Parenting Tips: बच्चों को स्मार्टफोन देने से पहले ध्यान रखें ये जरूरी बातें, वरना पड़ सकता है पछताना बिहार के युवाओं को सिर्फ इंटरव्यू से मिलेगी नौकरी, अब नहीं देनी होगी लिखित परीक्षा, 23 अगस्त को रोजगार मेला Bihar News: बिहार में गंगा नदी पर छह लेन का एक्स्ट्रा-डोज्ड पुल बनकर तैयार, 22 अगस्त को पीएम मोदी देंगे सौगात Bihar News: बिहार में गंगा नदी पर छह लेन का एक्स्ट्रा-डोज्ड पुल बनकर तैयार, 22 अगस्त को पीएम मोदी देंगे सौगात Bihar News: बिहार के इन अमीनों की नौकरी पर लटकी तलवार, सरकार ने दी बर्खास्त करने की चेतावनी; क्या है वजह? Bihar News: बिहार के इन अमीनों की नौकरी पर लटकी तलवार, सरकार ने दी बर्खास्त करने की चेतावनी; क्या है वजह? Patna News: पटना के छोटी सोन नहर में पलटी तेज रफ्तार स्कॉर्पियो, हादसे में मां-बेटी की दर्दनाक मौत Patna News: पटना के छोटी सोन नहर में पलटी तेज रफ्तार स्कॉर्पियो, हादसे में मां-बेटी की दर्दनाक मौत UPI transaction Failed: पैसे कटे लेकिन पेमेंट हो गया फेल, UPI रिफंड कैसे और कब मिलेगा; जानिए... पूरी प्रक्रिया Cheapest Petrol Price: इस जगह पानी से भी कम है 1 लीटर पेट्रोल का रेट, कीमत जानकर दंग रह जाएंगे
24-Oct-2022 08:31 AM
PATNA : बिहार में सियासत की गलियारों से इस वक्त एक बेहद दुखद खबर निकल कर सामने आ रही है। दरअसल, सोमवार सुबह सीपीआई एमएलसी केदारनाथ पांडे का निधन हो गया है। उन्होंने आज सुबह 4:00 बजे दिल्ली के मेदांता अस्पताल में अंतिम सांस ली। ब्रेन हेमरेज के बाद वह अस्पताल में एडमिट हुए थे। मालूम हो कि, केदारनाथ पांडे के पास बिहार में सबसे अधिक समय तक एमएलसी बने रहने का रिकॉर्ड है।
बता दें कि, केदारनाथ पांडेय सारण शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र से चौथी बार एमएलसी चुने गए थे. जीत के साथ ही उन्होंने एक रिकार्ड भी बनाया था. केदारनाथ पांडेय अब तक सबसे लंबे समय तक एमएलसी रहने का रिकार्ड बना लिए. इसके पहले तीन टर्म तक एमएलसी रहने का रिकार्ड जयमंगल सिंह का रहा है, जिसे केदारनाथ पांडेय ने तोड़ा था. वह साल 2002, 2008, 2014 और 2020 में बिहार विधान परिषद के सदस्य चुने गए ।
केदारनाथ पांडे ने 1965 से 1981 तक शिक्षक के पद पर अपनी सेवा दी है. उसके बाद 1981 से 1995 तक प्रधानाचार्य और 1995-1996 तक प्रधानाध्यापक भी रहे हैं. केदारनाथ पांडे बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ के वर्तमान में अध्यक्ष भी थे। केदारनाथ पांडे के निधन से प्रदेश के शिक्षक भी दुखी हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि शिक्षकों के हित के लिए काम करने वालों में केदारनाथ पांडे सबसे बड़ी आवाज थे। उनके निधन से राजनीतिक, शैक्षणिक और सामाजिक क्षेत्र में अपूरणीय क्षति हुई है। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के नेताओं ने केदारनाथ पांडे के निधन पर शोक व्यक्त किया है. नेताओं ने कहा कि उनके निधन से खाली हुई जगह को कोई नहीं भर पाएगा।