ब्रेकिंग न्यूज़

नहाय खाय के दिन VIP में बड़ी टूट, उपाध्यक्ष रंजीत सहनी समेत कई नेता बीजेपी में शामिल, भाजपा अध्यक्ष बोले..विधायक से बड़ा पद हम इनको देंगे महापर्व पर बादशाह इंडस्ट्रीज ने छठ व्रतियों के बीच पूजन सामग्री का किया वितरण, मंत्री अशोक चौधरी भी रहे मौजूद बेतिया के योगापट्टी में लगी भीषण आग, सात घर जलकर राख Bihar Crime News: बिहार में पूर्व बीजेपी विधायक की कार से बियर बरामद, वाहन जांच के दौरान हुई कार्रवाई Bihar Crime News: बिहार में पूर्व बीजेपी विधायक की कार से बियर बरामद, वाहन जांच के दौरान हुई कार्रवाई Satish Shah Death: फेमस बॉलीवुड एक्टर सतीश शाह का निधन, फिल्म इंडस्ट्री में शोक की लहर Satish Shah Death: फेमस बॉलीवुड एक्टर सतीश शाह का निधन, फिल्म इंडस्ट्री में शोक की लहर Bihar News: बिहार में छठ घाट निर्माण के दौरान बड़ा हादसा, बागमती नदी में 5 लोग डूबे; तीन की मौत Bihar News: पढ़ाई-दवाई-सिंचाई-सप्लाई, अमित शाह ने चार सूत्रों पर दिया जोर, कहा- लालू-सोनिया परिवार की 2 पहचान भ्रष्टाचार और.... Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव में दिखा प्रचार का अनोखा अंदाज, प्रत्याशी ने गले से पैर तक खुद को जंजीर से जकड़ा

DM साहब अचानक पहुंचे बेगूसराय जेल, सरकारी पैसे के दुरुपयोग की जांच की

DM साहब अचानक पहुंचे बेगूसराय जेल, सरकारी पैसे के दुरुपयोग की जांच की

13-Feb-2020 06:20 PM

By Jitendra Kumar

BEGUSARAI : बेगूसराय जेल में उस समय हड़कंप मच गया जब अचानक डीएम पूरे लाव-लश्कर के साथ अचानक वहां पहुंच गए। डीएम अरविंद कुमार वर्मा ने जेल के अंदर खाने की गुणवत्ता की जांच की। हालांकि डीएम साहब जब बाहर निकले तो वे जेल के हिसाब-किताब से संतुष्ट नजर आए। 


डीएम अरविंद कुमार वर्मा ने बताया कि वे  कैदियों को दी जाने वाली खाने-पीने की क्वालिटी और खरीददारी में पारदर्शिता की जांच को पहुंचे हैं। उन्होनें बताया कि यहां जिन  सामानों की खरीद के लिए जिस सरकारी पैसे का उपयोग किया जाता है वो उसके अनुरूप खरीदे जाते हैं या नहीं। यहां उन सारे नियमों का पालन हो रहा है या नहीं, यही देखने के लिए आए थे। दूसरी बात यहां के कैदी लोग खाने पीने से संतुष्ट हैं या नहीं या उनकी कोई शिकायत भी है या नहीं।


डीएम ने कहा कि सब जांच की गई जिसके दौरान हमने पाया भी कि खाने-पीने के सामानों की गुणवत्ता में  शिकायत नहीं है।साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि बड़े-बड़े सामानों की खरीद होती है इसमें निविदा के अनुरूप दर निर्धारित है वो निविदा के अनुसार क्रय किए जा रहे हैं। छोटे-छोटे वस्तुएं जैसे कंप्यूटर या प्रिंटर में कार्टिज सहित अन्य कुछ छोटे छोटे आइटम भी हैं जिसका दर निर्धारित नहीं है । 50,000 से नीचे का क्रय  डीडीओ के द्वारा की जाती है लेकिन उसके ऊपर की खरीद तीन सदस्यीय क्रय समिति के द्वारा की जाती है और वह भी अनुकूल ही है। कुल मिलाकर जांच पड़ताल में सब कुछ सही पाया गया।