ब्रेकिंग न्यूज़

पटना में नगर निगम की लापरवाही से खुला मेनहोल बना जानलेवा, नाले में गिरा बच्चा पहली उड़ान बनी आखिरी सफर, सऊदी नौकरी पर निकले युवक ने फ्लाइट में दम तोड़ा, विदेश में नौकरी का सपना रह गया अधूरा जमुई में नक्सलियों की बड़ी साजिश नाकाम, जंगल से 24 सिलेंडर बम बरामद भागलपुर-हंसडीहा मुख्य मार्ग पर भीषण सड़क हादसा, महिला की मौत, 6 की हालत गंभीर Patna News: पटना एयरपोर्ट के लिए जारी हुआ नया आदेश, उल्लंघन किया तो होगी कड़ी कार्रवाई बेगूसराय में टला बड़ा हादसा: चलती ट्रेन के इंजन में लगी आग, यात्रियों ने कूदकर बचायी अपनी जान गांधी सेतु पर ट्रक और पिलर के बीच फंसा बाइक सवार, ट्रैफिक पुलिस ने किया रेस्क्यू AI in election: AI की चालबाज़ी से उलझे बिहार के वोटर! फर्जी कॉल्स-Deepfake से फैला भ्रम, अब चुनाव आयोग कसेगा शिकंजा! प्यार के लिए लड़का बना लड़की, अब पति किन्नर से शादी की जिद पर अड़ा Bihar politics : तेजस्वी ने किया 'महिला संवाद' पर हमला, जदयू का पलटवार...क्या महिलाओं की तरक्की से डरते हैं नेता प्रतिपक्ष?

एक भी क्लास नहीं ली तो नाराज़ प्रोफेसर ने लौटा दी तीन साल की सैलरी, कुलसचिव भी हैरान

एक भी क्लास नहीं ली तो नाराज़ प्रोफेसर ने लौटा दी तीन साल की सैलरी, कुलसचिव भी हैरान

07-Jul-2022 10:48 AM

MUZAFFARPUR: आपने वेतन में देरी होने पर शिक्षकों का आक्रोश तो देखा होगा। कई बार वे हड़ताल तक पर उतर आते हैं। लेकिन मुजफ्फरपुर जिले से एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसे सुनकर आप भी इस शिक्षक के फैन हो जाएंगे। नीतीश्वर काॅलेज में हिंदी के असिस्टेंट प्राेफेसर डाॅ. ललन कुमार ने अपने 2 साल 9 महीने की सैलरी यानी की 23 लाख रुपये लौटा दिए हैं। सुनकर आपको भी हैरानी होगी कि सैलरी आते ही ललन कुमार यूनिवर्सिटी जाकर सैलरी लौटा दी और कहा  कि कॉलेज में 2 साल 9 महीने से मैंने एक भी छात्र को शिक्षा नहीं दी है। 


कुलसचिव डॉ आरके ठाकुर ने उन्हें सैलरी लेने के लिए काफी समझाया-बुझाया, लेकिन ललन कुमार अपने फैसले पर अड़े थे। बताया जा रहा है कि नीतीश्वर कॉलेज में छात्र लगातार एब्सेंट रहे। इसको लेकर असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ ललन कुमार ने अपनी सैलरी यूनिवर्सिटी को लौटा दी है। डाॅ. ललन ने मंगलवार काे इस राशि का चेक बीआरए बिहार विश्वविद्यालय के कुलसचिव डाॅ. आरके ठाकुर काे सौंपा ताे सभी चौंक गए। अंत में कुलसचिव को ये राशि लेनी पड़ी। 



आपको बता दें कि डाॅ. ललन 24 सितंबर 2019 काे बहाल हुए थे। वरीयता में नीचे वाले शिक्षकाें काे पीजी में पोस्टिंग मिली, जबकि इन्हें नीतीश्वर काॅलेज दिया गया। यहां उन्हें यहां पढ़ाई का माहाैल नहीं दिखा ताे विश्वविद्यालय से आग्रह किया कि उस काॅलेज में स्थानांतरित किया जाए, जहां एकेडमिक कार्य करने का माैका मिले। विश्वविद्यालय ने इस दाैरान 6 बार ट्रांसफर ऑर्डर निकाले, लेकिन डॉ. ललन का ट्रांसफर नहीं हुआ।