BIHAR POLITICS : महागठबंधन में सीट बंटवारे से पहले मुकेश सहनी ने इस सीट पर ठोका दावा,कहा - हम हर मौसम में रहते हैं एक्टिव Priyanka Gandhi Rally: सीमांचल में फेल होगा मोदी का प्लान! पूर्णिया में प्रियंका की हुंकार; NDA के दावों की खुलेगी पोल Bihar Land Survey : बिहार भूमि सर्वें में लागू हुई नई व्यवस्था, अब बिना ज़मीन पेपर भी मिलेगा मालिकाना हक Bihar News: मखाना बोर्ड का गठन कर इन वोटरों को साध रहे मोदी, सीमांचल को लेकर NDA का ख़ास प्लान BIHAR ELECTION : बिहार चुनाव को लेकर एक्टिव हुए अमित शाह, इन नेताओं संग बैठक कर बनाएंगे ख़ास रणनीति; तेजस्वी को लेकर भी तैयार हुआ प्लान Bihar News: भीषण सड़क हादसे में 2 की मौत, 4 की हालत नाज़ुक NITISH KUMAR : विश्वकर्मा जयंती पर CM नीतीश ने इन लोगों को दिया बड़ा तोहफा, निर्माण मजदूरों को मिलेंगे 5000 रुपए दुर्गा पूजा से पहले सरकार का बड़ा तोहफा, समय से पहले वेतन-पेंशन और भत्तों का भुगतान Patna Metro: रेड लाइन पर पहली बार दौड़ी पटना मेट्रो, CMRS ने किया सुरक्षा निरीक्षण PM Modi 75th Birthday : पीएम नरेंद्र मोदी 75 वर्ष के हुए, बिहार के CM नीतीश कुमार ने दी जन्मदिन की बधाई; सम्राट चौधरी बोले– आधुनिक भारत के विश्वकर्मा
21-May-2021 04:29 PM
By Ganesh Samrat
PATNA: विधायक राशि के पारदर्शी इस्तेमाल की गारंटी की मांग माले विधायकों ने सरकार से की है। इसे लेकर माले के सभी विधायक आज अनशन पर बैठ गये। पटना के छज्जुबाग स्थित विधायक दल कार्यालय में भी विधायक अनशन पर बैठे। भूख हड़ताल में भाकपा-माले के फुलवारी विधायक गोपाल रविदास, पालीगंज विधायक संदीप सौरभ शामिल हुए। माले विधायकों ने सरकार के इस फैसले को गलत ठहराया। माले विधायकों का कहना है कि बिना विधायक और पार्षद से बातचीत किए अलोकतांत्रिक तरीके से योजना मद से 2-2 करोड़ की राशि अधिग्रहित करने का फैसला सरकार ने लिया है।
भूख हड़ताल में भाकपा-माले के फुलवारी विधायक गोपाल रविदास, पालीगंज विधायक संदीप सौरभ शामिल हुए। पालीगंज विधायक संदीप सौरभ ने कहा कि हमें इस बात पर आपत्ति नहीं है कि सरकार ने 2 करोड़ पैसा ले लिया। आपत्ति इस बात पर है कि उसने हमलोगों से न तो कोई राय ली और न ही कोई पारदर्शिता अपनाई जा रही है। पिछली बार भी सरकार ने 50 लाख की राशि ले ली थी लेकिन आज तक यह नहीं बताया गया कि वह ख़र्च हुआ भी या नहीं।
पालीगंज विधायक संदीप सौरभ ने बताया कि सभी माले विधायकों का यह मांग है कि इस मद की राशि के खर्च में हमारी राय को प्राथमिकता दी जाए और कम से कम 1 करोड़ रुपया सम्बन्धित विधानसभा में खर्च किया जाए। माले के सभी विधायकों ने तो शेष 1 करोड़ की राशि को भी स्वास्थ्य उपकरणों पर खर्च करने की अनुशंसा कर दी है लेकिन प्रशासन की कार्रवाई कछुए की चाल से चल रही है।
वही फुलवारी शरीफ के विधायक गोपाल रविदास ने बताया कि शेष बचे 1 करोड़ की राशि से हमने फुलवारी में ऑक्सिजन प्लांट लगाने की अनुशंसा की थी। लेकिन सरकार कहती है कि ऐसी अनुशंसा का प्रावधान ही नहीं है। फिर विधायकों का पैसा लेकर यह सरकार क्या करेगी? अभी तो युद्ध स्तर पर लगकर इन कार्यों को करना था। लेकिन इस संकट में भी भाजपा-जदयू के लोग ओछी राजनीति से बाज नहीं आ रहे हैं। वे नहीं चाहते कि कोई विधायक इस पर बात करें। वे पैसा भी अधिग्रहित कर चुके हैं और काम भी ठीक से नहीं कर रहे हैं।
फुलवारी शरीफ के विधायक गोपाल रविदास ने कहा कि यदि सरकार का रवैय्या यही रहा तो कोविड के वर्तमान दूसरी लहर में शायद ही इन पैसों का सही उपयोग हो पाए। इसलिए प्रशासन को इस मामले में कार्रवाई की जानी चाहिए।
माले विधायक दल नेता महबूब आलम बारसोई, अरूण सिंह काराकाट, महानंद सिंह अरवल, मनोज मंजिल अगिआंव, सुदामा प्रसाद तरारी, सत्यदेव राम दरौली, अमरजीत कुशवाहा मैरवां, बीरेन्द्र प्रसाद गुप्ता सिकटा, रामबलि सिंह यादव जहानाबाद और अजीत कुशवाहा डुमरांव में एक दिवसीय अनशन पर बैठे।