Bihar election: कमजोर वर्ग के वोटरों की सुरक्षा को लेकर डीजीपी ने कसी कमर,कहा - दागियों-दबंगों पर होगी सख्त कार्रवाई Bihar election: बिहार चुनाव 2025: पहले चरण के मतदान से पहले पीएम नरेंद्र मोदी 2 नवंबर को पटना में करेंगे रोड शो Chhath Puja 2025: लोक आस्था का महापर्व छठ का दूसरा दिन, उपेन्द्र कुशवाहा की पत्नी ने किया खरना पूजा, छठी मईया से बिहार की तरक्की की कामना Chhath puja 2025: लगातार दूसरे दिन अजय सिंह ने छठ व्रतियों के बीच किया पूजन सामग्री का वितरण Bihar Election 2025 : जदयू विधायक दामोदर रावत का ग्रामीणों से विरोध, सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल; जानिए क्या है पूरा मामला Chhath puja : पीएम मोदी ने मन की बात में दी छठ महापर्व की शुभकामनाएं, कहा - घर घर बन रहे ठेकुआ, सज रहे घाट Bihar Election 2025 : बीयर लेकर बिहार आए यूपी के पूर्व विधायक धनंजय कन्नौजिया गिरफ्तार, बीजेपी चुनाव प्रचार मामला, कोर्ट ने भेजा जेल Bihar BJP leader : पूर्व प्रदेश अध्यक्ष व सांसद डॉ. संजय जयसवाल से 10 करोड़ की रंगदारी, बेटे को जान से मारने की धमकी central government employees: केंद्रीय कर्मचारियों की ग्रेच्युटी सीमा बढ़ी, इन लोगों पर नहीं लागू होंगे नियम “अक्षरा सिंह ने खेसारी लाल यादव पर बोला हमला, कहा - वो तो खुलेमाम मेरा ...,ज्योति सिंह को दिया खुला समर्थन”
18-Feb-2022 11:48 AM
By AKASH KUMAR
AURANGABAD : औरंगाबाद जिले के हसपुरा प्रखंड के मकबुलपुर गांव निवासी सेना के जवान महेशचंद्र सिंह जम्मू के बारामुला में आतंकवादियों से लोहा लेते शहीद हो गये। शुक्रवार की सुबह शहीद का पार्थिव शरीर पैतृक गांव मकबुलपुर लाया गया। शव आते ही गांव का माहौल गमगीन हो उठा।
शहीद जवान का शव उनके पैतृक गांव हसपुरा थाना के मकबुलपुर गांव पहुंचते ही शहीद के पिता रामबरत सिंह दहाड़ मारकर रोने लगे। बता दे कि महेशचंद्र सिंह बीएसएफ की 161 बटालियन में तैनात थे।उनकी पोस्टिंग जम्मू के बारामुला बॉर्डर पर की थी। शहादत के बाद बारामुला में ही बीएसएफ के अधिकारियों ने शहीद को सलामी दी।
वही शुक्रवार की सुबह शहीद का पार्थिव शरीर पैतृक गांव मकबुलपुर लाया गया। शव आते ही गांव का माहौल गमगीन हो उठा। शहीद जवान महेशचंद्र सिंह अपने पीछे एक पुत्र, पत्नी एवं दो शादीशुदा पुत्रियों को छोड़ गए है। जैसे ही महेशचंद्र के शहीद होने की खबर परिजनों तथा ग्रामीणों को लगी गांव में कोहराम मच गया। हालांकि शहादत पर ग्रामीणों और परिजनों को गर्व भी है। वही शहीद की पत्नी का रो रोकर बुरा हाल है पर इस इस बात का गर्व भी है कि उसके पति आतंकवादियों से लड़ते लड़ते शहीद हुए है। उसने रोते हुए कहा कि मेरा छोटा बेटा भी देश की सेवा करेंगा।