Bihar School News: बिहार के सरकारी स्कूल में प्रिंसिपल ने स्वतंत्रता दिवस समारोह में बच्चों को जलेबी की जगह बांटा खुरमा, शिक्षा विभाग ने मांग दिया जवाब Bihar School News: बिहार के सरकारी स्कूल में प्रिंसिपल ने स्वतंत्रता दिवस समारोह में बच्चों को जलेबी की जगह बांटा खुरमा, शिक्षा विभाग ने मांग दिया जवाब Bihar News: बिहार में निर्माणाधीन सेप्टिक टैंक में दम घुटने से मजदूर की मौत, दूसरे की हालत गंभीर Bihar News: बिहार में निर्माणाधीन सेप्टिक टैंक में दम घुटने से मजदूर की मौत, दूसरे की हालत गंभीर India Largest Airport: यहां मौजूद है भारत का सबसे बड़ा एयरपोर्ट, दिल्ली और मुंबई के हवाई अड्डे भी इसके सामने हैं फेल Jacob Bethell: 136 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ने जा रहा इंग्लैंड का यह नौजवान क्रिकेटर, अचानक इस फैसले से हैरान हुए तमाम क्रिकेट फैंस Bihar News: 10 सूत्री मांगों को लेकर बिहार में कर्मचारियों की हड़ताल, कामकाज पूरी तरह ठप; सहकारिता मंत्री को सौंपा गया ज्ञापन Krishna Janmashtami 2025: आज है कृष्ण जन्माष्टमी, जानें... कैसे करें बाल गोपाल का श्रृंगार और प्रसाद अर्पित AMCA: 5वीं पीढ़ी का देसी फाइटर जेट जल्द भरेगा उड़ान, राफेल, Su-57 और F-35 को मिलेगी कड़ी टक्कर ऑस्ट्रेलिया को पहला विश्वकप जिताने वाले Bob Simpson का निधन, कई दिग्गज क्रिकेटर इन्हें मानते थे अपना गुरु
03-Sep-2021 07:07 AM
MUZAFFARPUR : बिहार में सत्तारूढ़ जेडीयू के भीतर चल रहा खेल जगजाहिर हो चुका है. पार्टी के कार्यकर्ताओं और नेताओं के सामने भी स्थिति साफ हो चुकी है. नीतीश कुमार को मजबूर कर आरसीपी सिंह केंद्र सरकार में मंत्री बन गये. दिख यही रहा है कि नीतीश कुमार और उनकी टीम आऱसीपी सिंह को किनारे लगाने में लगी है. लेकिन आरसीपी सिंह ने भी इसकी काट में तमाम अस्त्र बाहर निकाल लिये हैं. बिहार के सभी जिलों का दौरा कर रहे आऱसीपी सिंह ने तो पार्टी की चिट्ठी तक निकलवा दी-जो स्वागत में नहीं आया उसके खिलाफ कार्रवाई होगी.
आरसीपी सिंह की ताकत
दरअसल गुरूवार को आरसीपी सिंह मुजफ्फरपुर के दौरे पर थे. वे बिहार के हर जिले में घूम घूम कर पार्टी के नेताओँ-कार्यकर्ताओं से मिल रहे हैं. मुजफ्फरपुर में आऱसीपी सिंह के स्वागत का जो इंतजाम किया गया था वैसा शायद नीतीश कुमार के स्वागत में भी कभी नहीं हुआ होगा. ये सब तब हुआ जब चार दिन पहले जेडीयू की राष्ट्रीय परिषद की बैठक हुई थी औऱ उसमें ये बात खुल कर सामने आ गयी थी कि आरसीपी सिंह एक ओर हैं नीतीश कुमार के तमाम दूसरे सिपाहसलार दूसरी ओर. आरसीपी सिंह ने उसके बाद अपनी ताकत दिखायी.
पूरी पार्टी एक पैर पर खडी थी
आरसीपी सिंह के मुजफ्फरपुर पहुंचने से पहले पूरी पार्टी एक सुर में यशोगान कर रही थी. मुजफ्फरपुर जेडीयू के जिलाध्यक्ष मनोज कुमार किसान याचक की मुद्रा में शहर से 25 किलोमीटर दूर हाइवे पर स्वागत में ख़ड़े थे. पार्टी के अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ और सेवादल जैसे सेल के अध्यक्ष ने आरसीपी सिंह के स्वागत में पूरी ताकत झोंक दी थी. किसी दौर में उपेंद्र कुशवाहा के निकट सहयोगी माने जाने वाले पूर्व मंत्री मनोज कुशवाहा ने आरसीपी सिंह के स्वागत के लिए पलक फावड़े बिछा रखे थे. लोजपा (पारस) गुट की एमपी वीणा देवी के पति और पूर्व विधान पार्षद दिनेश प्रसाद सिंह सबसे ज्यादा उत्साहित थे.
पार्टी से जारी कराया लेटर
लेकिन इन सबसे ज्यादा दिलचस्प था जेडीयू की ओर से जारी लेटर. जेडीयू जदयू तकनीकी प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष शंकर सिंह ने अपने लेटर पैड पर आदेश जारी किया. उस पत्र ने पूरी पार्टी में हड़कम्प मचा दिया. शंकर सिंह ने अपने लेटर में लिखा कि RCP सिंह के कार्यक्रम में जो भी शामिल नहीं होंगे उन तमाम लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. पार्टी की ओर से आधिकारिक पत्र जारी होने के बाद खलबली मच गयी. कई कार्यकर्ताओं औऱ नेताओं ने आपत्ति जतायी. ऐसा पत्र तो नीतीश जी के लिए भी कभी जारी नहीं हुआ. आरसीपी सिंह में क्या खास बात हो गयी.
ये मामला जेडीयू के उपर तक पहुंचा. जब उपर से सख्ती के संकेत मिले तो लेटर जारी करने वाले का दिमाग ठिकाने आया. शंकर सिंह ने कहा कि कुछ लोग पार्टी में पद लेकर बैठ गए है लेकिन पार्टी के कार्यक्रमों में उनकी सक्रियता नहीं दिखती है. पार्टी में पद लेने वाले लोग जब भी कार्यक्रम होता है तो उसमें गायब हो जाते हैं. इसलिए लेटर जारी किया गया कि आरसीपी सिंह के स्वागत में मौजूद रहें वर्ना कार्रवाई की जायेगी. हालांकि मामले को समझ रहे पार्टी नेताओं के एक गुट ने इस लेटर को काफी हल्के में लिया. उन्होंने मामले को उपर तक जरूर पहुंचा दिया.
उधर दौरे पर आय़े आऱसीपी सिंह से भी जेडीयू के लेटर के बारे में सवाल पूछा गया. लेकि उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया.