ब्रेकिंग न्यूज़

Bihar News: सोशल मीडिया के जुनून ने ली जान की बाजी, युवक रेल इंजन पर चढ़कर हुआ घायल Life Style: नकली कॉफी से रहें सावधान, आपकी सुबह की चुस्की बिगाड़ सकती है सेहत Bihar News: विधान परिषद डाटा डिलीट मामले में SIT का गठन, CIBER SP की अगुआई में 6 सदस्यीय टीम करेगी जांच Bihar Crime News: गया में युवक की पीट-पीटकर हत्या, परिजनों का पुलिस के खिलाफ हंगामा Bihar News: इंडो-नेपाल बॉर्डर पर मानव तस्करी की कोशिश नाकाम, एक युवक गिरफ्तार Bihar News: बिहार को मिलेगा नया एयर कनेक्शन, इस एयरपोर्ट से उड़ानें होंगी जल्द शुरू Bihar News: पुलिस टीम पर हमले में 3 जवान घायल, अपराधियों की तलाश में छापेमारी जारी Bihar News: बिहार में गर्मी से बचाव का अनोखा ठिकाना, मिलेगा गोवा जैसा मजा; जानिए... Iran Israel War: खामनेई ने किया जंग का ऐलान, फतह मिसाइल से इजरायल पर हमला; तेल अवीव और तेहरान में भारी तबाही Bihar News: DGP का सख्त आदेश, गवाही से गैरहाजिर पुलिस अधिकारियों के वेतन में होगी कटौती

भारत के 3 राज्यों में 4 हजार से अधिक मामले, सुप्रीम कोर्ट ने कहा- ‘जो जहां है, वहीं रहें’

भारत के 3 राज्यों में 4 हजार से अधिक मामले, सुप्रीम कोर्ट ने कहा- ‘जो जहां है, वहीं रहें’

13-Apr-2020 10:20 PM

DELHI : कोरोना वायरस की चपेट में हिंदुस्तान के 32 राज्य और केंद्रशासित प्रदेश आ चुके हैं. जिसमें से सबसे ज्यादा महाराष्ट्र, तमिलनाडु और दिल्ली है. इन तीनों राज्यों में तक़रीबन 4 हजार मामले सामने आ चुके हैं. जिसके कारण सरकार की चिंता पहले से ज्यादा बढ़ गई है. महाराष्ट्र, दिल्ली और तमिलनाडु में  कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है.


महाराष्ट्र, दिल्ली और तमिलनाडु में कोरोना के मामले चार हजार से अधिक हो चुके हैं जिन्हें मिलाकर देश में संक्रमितों की कुल संख्या नौ हजार को पार कर गयी है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के सोमवार शाम जारी आंकड़ों के अनुसार देश में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 9352 हो गयी है. इसके कारण मरने वालों की संख्या 324 पर पहुंच गई है. अब तक 980 लोगों को ठीक होने के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है.


सुप्रीम कोर्ट ने कहा-  ‘जो जहां है, वहीं रहें’
कोविड 19 को लेकर जारी पूर्णबंदी के कारण विदेश में फंसे भारतीयों को सोमवार को सलाह दी कि ‘जो जहां है, वहीं रहें’ शीर्ष अदालत ने विदेशों में फंसे भारतीयों को स्वदेश लाने पर केंद्र सरकार द्वारा लगाए गए प्रतिबंधों में हस्तक्षेप करने से इन्कार कर दिया. मुख्य न्यायाधीश एस.ए. बोबडे, न्यायमूर्ति एल. नागेश्वर राव और न्यायमूर्ति एम. एम. शांतनागौदर की पीठ ने विदेश में रुके भारतीयों से अपील की कि वे जहां हैं फिलहाल वहीं रहें.


शीर्ष अदालत ने सात याचिकाओं की संयुक्त सुनवाई की, जिसमें ब्रिटेन, अमेरिका, ईरान और अन्य खाड़ी देशों में छात्रों, कामकाजी पेशेवरों, अकुशल श्रमिकों और मछुआरों एवम् भारतीय नागरिकों को वहां से निकालने का अनुरोध किया है. इस दौरान सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने यह भी कहा कि इस संकट के दौरान लोगों को भारत वापस लाना असंभव है और उन्होंने केंद्र सरकार की ओर से पहले से दायर हलफनामे में इस रुख को दोहराया है.