MUZAFFARPUR: HAM के प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक, संतोष सुमन बोले..विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी को बनाया जाएगा मजबूत BIHAR: ग्रामीण कार्य विभाग की बड़ी कार्रवाई: वित्तीय अनियमितता और लापरवाही के आरोप में 2 इंजीनियर सस्पेंड, अन्य पर भी गिरेगी गाज Bihar Crime News: दिनदहाड़े कार सवार से 5 लाख की लूट, बहन की शादी के लिए कर्ज लेकर जा रहा था घर स्वामी सहजानंद सरस्वती के नाम पर बिहटा एयरपोर्ट रखने की मांग, युवा चेतना के संयोजक ने नागरिक उड्डयन मंत्री से की मुलाकात TCH एदुसर्व ने किया ऐलान: BPSC TRE-4.0, CTET और STET के लिए नए बैच की शुरुआत, सीमित सीटें, जल्द कराए नामांकन गोपालगंज से बड़ी खबर: नहाने के दौरान गंडक नदी में डूबे 3 बच्चे, तलाश जारी Bihar Co Suspend: 'मंत्री' को गलत जानकारी देना CO को पड़ा महंगा, दो अधिकारी सस्पेंड CHAPRA: शहीद इम्तियाज को श्रद्धांजलि देने घर पहुंचे VIP के प्रतिनिधिमंडल, परिजनों से मिलकर हरसंभव मदद का दिया भरोसा BIHAR: जहानाबाद जेल में तैनात महिला सिपाही ने की आत्महत्या, कटिहार की रहने वाली थी शिवानी, एक महीने में यह तीसरी घटना Bihar News: 30 मई को बिहार दौरे पर नरेंद्र मोदी, इस एयरपोर्ट का करेंगे उद्घाटन; सासाराम में बड़ी जनसभा में होंगे शामिल
29-Jan-2021 12:01 PM
PATNA : राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा किसान आंदोलन के समर्थन में खुलकर उतर गए हैं. उपेंद्र कुशवाहा ने किसानों की मांग का समर्थन करते हुए केंद्र सरकार से नए कृषि कानूनों को लेकर सवाल पूछा है. कुशवाहा ने केंद्र सरकार से पूछा है कि आखिर में कृषि कानून लागू नहीं हुए तो इससे क्या नुकसान होगा. रालोसपा अध्यक्ष ने कहा है कि केंद्र सरकार को यह बताना चाहिए कि नए कृषि कानून नहीं लागू होने से देश पर इसका क्या प्रभाव होगा.
उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि अगर देश भर के किसान नए कृषि कानून का विरोध कर रहे हैं तो जरूर कोई बात होगी. केंद्र सरकार को यह बात समझ में आ जानी चाहिए. रालोसपा अध्यक्ष ने कहा कि किसानों ने हमेशा यह बताया है कि नए कृषि कानूनों से किस तरह का नुकसान है. नए कृषि कानून पूंजी पतियों को कृषि क्षेत्र में जबरदस्त ताकत देते हैं और इससे पूजी पतियों का किसानों के ऊपर अधिपत्य बढ़ेगा. ऐसे में केंद्र सरकार को यह सोचना चाहिए कि नए कृषि कानून को क्यों नहीं रद्द किया जाए.
उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि यहां के किसानों को नए कृषि कानूनों के बारे में ठीक-ठीक समझ हो गई है. वहां किसान आंदोलन आगे बढ़ गया है लेकिन जिन राज्यों के किसानों ने अब तक के नए कृषि कानूनों को नहीं समझा है, वहां आंदोलन अब तक रफ़्तार नहीं पकड़ पाया है. बिहार को लेकर उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि अब यहां के भी किसानों को कृषि कानूनों के बारे में समझ में आने लगा है और आंदोलन की सुगबुगाहट होने लगी है.
उपेंद्र कुशवाहा ने ऐलान किया है कि वह नए कृषि कानूनों के खिलाफ बिहार के गांव-गांव में जाकर किसान चौपाल लगाएंगे. कुशवाहा 2 फरवरी से इस अभियान की शुरुआत करेंगे. शहीद जगदेव बाबू की प्रतिमा पर माल्यार्पण करने के बाद उनकी तरफ से इस अभियान की शुरुआत होगी और पूरे फरवरी महीने में वह गांव-गांव तक जाकर किसान चौपाल लगाएंगे. किसानों को नए कृषि कानूनों के बारे में जागरूक करेंगे और उन्हें बताएंगे कि नए कृषि कानून लागू होने से क्या नुकसान होगा. इतना ही नहीं कुशवाहा नए कृषि कानून की प्रतियों को भी किसान चौपाल के दौरान जलाने का काम करेंगे.
उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि दिल्ली में जो कुछ हुआ वह वाकई दुर्भाग्यपूर्ण है. लाल किले पर हुई घटना के वक्त सरकार कहां थी, सुरक्षा कैसी थी, इसको लेकर कुशवाहा ने सवाल खड़े किए. वहीं उपेंद्र कुशवाहा ने महागठबंधन की मानव श्रृंखला में शामिल होने से इनकार करते हुए कहा कि अलग-अलग पार्टी का अपना अपना कार्यक्रम है वह किसान चौपाल के जरिए किसानों के आंदोलन को समर्थन देंगे.