ब्रेकिंग न्यूज़

Bihar Election 2025: चुनावी सभा में पवन सिंह के नहीं पहुंचने पर बवाल, नाराज समर्थकों ने तोड़ी कुर्सियां; विपक्ष पर साजिश का आरोप Bihar Election 2025: चुनावी सभा में पवन सिंह के नहीं पहुंचने पर बवाल, नाराज समर्थकों ने तोड़ी कुर्सियां; विपक्ष पर साजिश का आरोप विश्व प्रसिद्ध सोनपुर मेला का उद्घाटन कल, देश-विदेश से सैलानियों का आना शुरू 'विश्व रेडियोलॉजी दिवस' पर हेल्थ इंस्टीट्यूट में आयोजित हुआ भव्य समारोह, विद्यार्थियों ने बनाई मनमोहक झांकियां 'विश्व रेडियोलॉजी दिवस' पर हेल्थ इंस्टीट्यूट में आयोजित हुआ भव्य समारोह, विद्यार्थियों ने बनाई मनमोहक झांकियां Bihar Election 2025: ‘वो खुद पागल हो चुका है, दूसरों को क्या पागल बनाएंगे’, खेसारी लाल यादव पर पवन सिंह का पलटवार Bihar Election 2025: ‘वो खुद पागल हो चुका है, दूसरों को क्या पागल बनाएंगे’, खेसारी लाल यादव पर पवन सिंह का पलटवार क्या BJP में जायेंगे तेजप्रताप? रविकिशन से दूसरी बार मुलाकात, एक दूसरे ने की कान में बात, कहा..महादेव जी सब तय करले बा Bihar Election 2025: ‘दुनिया की कोई ताकत बिहार में NDA की सरकार बनने से नहीं रोक सकती’, रोहतास में राजनाथ सिंह की हुंकार Bihar Election 2025: स्ट्रांग रूम का वीडियो शेयर कर आरजेडी ने गड़बड़ी के लगाए आरोप, DM ने दिए जांच के आदेश

DGP की गलती है लेकिन नीतीश नहीं करेंगे कार्रवाई, कहा- बेचारे की दो ही महीने की तो नौकरी बची है

DGP की गलती है लेकिन नीतीश नहीं करेंगे कार्रवाई, कहा-  बेचारे की दो ही महीने की तो नौकरी बची है

21-Oct-2022 12:07 PM

PATNA : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शुक्रवार को बिहार केसरी श्री कृष्ण सिंह के जन्मदिन के अवसर पर आयोजित राजकीय समारोह में शामिल होने सचिवालय पहुंचे। यहां जब सीएम से फर्जी फ़ोन कॉल मामले में डीजीपी की भूमिका को लेकर सवाल किया गया तो मुख्यमंत्री डीजीपी एसके सिंघल का पक्ष लेते हुए दिखें। सीएम ने कहा कि अब उनके पास समय ही कितना बचा है। 


दरअसल, गया के पूर्व एसएसपी आदित्य कुमार ने अपने ऊपर चल रहे शराब मामले के केस को हटवाने और मुख्यालय के बदले फील्ड में पोस्टिंग के लिए अपने एक ठग दोस्त से बिहार के डीजीपी एसके सिंघल को फोन करवाय। खुद को जज बताकर फोन करने वाले अभिषेक अग्रवाल के इस झांसे में बिहार के डीजीपी भी आ गये।  जिसके बाद बिहार के डीजीपी को लेकर सवाल उठने शुरू हो गए हैं। इसी कड़ी में अब जब इस पुरे मामले को लेकर सीएम नीतीश से सवाल किया गया तो उनका जबाब ही सुनते बनता है। 


बिहार के मुख्यमंत्री ने कहा कि जिस तरह से कोई गलत फ़ोन करता रहा और उनको जब इस बात की भनक लगी तो उन्होंने जांच शुरू कर दी गयी और इस जांच के मालूम चल गया कि एक आदमी हर बार गलत काम कर रहा है, जिसके बाद उस पर कार्रवाई हुई। हालांकि, मुख्यमंत्री ने यह स्वीकारा की यदि कोई किसी की बात सुनकर सिर्फ काम कर देता है तो उसमें गलती होती है वैसे भी अभी अक्टूबर का महीना चल रहा है और बिहार के वर्तमान डीजीपी कुछ महीनों में रिटायर होने वाले हैं। वैसे उन्होंने अब तक राज्य के लॉ एंड ऑडर को लेकर बेहतर काम किया है अब ऐसे में एक छोटी सी गलती हो गयी तो इसे मुद्दा नहीं बनाना चाहिए।


गौरतलब हो कि, इसके पहले इस पुरे मामले को लेकर विपक्षी दलों द्वारा डीजीपी पर सवाल उठाए जा रहे है।  विपक्षी दलों का कहना है कि इस मामले की जांच सीबीआई या किसी अन्य सक्षम एजेंसी से कराई जानी चाहिए। बिहार सरकार में उपमुख्यमंत्री नीतीश कुमार के काफी करीबी रहे नेता सुशील मोदी ने भी यह सवाल किया था कि ई बार फोन पर बातें करने के बावजूद डीजीपी ने सीधे मिल कर हकीकत जानने की कोशिश क्यों नहीं की?