ब्रेकिंग न्यूज़

गुंडों ने राजा यादव को दी तालिबानी सजा, गर्म रॉड ऐसा घुसाया कि हाथ काटना पड़ा, BJP अध्यक्ष ने हॉस्पिटल में की मुलाकात बड़हरा में राजद का प्रचार रथ रवाना, हर घर तक पहुंचेगा 'माई बहिन योजना' का संदेश Patna News: पटना में 48.96 करोड़ की लागत से बनेगा आधुनिक हाट, बिहार की लोक कला और संस्कृति की दिखेगी झलक Patna News: पटना में 48.96 करोड़ की लागत से बनेगा आधुनिक हाट, बिहार की लोक कला और संस्कृति की दिखेगी झलक Bihar News: बिहार में महिला ने एकसाथ तीन बच्चों को दिया जन्म, तीनों बच्चे पूरी तरह से स्वस्थ Patna Crime News: पटना के बड़े बालू माफिया रामाकांत यादव की गोली मारकर हत्या, ताबड़तोड़ फायरिंग से दहला इलाका Patna Crime News: पटना के बड़े बालू माफिया रामाकांत यादव की गोली मारकर हत्या, ताबड़तोड़ फायरिंग से दहला इलाका आरा में पटना STF की बड़ी कार्रवाई: हथियार और कारतूस के साथ तस्कर को दबोचा मुंगेर में ट्रैक्टर के नाम से बन गया आवासीय प्रमाण पत्र, सरकारी लापरवाही उजागर Corruption in Bihar: धनकुबेर DSP साहब के पास क्या-क्या मिला ? आलीशान घर, 9 सेल डीड, 20 बैंक अकाउंट और भी बहुत कुछ, जानें...

नए साल से एक्शन मोड में बिहार पुलिस :75 दिनों में पूरी होगी इन्वेस्टिगेशन, इन मामलों के लिए मिलेंगे महज दो महीने

नए साल से एक्शन मोड में बिहार पुलिस :75 दिनों में पूरी होगी इन्वेस्टिगेशन, इन मामलों के लिए मिलेंगे महज दो महीने

23-Dec-2023 07:05 AM

By First Bihar

PATNA : नए साल से बिहार पुलिस एक्शन मोड में काम करेगी। 1 जनवरी से थानों में एफआईआर दर्ज होने के 75 दिनों के अंदर हर हाल में जांच पूरी करनी होगी। अब जांच में किसी भी तरह की कोई भी लेटलतीफी नहीं चलेगी। इतना ही नहीं अनुसंधान के प्रदर्शन के आधार पर जिला और थाना स्तर पर रैंकिंग भी जारी की जाएगी। उसे बात की जानकारी खुद एडीजी पुलिस मुख्यालय जितेंद्र सिंह गंगवार ने दी है।


वहीं, जीएस गंगवार ने कहा है कि, मिशन इन्वेस्टिगेशन @75 दिन के तहत पुलिस को निर्धारित समय सीमा में बताना होगा कि कांड में अभियुक्त दोषी है या नहीं जो दोषी पाए जाएंगे उनके विरुद्ध आरोप पत्र दाखिल कर ट्रायल की प्रक्रिया शुरू की जाएगी जो निर्दोष होंगे उन्हें आरोप मुक्त किया जाएगा। इससे सही लोगों को अधिक समस्या नहीं होगी।


एडीजी ने बताया कि, डीजीपी आरएस भट्टी ने नागरिक केंद्रित पुलिस सिंह एवं सुरक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए 10 मिशन सुझाए हैं। जिसकी शुरुआत मिशन इन्वेस्टिगेशन @ 75 दिन से होगी। अभी कांड के अनुसंधान में औसत 261 दिन का समय लगता है। लेकिन, अब 1 जनवरी से सभी थानों को कांडों की जांच अधिकतम 75 दिनों के अंदर पूरी करनी होगी।


उधर,  महिला अपराध, अनुसूचित जाति- जनजाति या पोस्को जैसे गंभीर धाराओं में कांड दर्ज है तो समय सीमा 60 दिन होगी। उन्होंने अभी कहा कि अनुसंधान के प्रदर्शन के आधार पर जिला और थानावार रैंकिंग बनाई जाएगी। सीआईडी को इसकी मॉनीटरिंग की जिम्मेदारी दी गई है। कांडों की जांच में संख्या और गुणवत्ता दोनों पर ध्यान देना होगा।