कटिहार सदर अस्पताल में सांप के काटने से महिला की मौत, परिजनों ने डॉक्टरों पर लगाया लापरवाही का आरोप कायमनगर में महिला चौपाल: सोनाली सिंह ने सुनीं महिलाओं की समस्याएं, दी माई-बहिन मान योजना की जानकारी सनातन जोड़ो यात्रा के तीसरे चरण में उमड़ा जनसैलाब, राजकुमार चौबे बोले..बक्सर बन सकता है अयोध्या-काशी से भी आगे पैतृक गांव महकार में केंद्रीय मंत्री जीतनराम मांझी ने सादगी से मनाया अपना बर्थडे, हम कार्यकर्ताओं ने दी जन्मदिन की बधाई IRCTC New Rule: 1 अक्टूबर से ऑनलाइन टिकट बुकिंग में बड़ा बदलाव, आधार को लेकर सामने आई नई बात; जानिए.. नया नियम IRCTC New Rule: 1 अक्टूबर से ऑनलाइन टिकट बुकिंग में बड़ा बदलाव, आधार को लेकर सामने आई नई बात; जानिए.. नया नियम बड़हरा से अजय सिंह की पहल पर अयोध्या के लिए रवाना हुआ 16वां जत्था, अब तक 2850 श्रद्धालु कर चुके रामलला के दर्शन Bihar News: बिहार में ससुराल जा रहे युवक की सड़क हादसे में मौत, दो महीने पहले हुई थी शादी Bihar News: बिहार में ससुराल जा रहे युवक की सड़क हादसे में मौत, दो महीने पहले हुई थी शादी Bihar News: बिहार में इंजीनियरिंग और पॉलिटेक्निक के टॉपर्स को लैपटॉप देगी सरकार, इंजीनियर्स डे पर मंत्री ने की घोषणा
24-Jul-2020 04:30 PM
PATNA: कोरोना का दायरा बढ़ता जा रहा है. ऐसे में सभी सहमे और डरे हुए हैं. इसका सबसे ज्यादा बुरा असर बुजुर्गों पर देखने को मिल रहा है. वो अवसाद के शिकार हो रहे हैं. वो नींद नहीं आने की परेशानी से जूझ रहे हैं.
बिहटा स्थित अत्याधुनिक नेताजी सुभाष मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल(एनएसएमसीएच) के मनोचिकित्सक विभाग के अध्यक्ष डॉ. राकेश कुमार के मुताबिक कोरोना के डर से उत्पन्न अवसाद से लोगों को बचने की जरूरत है. बुजुर्ग या हर हर उम्र के लोग इस समस्या से खुद को बाहर रखने के लिए अपनी रूचि के अनुसार काम में खुद को व्यस्त रखें। समय का सदुपयोग करें और परिवार के सदस्यों के साथ अधिक से अधिक समय बिताएं.
डॉ. कुमार के अनुसार को वजह से हो रहे अवसाद से बचने के लिए हमेशा साकारात्क सोचें. हर समय महामारी से जुड़ी बातें न करें. यदि घर में हैं तो नियमित रूप से व्यायाम करें. यह अवसाद से बचाता है. पौष्टिक आहार लें. हर उम्र के लोग कम-से-कम सात घंटे की गहरी नींद लें. संभव हो तो योगाभ्यास भी करें. यह भी अवसाद से बचाता है. मन को शांत करता है और तनाव को घटाता है. डॉ. राकेश कुमार के अनुसार बच्चों पर भी इस समय विशेष ध्यान देने की जरूरत है. दरअसल, बच्चों का मन कोमल होता है. इतने समय से घर में बंद रहने से उनमें चिड़चिड़ापन आना और जिद्द करना आदि समस्या दिख सकती है. ऐसे में मां-बाप को अपने बच्चे के बदलते स्वभाव पर नजर रखनी चाहिए. उनके लिए घर में छोटी-छोटी चीजें प्लान करें. बच्चों को एहसास दिलाते रहें कि आप उनके साथ हैं कोरोना से संबंधित अफवाहों से बचें. क्योंकि ये डर का माहौल बनाता है.