ब्रेकिंग न्यूज़

12 मार्च से गायब लड़की की लाश गेहूं के खेत से बरामद, परिजनों ने जतायी हत्या की आशंका BIHAR NEWS: सप्तम राज्य वित्त आयोग का गठन, इस दिन सरकार को सौंपी जाएगी रिपोर्ट नीतीश सरकार के सामने बड़ी चुनौती... बिहार में भूमि लगान उगाही का लक्ष्य फिर अधूरा Bihar News: सूबे के पांच जिलों को दी गई 724 करोड़, होंगे यह काम, लिस्ट में आपका जिला तो नहीं है? BIHAR NEWS: थानेदार पर जीजा-साले की पिटाई का आरोप, पूर्व मंत्री ने पुलिस कप्तान से की जांच की मांग बिहार में छोटे रेलवे स्टेशन शराब तस्करों का ठिकाना...रात के अंधेरे में होती है तस्करी बिहार में मटन की बंपर बिक्री, होली में 1000 करोड़ का बाजार तैयार बिहार में किडनी रोगियों की संख्या में बढ़ोतरी, खैनी और प्रदूषित पानी मुख्य कारण राम मंदिर के बाद अब सीता मंदिर की बारी... बिहार चुनाव से पहले अमित शाह का बड़ा गेम प्लान Life Style: काफी फायदेमंद होते हैं इस फल के बीज, आप भी कूड़े में फेंक देते हैं तो जान लीजिए फायदे; ये तीन लोग जरूर खाएं

कोरोना वायरस के संक्रमण से ठीक हो गए मरीजों में मिले कुछ ऐसे लक्षण जिसे देख डॉक्टर भी रह गए हैरान

कोरोना वायरस के संक्रमण से ठीक हो गए मरीजों में मिले कुछ ऐसे लक्षण जिसे देख डॉक्टर भी रह गए हैरान

11-Sep-2020 01:58 PM

DESK:  कोरोना वायरस से संक्रमित मरीज जब ठीक हो जाते हैं तब भी उनके शरीर के प्रमुख अंगों को ठीक होने में समय लगता है. लेकिन अब इस बारे में एक नई जानकारी निकल कर सामने आ रही है.  हाल ही में किए गए एक स्टडी में ये पता चला है कि कोरोना वायरस से ठीक हुए लोगों में आंतों का संक्रमण भी देखने को मिल रहा है. जिसने डॉक्टरों की चिंता बढ़ा दी है. 

कोरोना से संक्रमित व्यक्ति के शारीर के अहम् अंग प्रभावित होते हैं. जिसमें पाचन तंत्र और आंतें भी शामिल हैं. लेकिन अब ये बात निकल कर आ रही है कि कुछ मरीजो में आंत के काम में असंतुलन जैसे लक्षण लंबे समय तक रहता हैं. इस शोध के मुताबिक, कोविड-19 पॉज़ीटिव मरीज़ आंत के इंफेक्शन से जूझ सकते हैं, इसमें ज़रूरी नहीं कि उनमें गैस्ट्रोइंटेसटाइनल संक्रमण से जुड़े शुरुआती लक्षण देखे जाएं.

इस बात की जानकारी शोध से जुड़ी एक पत्रिका में प्रकाशित हुई है. इस शोध के बाद हांगकांग के वैज्ञानिकों ने यह निष्कर्ष निकाला कि कोविड-19 का मल के द्वारा भी प्रसारण हो सकता है. इस अध्ययन के लिए, 73 अस्पताल में भर्ती मरीज़ों के मल के नमूनों का विश्लेषण किया गया. विश्लेषण करने पर, यह पाया गया कि 40 से अधिक रोगियों के मल में वायरस के नमूने पाए गए थे. 

उनके लक्षणों का विस्तार से अध्ययन करने पर पता चला कि मतली, दस्त या गैस्ट्रोइंटेसटाइनल बीमारी से जुड़े लक्षणों के बिना भी सभी रोगियों में सक्रिय आंत संक्रमण देखा गया. इसमें सबसे ज्यादा हैरान करने वाली बात ये थी कि  इनमें से 3 मरीज़ कोरोना टेस्ट में नेगेटिव थे. 

कोविड-19 लंबे समय तक स्वास्थ को प्रभावित करता है इस बात की जानकारी सभी को थी, लेकिन नए शोध से ये बात साफ हो गई है कि श्वसन के नमूने का टेस्ट इस बात को नहीं नकार सकता कि व्यक्ति को कोरोना है या नहीं. क्योंकि इंसान के मल से भी संक्रमण का प्रसारण संभव है.