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07-Oct-2020 01:37 PM
By DEEPAK RAJ
BAGHA : मधुबनी प्रखंड के सिसई पंचायत का वीरता गांव नदी की धारा में विलीन हो गया. 230 घरों में से 220 घर सहित भूमि नदी में विलीन हो चुकी है. लेकिन सड़क पर तंबू तान कर रह रहे कटाव पीड़ितों का हाल जानने के लिए अधिकारी सहित जनप्रतिनिधि अबतक नहीं पहुंचे हैं.
मधुबनी सीओ रंजीत कुमार ने वीरता गांव पहुंचकर कटाव का जायजा लिया था. सीओ ने लोगों को आश्वासन देते हुए कहा था कि जल्द ही ऊंचे स्थानों पर भूमि का चयन कर वीरता गांव को दूसरे जगह विस्थापित किया जाएगा. लेकिन पूरा गांव नदी में विलीन हो गया. अब तक गांव को भी विस्थापित करने के लिए भूमि का चयन नहीं किया गया.
प्रशासन के रवैये से नाराज वीरता गांव के लोगों ने पूर्व मुखिया उमा यादव के नेतृत्व में प्रशासन के विरुद्ध प्रदर्शन करते हुए नारेबाजी की. वीरता गांव के कटाव पीड़ित भूखे-प्यासे सड़क के किनारे तंबू तान कर कराने को मजबूर हैं. कटाव पीड़ितों ने नदी में विलीन हुए फसल सहित भूमि का मुआवजा एवं गांव को दूसरे जगह विस्थापित करने की मांग की है. साथ ही सहायता राशि की भी मांग की है.