ब्रेकिंग न्यूज़

Bihar News: झगड़ा देखने की ललक साबित हुई जानलेवा, युवक को सीने में गोली लगने के बाद मचा कोहराम Bihar News: 3 कमरे का घर और 3 करोड़ का बिल, बिजली विभाग के नए कारनामें की राज्य भर में चर्चा Bihar News: सड़क दुर्घटना में युवक की मौत, गुस्साई भीड़ ने सफारी को किया आग के हवाले PM Awas Yojana: बिहार में पीएम आवास योजना में वसूली का खेल! ऑनलाइन 12 हजार लेने के बाद भी नहीं मिला लाभ; स्क्रीनशॉट वायरल Bihar Politics: शकील अहमद ने खोले सीएम चेहरे पर पत्ते, इस दिन होगा फैसला! Patna Crime News: पटना का बड़ा कारोबारी तीन दिनों से लापता, अनहोनी की आशंका से सहमे परिजन Court Decision: पत्नी और बच्चों को जिंदा जलाने वाले दरिंदे को कोर्ट से फांसी, सास को उम्रकैद Vande Bharat Express Train: लापरवाही की हद! वंदे भारत एक्सप्रेस में यात्री के नास्ते में परोस दिया कीड़ा, पटना से हावड़ा जा रही थी ट्रेन PM Awas Yojana curruption: पीएम आवास योजना में रिश्वतखोरी का खुलासा, सहायक का वीडियो वायरल! Highway steel theft: जहानाबाद में भारतमाला परियोजना के छड़ चोरी कांड में खाकी पर उठे सवाल, पुलिस और नेतओं के गठजोड़ उजागर!

बिहार में कोरोना के इलाज का सच: 10 दिनों से अस्पताल में कोई डॉक्टर नहीं आया, आक्सीजन खत्म हुआ, नाराज मरीज हॉस्पीटल में धरना पर बैठा

बिहार में कोरोना के इलाज का सच: 10 दिनों से अस्पताल में कोई डॉक्टर नहीं आया, आक्सीजन खत्म हुआ, नाराज मरीज हॉस्पीटल में धरना पर बैठा

02-Aug-2020 07:59 AM

DARBHANGA : दरभंगा में कोरोना के इलाज के लिए बनाये गये सरकारी अस्पताल के वार्ड में धरना पर बैठ गये इस मरीज की कहानी बिहार में सरकारी दावों की असलियत उजागर करने के लिए काफी है. दरभंगा के सरकारी अस्पताल में भर्ती इस मरीज को पिछले 10 दिनों में कोई डॉक्टर देखने तक नहीं आया. फोन पर भी कोई हाल-चाल नहीं पूछा गया. दो दिन पहले ऑक्सीजन सिलेंडर से गैस खत्म हो गया. मजबूर मरीज को कोरोना वार्ड में इलाज के लिए धरना पर बैठ जाना पड़ा.


दरभंगा के सरकारी अस्पताल में धरना पर बैठे मरीज ने कहा कि कोरोना संक्रमित होने के बाद वे पिछले 10 दिनों से अस्पताल में भर्ती हैं. लेकिन एक भी डॉक्टर पिछले 10 दिनों में एक बार भी कोरोना वार्ड के कमरा संख्या 15 में नहीं आए हैं. वार्ड में आना तो दूर किसी डॉक्टर ने फोन पर ही उनके स्वास्थ्य के बारे में कोई जानकारी नहीं ली है. मरीजों को डॉक्टरों से कोई निर्देश नही मिल रहा है. जो खुद से बच गया वो बच गया, डॉक्टर किसी मरीज को बचाने की कोई कोशिश करने को तैयार नहीं हैं.

ऑक्सीजन खत्म हुआ लेकिन फिर मिला नहीं

मरीज ने बताया कि अस्पताल में भर्ती होने के बाद उन्हें एक ऑक्सीजन सिलेंडर दिया गया था. उसका गैस दो दिन पहले खत्म हो गया. दो दिन से वे लगातार वार्ड में आने वाली नर्स या दूसरे अस्पताल कर्मचारियों से गैस उपलब्ध कराने की मांग कर रहे हैं लेकिन कोई बात सुनने तक को तैयार नहीं है. 

घंटो पड़े रहे दो शव

दरभंगा के इसी अस्पताल में कोरोना से दो लोगों की मौत हो गयी. दोनों का शव 18 घंटे तक वार्ड में पडा रहा और उसके साथ ही वहां भर्ती दूसरे मरीजों को रहना पड़ा. कोई लाश उठाने वाला तक नहीं था. ऐसे में अब अस्पताल में भर्ती रहने का मतलब मरना ही है. दरभंगा के सरकारी अस्पताल में धरना देने वाले मरीज ने बताया कि उन्होंने जबरन हो हल्ला कर अपना डिस्चार्ज स्लिप बनवा लिया है. अब इस अस्पताल में रहने से बेहतर घऱ पर रहकर मर जाना है. वे घऱ जायेंगे लेकिन इससे पहले सरकारी अस्पताल की कहानी को लोगों के बीच लाना चाहते हैं. इसलिए धरना पर बैठे हैं.