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15-Sep-2022 05:38 PM
PATNA: पटना पुलिस ने कंकड़बाग थाना अंतर्गत स्थित मेडिविजन अस्पताल के 2 प्रबंधकों को सकुशल बरामद किया है। दोनों का अपहरण फिरौती के लिए किया गया था। घटना के 6 घंटे के बाद दोनों को सकुशल बरामद कर लिया गया। वहीं इस दौरान 4 अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है। घटना में उपयोग हुए स्विफ्ट कार को भी बरामद किया गया है।
बिहार में एक बार फिर से अपहरण की घटना को अंजाम दिया जा रहा है। इसे लेकर प्रोफेशनल गैंग सक्रिय हो गए हैं। खुद पटना एसएसपी मानवजीत ढिल्लों ने इस बात की जानकारी दी है। पटना SSP मानवजीत सिंह ढिल्लो ने बताया कि कंकड़बाग से एक साथ दो अस्पताल संचालकों के अपहरण मामले में प्रोफेशनल गैंग का हाथ है।
कंकड़बाग स्थित मेडिविजन अस्पताल के दो प्रबंधक रवि रंजन कुमार एवं सुभाष कुमार को अस्पताल परिसर से 4 अपराधियों ने स्विफ्ट डिजायर कार से अपहरण कर लिया था। अपहरणकर्त्ताओं ने इस दौरान दोनों के साथ मारपीट भी की थी। उनके माध्यम से अस्पताल के अन्य स्टाफ को अपहरण की सूचना देते हुए लॉकर में 03 लाख 20 हजार रूपये रहने की बात बताते हुए उक्त रकम अपहरणकर्त्ताओं को देने को कहा था। जिसके बाद अपहरणकर्त्ता अस्पताल जाकर लॉकर तोड़वाकर उक्त रकम हासिल किये।
उसके बाद अपहरणकर्त्ताओं द्वारा अपहृत के मोबाईल से उनके भाई और परिजन को धमकी देकर उनके बताये गये बैंक खाता में 2,15,900/- रूपये तथा दोनों अपहृत के बैंक खातों से भी 2,40,000/- रूपये गूगल पे के माध्यम से मोबाईल द्वारा मंगवाया। रकम मिलने के बावजूद अपहृत को मुक्त नहीं किये जाने तथा और रकम देने का दबावा डालने पर परिजनों ने 14.09.22 को 11:00 बजे दिन में कंकड़बाग थाना को इसकी सूचना दी।
तत्काल इस संदर्भ में कंकड़बाग थाना कांड सं0-867/22 दिनांक 14.09.22 धारा-364 (ए) / 34 भादवि0 दर्ज करते हुए त्वरित अनुसंधान प्रारंभ किया गया। इस घटना की सूचना पर वरीय पुलिस अधीक्षक, पटना द्वारा तत्काल अपहृत की सकुशल बरामदगी एवं अपहरणकर्त्ताओं की गिरफ्तारी के लिए नगर पुलिस अधीक्षक पूर्वी, पटना के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया गया। जिसमें सहायक पुलिस अधीक्षक सदर पटना, थानाध्यक्ष कंकड़बाग एवं अन्य पुलिसकर्मियों को शामिल किया गया।
तकनीकि अनुसंधान के दौरान अपहृत के मोबाईल का लोकेशन सारण जिलान्तर्गत डेरनी थानाक्षेत्र का पाया गया टीम द्वारा त्वरित कार्रवाई करते हुए उक्त स्थल की घेराबंदी कर गैरेज के पास छापेमारी कर दोनों अपहृतों को सकुशल बरामद किया गया। वहीं स्विफ्ट डिजायर कार को जब्त किया गया। जबकि तीन अपहर्ता संदीप ओझा,रणविजय कुमार और रॉकी कुमार को गिरफ्तार किया गया ।
पूछ-ताछ के दौरान अपहरणकर्ताओं ने बताया कि फिरौती के रूप में मिली राशि उनके साथी संदीप सिंह, जो वर्तमान में जेल में बंद है, उनकी पत्नी रितु कुमारी के पास रखा गया है। जिसके आधार पर रितु कुमारी के घर पर छापेमारी कर फिरौती की रकम 445,000/- रूपये बरामद किया गया। इस दौरान रितु कुमारी को भी गिरफ्तार किया गया। अपहर्ताओं ने गूगल पे व अन्य माध्यम से एक्सिस बैंक के जिस बैंक खाता में रकम मंगवाया गया वह खाता रितेश कुमार के नाम से है उसमें अभी भी 4,56,000/-रूपये है।
तत्काल उक्त बैंक खाता को फ्रीज करने की कार्रवाई की गई है तथा उक्त खाता धारक रितेश कुमार की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है। गिरफ्तार अपहर्ता संदीप ओझा सारण जिला का एक कुख्यात अपराधी है और हत्या, हत्या का प्रयास, डकैती, लूट, आर्म्स एक्ट जैसे एक दर्जन से अधिक काण्डों में आरोपित रहा है। गिरफ्तार रॉकी भी एक पेशेवर अपराधी है तथा इसके विरूद्ध बिहार के अलावा अन्य राज्यों में भी अपराधिक इतिहास को जानकारी हुई है. जिस संबंध में जांच की जा रही है।
अपहृत एवं अपहरणकर्त्ताओं से जब पूछ-ताछ की गयी तब यह बात सामने आई कि दोनों पक्ष एक दूसरे को पहले से जानते हैं। अस्पताल में मरीजों को ईलाज के लिए भेजने के लिए आपस में रकम का लेन-देन करते थे। इसी दौरान रकम के लेन-देन को लेकर हुए आपसी विवाद के कारण इस घटना को अंजाम दिया गया।
जांच के दौरान यह भी पता चला कि जुलाई में नंदलाल राय एम्बुलेंस चालक की सारण में हत्या हुई थी, जिसमें कृष्णा राय मुख्य आरोपी था और वह उक्त अपहृत दोनों व्यक्तियों के साथ हत्या के बाद राजरप्पा भाग रहा था, जिस क्रम में सारण पुलिस ने जहानाबाद में इंटरसेप्ट करके उक्त काण्ड के मुख्य आरोपी कृष्णा राय को गिरफ्तार कर लिया तो कृष्णा राय को पूर्ण विश्वास हो गया कि मेडिविजन अस्पताल के प्रबंधक पुलिस से मिलकर इनकी गिरफ्तारी करवाये है ।
इसी कारण मुख्य आरोपी कृष्णा राय जेल में तथा जेल से बाहर अपने कई अपराधी मित्रों से सम्पर्क करते हुए कुछ माह पूर्व जेल से छूटे हुए कुख्यात अपराधी संदीप ओझा के साथ इन दोनों का अपहरण कर 10 लाख रूपये वसूली करने की योजना बनायी गयी। इसी योजना के तहत मित्रवत ढंग से उक्त दोनों अपहृतों को कंकड़बाग स्थित उनके अस्पताल से अपहरण करके डेरनी थाना जिला सारण में ले जाकर और रकम की मांग की जा रही थी। इसी क्रम में पटना पुलिस ने सूचना प्राप्त होने के बाद त्वरित कार्रवाई करते हुए महज 6 घंटे के अंदर सारण पुलिस के सहयोग से उक्त दोनों अपड़तों को सकुशल बरामद किया गया वही अभियुक्तों को भी गिरफ्तार किया गया ।
अपहर्ताओं ने बताया कि बेगूसराय जिलान्तर्गत एक बड़े ज्वेलरी शॉप एवं पश्चिम बंगाल के बैरकपुर में मुथुट गोल्ड लोन में लूट-पाट की योजना बनायी गयी थी, जिसके लिए ये लोग रेकी कर चुके थे। अनुसंधान के दौरान इनके मोबाईल से रेकी का विडियो भी बरामद हुआ है । उक्त आधार पर संबंधित जिला पुलिस को इसकी सूचना दी गई है। गिरफ्तार संदीप ओझा, रणविजय कुमार, रॉकी कुमार, रितु कुमारी सारण के परसा के रहने वाले हैं। इनके पास से घटना में उपयोग किये गये स्विफ्ट डिजायर कार, फिरौती के रूप में लिये गये 4 लाख 45 हजार रुपये कैश, एक्सिस बैंक अकाउंट में फ्रिज किये गये 4 लाख 56 हजार रुपये और छह मोबाईल बरामद किया गया है।

