सासाराम: IPL में चयन के बाद होम ग्राउंड पर तेज़ गेंदबाज़ आकाशदीप बहा रहे पसीना, बिहार के इस क्रिकेटर पर KKR ने लगाई 1 करोड़ की बोली UPSC Engineering Services 2025: बिहार के उम्मीदवारों ने UPSC ESE में मचाया धमाल, पटना के राजन कुमार और उत्कर्ष पाठक बने टॉपर Free Electricity Scheme: बिहार में 125 यूनिट फ्री बिजली योजना से लोग गदगद, पीएम सूर्य घर योजना की लोकप्रियता घटी Free Electricity Scheme: बिहार में 125 यूनिट फ्री बिजली योजना से लोग गदगद, पीएम सूर्य घर योजना की लोकप्रियता घटी थावे दुर्गा मंदिर चोरी मामले में पुलिस के हाथ अबतक खाली, अपराधियों को पकड़ने के लिए इनाम की घोषणा की थावे दुर्गा मंदिर चोरी मामले में पुलिस के हाथ अबतक खाली, अपराधियों को पकड़ने के लिए इनाम की घोषणा की Bihar News: बड़का साहब ने 'ठेकेदार' को धर लिया…फिर 'सचिवालय' में ही करनी पड़ी उठक-बैठक, विश्वेश्वरैया भवन के दफ्तर में चक्कर लगाना पड़ गया महंगा Cyber Fraud: बिहार में साइबर ठगी का भाड़ाफोड़, डिजिटल अरेस्ट से बनाए 7 करोड़ रुपये; 3 गिरफ्तार Bihar Bhumi: सरकारी जमीन की लूट पर अब जाकर नीतीश सरकार हुई सख्त ! 'मुख्य सचिव' ने कमिश्नर-डीएम-एसडीओ-सीओ को दी सख्त हिदायत, पांच तरह के काम करने को कहा... Bihar News: तुरंत कर लें यह काम, वरना रुक सकती है LPG सब्सिडी; जानिए पूरी डिटेल्स
07-Oct-2020 01:37 PM
By DEEPAK RAJ
BAGHA : मधुबनी प्रखंड के सिसई पंचायत का वीरता गांव नदी की धारा में विलीन हो गया. 230 घरों में से 220 घर सहित भूमि नदी में विलीन हो चुकी है. लेकिन सड़क पर तंबू तान कर रह रहे कटाव पीड़ितों का हाल जानने के लिए अधिकारी सहित जनप्रतिनिधि अबतक नहीं पहुंचे हैं.
मधुबनी सीओ रंजीत कुमार ने वीरता गांव पहुंचकर कटाव का जायजा लिया था. सीओ ने लोगों को आश्वासन देते हुए कहा था कि जल्द ही ऊंचे स्थानों पर भूमि का चयन कर वीरता गांव को दूसरे जगह विस्थापित किया जाएगा. लेकिन पूरा गांव नदी में विलीन हो गया. अब तक गांव को भी विस्थापित करने के लिए भूमि का चयन नहीं किया गया.
प्रशासन के रवैये से नाराज वीरता गांव के लोगों ने पूर्व मुखिया उमा यादव के नेतृत्व में प्रशासन के विरुद्ध प्रदर्शन करते हुए नारेबाजी की. वीरता गांव के कटाव पीड़ित भूखे-प्यासे सड़क के किनारे तंबू तान कर कराने को मजबूर हैं. कटाव पीड़ितों ने नदी में विलीन हुए फसल सहित भूमि का मुआवजा एवं गांव को दूसरे जगह विस्थापित करने की मांग की है. साथ ही सहायता राशि की भी मांग की है.