दरभंगा में 22 दिसंबर तक स्कूल बंद, कपकपाती ठंड को देखते हुए डीएम ने लिया फैसला बिहार में नहीं थम रहा भूमि विवाद का मामला: बेगूसराय में जमीन के लिए किसान को मारी गोली, हालत गंभीर सारण की अंजली कुशवाहा ने रचा इतिहास, प्रथम प्रयास में BSPHCL परीक्षा में बालिका वर्ग में सर्वोच्च स्थान सारण में आपसी विवाद में महिला पर हमला, इलाज के दौरान मौत, पति ने पट्टीदारों पर हत्या का लगाया आरोप BIHAR: चर्चित सजल अपहरण कांड का खुलासा, मास्टरमाइंड निकला साथ रहने वाला डॉक्टर बिहार की छात्राओं के लिए ‘साथी’ कार्यक्रम की शुरुआत, IIT जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए कोचिंग की व्यवस्था BIHAR: छापेमारी करने गई पुलिस टीम पर शराब तस्करों ने किया हमला, सब इंस्पेक्टर समेत 4 जवान घायल NMSRC-2025 सम्मेलन: शोध, अनुकूलनशीलता और दूरदर्शी सोच पर विशेषज्ञों का जोर बढ़ती ठंड के कारण 21 दिसंबर तक सभी स्कूल बंद, डीएम ने जारी किया आदेश Rajniti Prasad: पूर्व आरजेडी सांसद राजनीति प्रसाद का निधन, 79 वर्ष की आयु में ली आखिरी सांस
27-Jul-2020 03:38 PM
PATNA : कोरोना के कहर के बीच बदलते मौसम में तेजी से फ्लू फैल रहा है. फ्लू के भी लक्षण कोरोना जैसे ही होते हैं. इसलिए लोग फ्लू में भी कोरोना को लेकर परेशान हो जा रहे हैं.
लेकिन कोरोना महामारी के वर्तमान समय में लोगों को माॅनसूनी बीमारी फ्लू, वायरल फीवर, सर्दी और खांसी से डरने की कोई बात नहीं है बल्कि सतर्क रहने की जरूरत है. ये बातें पारस एचएमआरआई सुपर स्पेषिलिटी हाॅस्पिटल, राजा बाजार, पटना के डाॅ. वी.के. ठाकुर ने बताई. उन्होंने बताया कि इन बीमारियों से लगभग 25 फीसदी लोग प्रभावित होते है.। दो दिनों के बाद भी इन बीमारियों के नहीं कम होने पर डाॅक्टर से सलाह जरुर ले लें क्योंकि इन बीमारियों के लक्षण कोविड-19 के समान मिलते हैं.
इस दौरान सांस लेने में अगर तकलीफ महसूस हो तो अपने शरीर के ऑक्सीजन लेवल की जांच कराते रहें. अगर आप ऑक्सीमीटर खरीदने की स्थिति में हैं तो इसे अपने साथ जरूर रखें. ऑक्सीजन का सामान्य लेवल 93 रहता है, अगर यह गिरने लगे तो तुरंत डाॅक्टर से मिलें. इन बीमारियों से बचाव के लिए गर्म पानी का सेवन करें या फिर पानी को उबालकर ठंडा करने के बाद पीयें. घर का खाना खाएं, बाहर के खाने से परहेज करें.
डाॅ. वी.के. ठाकुर ने बताया कि तापमान के उतार-चढ़ाव के चलते इस मौसम में फ्लू, वायरल फीवर, सर्दी, खांसी और पानी जनित बीमारियां होती हैं. पानी जनित बीमारियों में मलेरिया, डेंगू, चिकेनगुनिया, डायरिया और हेपेटाइटिस ए और ई शामिल हैं. मलेरिया, डेंगू तथा चिकेनगुनिया मच्छर के काटने से होता है और ये मच्छर पानी में पैदा होकर बढ़ते हैं, इसलिए अपने घर के आसपास जलजमाव न होने दें तथा कूलर का पानी बदलते रहें. इसके अलावा गमला में भी जलजमाव न होने दें. डायरिया में अगर दो-चार बार दस्त हो तो ओआरएस का घोल जरूर पीयें तथा दस्त अत्यधिक होने लगे तो डाॅक्टर से सम्पर्क करें.
बचाव के बारे में उन्होंने कहा कि इस मौसम में पानी उबालकर पीने का प्रयास करें, हाथ लगातार धोते रहें तथा हाथ से अपने चेहरे को न छूएं, यह कई बीमारियों से बचाता है. मलेरिया, चिकेनगुनिया तथा डेंगू से बचने के लिए मच्छरदानी, मच्छररोधी क्रीम, मच्छररोधी उपकरण का इस्तेमाल जरूर करें. भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में न जाएं. कोरोना से बचाव के लिए शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए संतुलित भोजन के अलावा विटामिन बी.सी. और डी का सेवन करें.