Don 3: 'डॉन 3' में अब कृति सैनन की एंट्री, इस वजह से फिल्म से बाहर हुईं कियारा आडवाणी Jamui UPSC Success Story: जमुई के पारस और संस्कृति ने बिहार का नाम किया रोशन, यूपीएससी में सफलता के बाद घर में खुशी का माहौल Bihar Crime News: कामाख्या एक्सप्रेस में लूट के दौरान छात्रा को चलती ट्रेन से फेंका, मौत के बाद पुलिस पर गंभीर आरोप UPSC का फाइनल रिजल्ट जारी: प्रयागराज की शक्ति दुबे बनीं टॉपर, बिहार के राजकृष्ण झा को आठवां स्थान, कुल 1009 कैंडिडेट्स का सेलेक्शन Bihar Politics: ‘चिराग पासवान सिर्फ नाम के हनुमान, किसी लायक नहीं हैं’ मुकेश सहनी ने बोला बड़ा हमला Bihar Weather Alert: बिहार में 44 डिग्री तक पहुंचेगा तापमान, प्रचंड लू का अलर्ट जारी, अगले 3 दिन भीषण गर्मी Shubman Gill: शादी करने को लेकर शुभमन गिल का बड़ा बयान, लड़की और समय हो चुके हैं तय? Bihar Crime: बर्थ सर्टिफिकेट बनाने के नाम पर महिला से 2000 रूपये मांगा घूस, Video Viral होने के बाद डाटा ऑपरेटर हो गया सस्पेंड BCCI Central Contract 2025: बिहार के 3 लाल BCCI के सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट में शामिल, अब हर साल मिलेंगे इतने करोड़ रुपए Bihar Crime News: अवैध संबंध में रोड़ा बना बेटा तो माँ ने उठाया खौफनाक कदम, मासूम की मौत के बाद इलाके में हड़कंप
02-Jun-2021 03:37 PM
DESK : देश में नई कोरोना वैक्सीन की लॉन्चिंग को लेकर इस वक्त की बड़ी खबर सामने आ रही है। फाइजर और मॉडर्ना जैसी विदेशी वैक्सीन के भारत आने का रास्ता अब साफ हो गया है। इन दोनों कंपनियों की वैक्सीन को देश के अंदर लोकल ट्रायल से नहीं गुजरना होगा। डीजीसीईआई यानी ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया ने फाइजर और मॉडर्ना आज ऐसी वैक्सीन पर अलग से लोकल ट्रायल कराने की शर्तों को हटा दिया है। इसके साथ ही अब यह तय हो गया है कि यह दोनों वैक्सीन सीधे भारत के बाजार में उपलब्ध हो पाएगी।
ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया की तरफ से जो आदेश जारी किया गया है उसमें कहा गया है कि विदेशी कंपनियों के लिए अब किसी भी वैक्सीन को लॉन्च करने के पहले पोस्ट लॉन्च ब्रिजिंग ट्रायल करने और भारत में अपने टीमों की गुणवत्ता का परीक्षण करने की बाध्यता को खत्म कर दिया गया है। अगर इन कंपनियों के पास महत्वपूर्ण देशों और स्वास्थ्य एजेंसियों की तरफ से सहमति का प्रमाण पत्र है तो भारत में इन्हें ट्रायल से नहीं गुजरना होगा। बीसीसीआई के प्रमुख वीजी सोमानी ने अपने आदेश में कहा है कि यह निर्णय भारत में कोरोना के बढ़ते मामलों और वैक्सीन की कमी को देखते हुए लिया गया है।
डीजीसीआई के मुताबिक आपात स्थिति में सीमित इस्तेमाल के लिए देश के अंदर टीकों को स्वीकृति देने का फैसला किया जाता है। ऐसे वैक्सीन को मंजूरी दी जाती है जो अमेरिका समेत प्रमुख देशों में पहले से स्वीकृत है। डब्ल्यूएचओ के आपातकाल वाली सूची में जिन व्यक्तियों को रखा गया है उनका इस्तेमाल पहले से ही लाखों लोगों पर किया जा चुका है और इसके लिए ट्रायल जरूरी नहीं है।