Bihar election 2025 : पवन सिंह और खेसारी लाल यादव में कौन है ज्यादा अमीर? जानिए दोनों की संपत्ति और राजनीतिक जुड़ाव Train Accident: बिहार में मिलिट्री गुड्स ट्रेन के दो खाली डिब्बे पटरी से उतरे, रेस्क्यू ऑपरेशन जारी पटना में जिम के गेट पर झोले में मिली नवजात: मच्छरों से सूजा चेहरा देखकर जिम ऑनर ने गोद लिया, नाम रखा ‘एंजल’ Bihar Assembly Election : दूसरे चरण के मतदान के लिए सुरक्षा के कड़े इंतजाम, 20 जिलों में तैनात 1650 कंपनियां और 4 लाख जवान UPSC IFS Mains 2025: IFS मेन्स परीक्षा 2025: UPSC ने एडमिट कार्ड जारी किया, पूरी जानकारी यहां Bihar election : बिहार चुनाव में अचानक घनबेरिया का पेड़ा बना चर्चा का स्वाद, अमित शाह ने भी की जमुई की मिठास की तारीफ; जानिए क्या है इसकी पूरी कहानी Success Story: जानिए कौन हैं एनकाउंटर स्पेशलिस्ट तदाशा मिश्रा? आखिर क्यों झारखंड में मिली इतनी बड़ी जिम्मेदारी Bihar election 2025 : मुस्लिम उम्मीदवारों को टिकट न देने पर बीजेपी का बड़ा बयान,कहा - हम इस तरह के प्रत्याशी ... Bihar Election 2025: चुनावी ड्यूटी से लौटते समय ITBP जवानों की बस धू-धू कर जली, बड़ा हादसा होते-होते टला Bihar Crime News: बिहार के इस जिले में युवक की बेरहमी से हत्या, मंदिर के पास मिला शव
11-Oct-2022 07:11 PM
PATNA : जनतांत्रिक विकास पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिल कुमार ने नगर निकाय चुनाव रद्द होने को लेकर सरकार पर हमला बोला है। अनिल कुमार ने कहा है कि केंद्र और बिहार की सरकार आरक्षण विरोधी है। दोनों ही सरकारें अति पिछड़ों को उनका हक नहीं देना चाहती हैं। इसलिए लगातार अतिपिछड़ों को बाबा साहब के संविधान से मिलने वाले आरक्षण के हक को एक सुनियोजित साजिश के तहत कम किया जा रहा है।
अनिल कुमार ने कहा है कि दोनों सरकारों को सिर्फ वोट से मतलब है और दोनों सरकारें समाज के पिछड़े वर्ग के लोगों का सिर्फ इस्तेमाल करती हैं। उन्होंने नगर निकाय चुनाव रद्द होने के लिए सरकार को जिम्मेवार ठहराते हुए इस चुनाव में शामिल हो रहे उम्मीदवारों के नुकसान की भरपाई की मांग राज्य सरकार से की है। उन्होंने कहा कि नगर निकाय चुनाव में अति पिछड़ों के आरक्षण के मामले को किसी भी राजनीतिक दल ने तब नहीं उठाया, जब बिना सुधार चुनावों की घोषणा की गई थी। लेकिन सर्वोच्च नयायालय द्वारा इस मामले में निर्णय लेने के बाद आज सभी राजनीतिक दल एक बार फिर से अति पिछड़ों के हितैषी बनने के होड में शामिल हो गए हैं।
उन्होंने कहा कि राज्य या केंद्र सरकारें अति पिछड़ों को आरक्षण नहीं देना चाहती हैं, सिर्फ उनके हित में बात करने का दिखावा कर रही हैं। उन्होंने कहा कि दोनों सरकारें अगर अति पिछड़ों की हितैषी हैं, तो अति पिछड़ों को आरक्षण देकर चुनाव को करवाएं। उन्होंने कहा कि नगर निकाय चुनाव स्थगित होने से प्रत्याशियों का काफी नुकसान हुआ है और उसकी भरपाई राज्य सरकार करें।