिलों में बारिश का अलर्ट, IMD ने किया सावधान

15 जून को CM नीतीश करेंगे बैंकर्स समिति की पहली बैठक, 20 लाख करोड़ के पैकेज पर होगी समीक्षा

15 जून को CM नीतीश करेंगे बैंकर्स समिति की पहली बैठक, 20 लाख करोड़ के पैकेज पर होगी समीक्षा

12-Jun-2020 06:48 PM

PATNA : सीएम नीतीश कुमार 15 जून को 2020-21 की पहली राज्यस्तरीय बैंकर्स समिति (एसएलबीसी) की बैठक करेंगे। डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी ने बताया कि बैठक में पिछले वर्ष की राज्य साख योजना की उपलब्धि के साथ ही प्रधानमंत्री गरीब कल्याण पैकेज व आत्मनिर्भर भारत अभियान के अन्तर्गत केन्द्र सरकार द्वारा घोषित 20 लाख करोड़ के पैकेज के तहत बिहार में ऋण वितरण की स्थिति की गहन समीक्षा की जाएगी। बैठक में इस वर्ष के लिए निर्धारित 1.45 लाख करोड़ की राज्य साख योजना के क्रियान्वयन पर विचार किया जायेगा।


डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी ने बताया कि बैंकों ने वर्ष 2019-20 के लिए निर्धारित 1 लाख 45 हजार करोड़ की वार्षिक राज्य साख योजना के विरूद्ध वर्ष 2018-19 की तुलना में 4 हजार 182 करोड़ कम यानी 1लाख 5 हजार 400 करोड़ का कर्ज वितरित कर मात्र 72.69 फीसदी ही लक्ष्य हासिल किया, जबकि वित्तीय वर्ष 2018-19 में बैंकों ने 84.29 प्रतिशत लक्ष्य हासिल कर 1 लाख 9 हजार 582 करोड़ का ऋण वितरित किया था।


उन्होंने बताया कि बैठक में वर्ष 2018-19 की तुलना में 2019-20 में कृषि, एमएसएमई सहित अन्य क्षेत्रों में बैंकों द्वारा कम ऋण वितरण व 17 बैंकों तथा 22 जिलों की साख उपलब्धि राज्य साख योजना की उपलब्धि से भी कम रहने की भी समीक्षा की जाएगी।


सुशील कुमार मोदी ने कहा कि इसके साथ ही बैठक में देश के एमएसएमई प्रक्षेत्र को 3 लाख करोड़ ऋण देने के प्रावधान के तहत बिहार में कितनों को कर्ज मिला के साथ किसान, मछुआरों व दुग्ध उत्पादकों को केसीसी, स्वयं सहायता समूह, फुटपाथी दुकानदारों को कर्ज एव मुद्रा के तहत शिशु लोन तथा ऋण अदायगी हेतु मोरेटोरियम आदि की भी गहन समीक्षा की जायेगी।