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08-Jun-2024 06:06 PM
By Mayank Kumar
PATNA: पटना से सटे बिहटा के अमहरा स्थित नेताजी सुभाष मेडिकल कॉलेज एन्ड हॉस्पिटल (एनएसएमसीएच) में पहली बार ईआरसीपी (एंडोस्कोपिक रेट्रोग्रेड कोलेंजियोपैंक्रेटोग्राफी) द्वारा पित्त पथरी और पित्त नली का सफल ऑपरेशन किया गया।
आरा के नवादा निवासी 22 वर्षीय अमन कुमार के लिवर में संक्रमण होने के कारण पित्त की नली एवं लिवर में मवाद भर गया था। जिसके कारण पेट में सूजन, पेट खराब होना, अपच और पेट के ऊपरी दाहिने हिस्से में अचानक या तेजी से तेज दर्द शुरू हो गया था। जिसके बाद उन्हें इलाज के लिए एनएसएमसीएच में भर्ती करवाया गया था। जिसके बाद सर्जन डॉ अमितेश, डॉ पुलक तोष, दानिस ने उनका इलाज शुरू किया।
जांच रिपोर्ट में पाया गया कि लिवर में काफी संक्रमण है। सक्रमण से निलकने वाली पस पित्त की नली एवं लिवर में जमा हो गया है। जिसके बाद टीम मुंह के रास्ते एंडोस्कोपिक विधि का प्रयोग कर ईआरसीपी (एंडोस्कोपिक रेट्रोग्रेड कोलेंजियोपैंक्रेटोग्राफी) के सफल सर्जरी किया गया।
इस मौके पर सर्जन डॉ अमितेश ने बताया कि पित्ताशय की पथरी बहुत आम बीमारी है लेकिन अगर समय से इलाज न किया जाए, तो यह जीवन-घातक स्थितियों को जन्म दे देती है। इसकी चेतावनी के लक्षण हैं सूजन,पेट में परेशानी या पेट खराब होना, अपच और पेट के ऊपरी दाहिने हिस्से में अचानक या तेजी से दर्द है। वही कॉलेज के मैनेजिंग डायरेक्टर कृष्ण मुरारी सिंह ने एनएसएमसीएच में पहली बार ईआरसीपी के सफल सर्जरी करने वाले डॉक्टरों की टीम को शुभकामनाएं दी हैं।