Bihar cyber crime : बिहार में साइबर अपराध पर नकेल कसने को EOU की नई इंटेलिजेंस यूनिट, इन चीजों पर हुआ एक्शन Patna Zoo Internship : पटना जू की अनोखी पहल, किताबों से निकलकर वन्यजीवों के बीच सीखने का मौका; पटना जू में पहली बार इंटर्नशिप; इस तरह भरें फॉर्म Bihar ration card : बिहार के राशन कार्डधारियों पर बड़ा एक्शन, 57 लाख से ज्यादा नाम कटने की तैयारी; खाद्य विभाग के एक्शन से हड़कंप Bihar Politics : मन ही मन फूट रहे लड्डू, एनडीए में विवाद उत्पन्न होने से बचने के लिए अब कुशवाहा दे रहे सफाई; जानिए क्या है हकीकत Bihar weather : पछुआ हवा ने बढ़ाई कनकनी, बिहार में कड़ाके की ठंड और घने कोहरे का अलर्ट, गया रहा सबसे ठंडा जिला मां बनी कसाई: 6 साल की बेटी को दी हिंदी बोलने की सजा, मराठी में बात नहीं करने पर घोंट डाला गला मुजफ्फरपुर में विधवा के साथ मारपीट, गहने और पैसे भी छीना, शिकायत करने पर थानेदार ने लगाई फटकार, कहा..'जहां जाना है जाओ Bihar News: बिहार को मिलने जा रही 10 हजार करोड़ की सौगात, दो सड़क और एक मेगा ब्रिज परियोजना को कैबिनेट की मंजूरी का इंतजार Bihar News: बिहार को मिलने जा रही 10 हजार करोड़ की सौगात, दो सड़क और एक मेगा ब्रिज परियोजना को कैबिनेट की मंजूरी का इंतजार लहे-लहे घोंट जा.. बिहार में देर रात तक चला ऑर्केस्ट्रा गर्ल का अश्लील डांस, ठुमके लगाते सरकारी शिक्षक का वीडियो वायरल
20-Jan-2023 09:32 AM
By First Bihar
DELHI : बिहार में जाति आधारित गणना यानी जातीय गणना पर रोक लगाने की मांग वाली याचिकाओं पर आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होनी है। सुप्रीम कोर्ट ने जातिगत गणना कराने के लिए जारी की गई अधिसूचना को रद्द करने की मांग के लिए तीन याचिकाएं दाखिल की गई है। इसमें से सबसे पहली याचिका नालंदा के एक सामाजिक कार्यकर्ता की है और दूसरी याचिका हिंदू सेना के तरफ से की गई है।
मालूम हो कि, सुप्रीम कोर्ट ने इन याचिकाओं पर सुनवाई की तारीख 1 दिन पहले बदलकर 27 जनवरी कर दी थी। तकनीकी कारणों की वजह से यह फैसला लिया गया था। हालांकि बाद में सुनवाई की तारीख फिर से 20 जनवरी ही रखी गई है।
जानकारी के अनुसार, नालंदा के एक सामाजिक कार्यकर्ता अखिलेश कुमार ने शीर्ष अदालत में याचिका दायर की थी जिसमें उन्होंने बिहार सरकार के जातिगत गणना कराने के फैसले को असंवैधानिक बताया था। उन्होंने कहा था कि राज्य सरकार को यह अधिकार नहीं है कि वह जनगणना करवाएं इसलिए नीतीश सरकार ने 6 जून 2022 को जो नोटिफिकेशन जारी किया था उसे रद्द किया जाए।
आपको बताते चलें कि बिहार में पहले चरण की जाति आधारित गणना 7 जनवरी को शुरू हुई थी जो कि सोमवार को खत्म हो जाएगी पहले चरण में मकानों की गिनती की जा रही है इसके बाद अप्रैल महीने में दूसरे चरण की गणना की जाएगी जिसमें मकानों के अंदर रहने वाले लोगों की जातियों और अन्य जानकारी जुटाई जाएगी।