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11-Jul-2020 08:10 AM
By Manoj
SHEOHAR: नेपाल के तराई इलाकों में लगातार हो रही बारिश से शिवहर समेत कई जिलों में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है. शिवहर में बागमती नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है.
हाईवे पर चढ़ा पर पानी
बेलवा घाट के नजदीक नरकटिया गांव चारों तरफ से बाढ़ के पानी से घिर चुका है. इस दौरान जिलाधिकारी ने नाव पर सवार होकर नरकटिया गांव का जायजा लिया तथा ग्रामीणों से कई आवश्यक जानकारी ली. इस दौरान CO को कई आवश्यक दिशा निर्देश देते हुए कहा है कि बाढ़ की स्थिति पर पैनी नजर बनाए रखें. DM ने बाढ़ के मद्देनजर अलर्ट मोड पर रहने के लिए सभी अधिकारियों को निर्देश दिया है. सभी अधिकारी और कर्मियों की छुट्टी रद्द कर दी गई हैं. शिवहर -मोतिहारी स्टेट हाईवे 54 के कच्ची सड़क पर बाढ़ का पानी के फैल जाने के कारण आवागमन पूरी तरह से अवरुद्ध है.
नावों के परिचालन पर रोक
बाढ़ को देखते हुए निजी नाव के परिचालन पर सीएम ने रोक लगा दी है. रोक लगा दी गई है. सुरक्षा दृष्टिकोण से तटबंध पर अनावश्यक भीड़ जमा नहीं रहने देने का का भी निर्देश दिया है. बाढ़ के खतरा देख ग्रामीण डरे हुए है.
शिवहर जिले में निचले इलाकों को खाली करवाने का निर्देश जिला प्रशासन ने दिया है। शिवहर के डीएम ने खुद बाढ़ प्रभावित इलाकों का जायजा लिया है। बागमती और लालबकेया में जलस्तर बढ़ने के बाद बाढ़ का पानी पूर्वी चंपारण के पताही के इलाके में शिवहर मोतिहारी सड़क पर चढ़ गया है। इस सड़क पर पानी चढ़ने के बाद दोनों जिलों का संपर्क टूट गया है। बागमती का जलस्तर बढ़ने के बाद मुजफ्फरपुर के औराई और कटरा में तटबंध के बीच बसे आधा दर्जन से ऊपर गांव में बाढ़ का पानी फैल चुका है। मौजूदा हालात को देखते हुए सरकार में तटबंध की सुरक्षा को लेकर अलर्ट मैसेज जारी किया है।
गंडक के जल अधिग्रहण वाले इलाकों में लगातार पिछले 24 घंटे से बारिश हो रही है। नेपाल के कैचमेंट एरिया में 24 घंटे के अंदर 250 मिलीमीटर से ज्यादा बारिश हुई है। भैरवा में 134 मिलीमीटर बारिश हुई है जिसके कारण गंडक के जलस्तर में काफी उफान आया है। वाल्मिकी नगर बराज से शुक्रवार को दो लाख 64 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया। बागमती कटौझा में 80 सेंटीमीटर और ढेंग में 82 सेंटीमीटर खतरे के निशान से ऊपर बह रही थी।