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14-Jul-2020 07:21 AM
PATNA : तकरीबन 3 दिन पहले एनएमसीएच में कोरोना वार्ड में डेड बॉडी वाला वीडियो वायरल हुआ था। वायरल वीडियो पर बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने सफाई देते हुए कहा था कि वीडियो फेक है और कोरोना वार्ड में अगर किसी की मौत होती है उसकी डेड बॉडी तत्काल हटा दी जाती है। एनएमसीएच के वायरल वीडियो को लेकर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने भी सरकार को घेरा था।
एनएमसीएच में लापरवाही को लेकर अब यहां की नर्सों ने ही कलई खोलकर रख दी है। एनएमसीएच में डेड बॉडी नहीं हटाए जाने से नाराज़ नर्सों ने सोमवार को यहां हंगामा किया। नसों का कहना है कि इमरजेंसी में मरीजों की मौत होने के बाद डेड बॉडी निकालकर नर्सिंग ड्यूटी रूम के पास रख दी जाती है जिससे काम करने वालों को परेशानी होती है। नर्सों ने इस मामले को लेकर पिछले दिनों में हंगामा किया था। नर्सों के हंगामे को देखते हुए अस्पताल के अधीक्षक डॉ निर्मल कुमार सिन्हा ने उन्हें किसी तरह समझा-बुझाकर शांत कराया और यह भरोसा दिया कि डेड बॉडी जहां-तहां नहीं रखी जाएगी। अस्पताल अधीक्षक का कहना है कि डेड बॉडी को सुरक्षित रखने के लिए मोर्चरी की व्यवस्था की जा रही है उन्होंने सोमवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए वरीय अधिकारियों को इस बात की जानकारी भी दी है।
आपको बता दें कि राजधानी पटना में एनएमसीएच को सरकार ने कोरोना डेडिकेटेड हॉस्पिटल बनाया है लेकिन यहां लगातार इस तरह की लापरवाही सामने आ रही है। सोमवार को एनएमसीएच में 55 नए कोरोना मरीजों को एडमिट किया गया है। अस्पताल में अभी 22 मरीजों का इलाज आईसीयू में चल रहा है जबकि एनएमसीएच में कोरोना का इलाज करा रहे कुल मरीजों की संख्या 211 है।